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बुलंदशहर: 3 दिसंबर को बुलंदशहर में गोकशी की अफवाह के बाद फैली हिंसा में मुख्य आरोपी बनाए गए बजरंग दल के जिला संयोजक योगेश राज का वीडियो सामने आया है। योगेश ने इस वीडियो में अपने आपको बेकसूर बताया है। उसने कहा कि वह घटना के वक्त मौके पर मौजूद नहीं था। योगेश राज ने अपनी सफाई में कहा कि पुलिस मुझे इस प्रकार पेश कर रही है जैसे मेरा कोई बहुत बड़ा आपराधिक इतिहास हो। उसने कहा कि उस दिन दो घटनाएं हुई थीं। एक पशु कटान जिसकी सूचना मिलते ही मैं मौके पर पहुंचा।

उसने बताया कि मौके पर प्रशासनिक लोग भी पहुंचे थे और मामले को शांत कराकर हम लोग स्याना थाने में रिपोर्ट लिखाने पहुंचे। जब पथराव हुआ मैं थाने में था थाने-थाने में बैठे जानकारी मिली कि घटनास्थल(जहां पशु अवशेष मिले) पर स्थानीय लोगों ने पथराव कर दिया है और वहां फायरिंग हुई है जिसमें एक युवक और पुलिसवाले को गोली लगी है। इसके बाद उसने कहा कि मैं थाने में था जब पथराव और गोली चलने की घटना हुई। मैं दूसरी घटना में उक्त स्थान पर मौजूद नहीं था। मेरा दूसरी घटना से कोई लेना देना नहीं है।

बुलंदशहर: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को बुलंदशहर में गोकशी के शक में हुई भीड़ की हिंसा पर समीक्षा बैठक की। सीएम योगी का समीक्षा बैठक में पूरा फोकस गोकशी पर रहा. इस दौरान उन्होंने हिंसा में मारे यूपी पुलिस के इस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह पर एक शब्द भी नहीं बोला। सीएम ने इस घटना पर मुख्य सचिव, डीजीपी, प्रमुख सचिव गृह, अपर पुलिस महानिदेशक इंटेलिजेंस के साथ बैठक की। बैठक के बाद एक प्रेस रिलीज जारी की गई, जिसमें इंस्पेक्टर का कहीं जिक्र नहीं था। न ही इसमें हिंसा और पुलिस सुरक्षा को लेकर किसी तरह की कोई बात कही गई है।

सीएम योगी ने बैठक में घटना की समीक्षा कर निर्देश दिए, 'इसकी गंभीरता से जांच की जाए और गोकशी में शामिल सभी लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। यह घटना एक बड़ा साजिश का हिस्सा है, इसलिए गोकशी के मामले में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से शामिल सभी लोगों को समय पर गिरफ्तार किया जाए।'

वाराणसी: वाराणसी के संकट मोचन मंदिर में 2006 से भी बड़ा बम धमाका करने की धमकी भरी एक चिट्ठी मिली है। मामले में उच्चाधिकारियों के निर्देश पर लंका थाने में चिट्ठी भेजने वाले जमादार मियां और अशोक यादव के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने तफ्तीश शुरू कर दी है। इसके साथ ही संकट मोचन मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है। संकट मोचन मंदिर के महंत प्रो. विश्वंभरनाथ मिश्र को सोमवार की रात एक धमकी भरी चिट्ठी मिली थी।

चिट्ठी में लिखा था कि मंदिर में मार्च 2006 से बड़ा धमाका करेंगे। धमकी को हल्के में न लेने की चेतावनी भी दी गई। चिट्ठी मिलने के तुरंत बाद प्रो. मिश्र ने केंद्रीय गृह मंत्रालय, आईबी और एडीजी जोन को जानकारी दी। मंगलवार देर रात लंका थाने में चिट्ठी में दर्ज दोनों नामों पर मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।

एटा: बुलंदशहर के स्याना क्षेत्र में भीड़ हिंसा में मारे गए एटा के पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध कुमार का पार्थिव शरीर पंचतत्व में विलीन हो गया है। उनकी अंतिम यात्रा में सांसद, विधायक, अफसर सहित हजारों लोग शामिल हुए। सभी ने जांबाज को नम आंखों से अंतिम विदाई दी। इससे पहले परिवार ने अपनी मांगों को लेकर इंस्पेक्टर सुबोध कुमार का अंतिम संस्कार दिया था। परिजनों ने सरकार द्वारा दी गई आर्थिक मदद को लेने से इंकार कर दिया। वे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़े थे।

भाई अतुल कुमार सिंह ने कहा कि जांबाज इंस्पेक्टर को शहीद का दर्जा दिया जाए। जब तब मुख्यमंत्री मांगें पूरी करने का आश्वासन नहीं देंगे, वे अंतिम संस्कार न करेंगे। इस पर वहां मौजूद फर्रुखाबाद के भाजपा सांसद और अलीगंज विधायक ने मांगें पूरी कराए जाने का आश्वासन दिया। इसके बाद परिजन अंतिम संस्कार करने को तैयार हुए। मंगलवार की सुबह सुबोध कुमार सिंह का पार्थिव शरीर एटा पुलिस लाइन पहुंचा। यहां राजकीय सम्मान के साथ अंतिम सलामी दी गई। एडीजी अजय आनंद, डीआईजी प्रीतिंदर सिंह, डीएम आईपी पांडेय, एसएसपी आशीष तिवारी ने पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।

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