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लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने शनिवार को बुंदशहर हिंसा को भाजपा की साजिश करार दिया और कहा कि भाजपा 2019 में जीतने के लिए वोट बैंक के चक्कर में यह सब करवा रही है। राजभर ने कहा कि बहराइच से भाजपा सांसद सावित्रीबाई फुले का इस्तीफा देना बहुत सही निर्णय है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में सांसदों और विधायकों की सुनी नहीं जा रही है। ऐसे में उन्होंने जो निर्णय लिया है, वह बिल्कुल ठीक है।

बता दें कि बीते दिनों दलित नेता सावित्रीबाई फुले भाजपा से इस्तीफा दिया था और यह आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी समाज को बांटने की कोशिश कर रही है। ओम प्रकाश राजभर ने कहा, "जब सांसद की बात अधिकारी नहीं सुनेगा तो क्या होगा। सांसद को जनता को जवाब देना पड़ता है। ऐसे में उनका निर्णय कहीं न कहीं बिलकुल उचित है।" उन्होंने एक बार फिर बुलंदशहर की हिंसा को भाजपा की साजिश बताते हुए कहा कि 2019 में वोट बैंक के चक्कर में भाजपा यह सब करवा रही है।

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में भीड़ के हमले मामले में दो पुलिस अधिकारियों पर गाज गिरी है। इन अधिकारियों के तबादले कर दिए गए हैं। इस हमले में एक पुलिस अधिकारी सहित एक शख्स की मौत हो गई थी। जानकारी के अनुसार, अतिरिक्त पुलिस महानिरीक्षक एस.बी.शिराडकर, सर्किल ऑफिसर (सीओ) सत्या प्रकाश शर्मा और चिंगरावठी पुलिस चौकी के प्रभारी सुरेश कुमार का सोमवार को क्षेत्र में बिगड़ी स्थिति में संभालने में नाकाम रहने के लिए तबादला कर दिया गया है।

गृह विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि खेत में कुछ हिंदूवादी संगठनों के कायकतार्ओं द्वारा गोवंश के अवशेष मिलने के बाद बिगड़ी स्थिति को संभालने में नाकाम रहने की वजह से दोनों अधिकारियों पर कार्रवाई की गई है। इस भीड़ हिंसा में पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह और चिंगरावठी गांव के रहने वाले सुमित सिंह की मौत हो गई थी। पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओ.पी.सिंह की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय बैठक के बाद यह फैसला लिया गया।

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में 3 दिसंबर को गोकशी की अफवाह के बाद फैली हिंसा के दौरान इंस्पेक्टर सुबोध और स्थानीय युवक सुमित की मौत के मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बड़ा बयान आया है। दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे सीएम योगी आदित्यनाथ से जब इंस्पेक्टर सुबोध की मौत के बारे में पूछा गया तो वह बोले कि, इंस्पेक्टर की मौत 'भीड़ हिंसा' नहीं बल्कि एक 'हादसा' था। उन्होंने कहा, "उत्तर प्रदेश में मॉब लिंचिंग की कोई घटना नहीं है, एक। बुलंदशहर की घटना एक दुर्घटना है और इसमें कानून अपना कार्य कर रहा है। कोई भी दोषी बख्शा नहीं जाएगा। इललीगल काऊ स्लॉटरिंग केवल काऊ हत्या ही नहीं, इललीगल स्लॉटरिंग पूरे यूपी में बैन है और डीएम एसपी उसके प्रति पूरे जवाबदेह होंगे।"

इस कार्यक्रम में योगी ने राम मंदिर व अन्य मुद्दों को लेकर भी बात की। अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण को करोड़ों देशवासियों की भावना का प्रतीक बताते हुए उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कहा कि देश एक संवैधानिक व्यवस्था से चलता है, ऐसे में उच्चतम न्यायालय को इस बारे में जल्द फैसला देकर मामले का पटाक्षेप करना चाहिए। यह देश के विकास एवं सौहार्द के लिये जरूरी है।

नई दिल्ली: बुलंदशहर में इंस्पेक्टर सुबोध सिंह की गोली मारकर हत्या करने वाला फौजी को नोएडा एसटीएफ की टीम ने दबोच लिया। शुक्रवार को टीम जम्मू से हवाई जहाज से फौजी को दिल्ली लाई। वहां पहले से ही एसटीएफ के अधिकारियों के अलावा अन्य जांच एजेंसियां ने उसका इंतजार कर रही थीं। वहां से टीम फौजी को लेकर गुप्त स्थान पर ले गई। बताते हैं कि फौजी ने जिस हथियार से इंस्पेक्टर को मारा था, उसकी तलाश में टीम रात में ही फौजी को बुलंदशहर भी ले जाएगी। असलहा बरामद करकेसंभावना है कि शनिवार को अधिकारी इसकी पूरी जानकारी भी दे सकते हैं।

मालूम हो कि जैसे ही वीडियो में यह जानकारी मिली कि छुट्टी पर घर आए फौजी ने ही इंस्पेक्टर को गोली मारी और जम्मू भाग गया। इसके बाद तुरंत बाद ही पश्चिमी उत्तर प्रदेश की एसटीएफ टीम को लगाया गया। बिना देरी किए टीम हवाई जहाज से जम्मू पहुंची और लगातार फौज के अधिकारियों से भी संपर्क में रहे, ताकि फौजी मौका पाकर फरार न हो जाए। बताते हैं कि फौज को जैसे ही जानकारी मिली कि उनका जवान हत्या करकेआया है तो उस पर निगरानी शुरू कर दी और उसे बाहर जाने पर पाबंदी भी लगी थी। चूंकि यह मामला काफी संगीन था, लिहाजा भारतीय सेना के उच्च अधिकारियों से भी सहयोग लिया गया था।

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