नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) के पूर्व गवर्नर शक्तिकांत दास को बड़ी जिम्मेदारी दी गई है। उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का प्रधान सचिव-दो नियुक्त किया गया है। कैबिनेट की नियुक्ति समिति (एसीसी) ने कहा कि वह अगले आदेश तक इस पद पर बने रहेंगे।
आरबीआई गवर्नर के रूप में 6 साल तक अपनी सेवाएं देने के बाद शक्तिकांत दास दिसंबर 2024 में रिटायर हुए थे। पीके मिश्रा 11 सितंबर 2019 से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रधान सचिव हैं।
यह नियुक्ति ऐसे समय में हुई है, जब भारत सरकार अपनी आर्थिक नीतियों और फाइनेंशियल एडमिनिस्ट्रेशन को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है। आरबीआई गवर्नर के अलावा शक्तिकांत दास वित्त, टैक्सेशन, उद्योग, बुनियादी ढांचे आदि क्षेत्रों में केंद्र और राज्य सरकारों में महत्वपूर्ण पदों पर काम कर चुके हैं। प्रधान सचिव-2 के रूप में शक्तिकांत दास प्रमुख आर्थिक और वित्तीय मामलों पर रणनीतिक सलाह देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे, जिससे सरकार के निर्णय लेने के ढांचे को और मजबूती मिलेगी।
6 साल तक आरबीआई गवर्नर रहे
शक्तिकांत दास ने 2018 से 2023 तक आरबीआई गवर्नर के रूप में कार्य किया। उन्होंने कोविड-19 महामारी और उसके बाद देश की आर्थिक सुधार सहित महत्वपूर्ण वित्तीय चुनौतियों के माध्यम से भारत को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। साल 2021 में केंद्र सरकार ने शक्तिकांत दास को तीन साल का विस्तार दिया था। वह भारतीय रिजर्व बैंक के 25वें गवर्नर थे।
केंद्र-राज्य सरकार में दे चुके हैं सेवा
शक्तिकांत दास ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर के रहने वाले हैं। वे तमिलनाडु कैडर के 1980 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी हैं। अपने करियर के दौरान उन्होंने केंद्र और तमिलनाडु सरकारों के लिए विभिन्न पदों पर काम किया। केंद्र में उन्होंने विभिन्न चरणों में आर्थिक मामलों के सचिव, राजस्व सचिव और उर्वरक सचिव के रूप में कार्य किया।