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लखनऊ: उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में गोकशी के शक के बाद भड़की हिंसा में पुलिस इस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की हत्या के तीन दिन बाद राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनके परिवार से मुलाकात की। इंस्पेक्टर की पत्नी, दो बेटे और उनकी बहन लखनऊ में मुख्यमंत्री निवास पर उनसे मुलाकात करने आई थीं। सीएम ने सुरक्षा समीक्षा बैठक में इंस्पेक्टर की हत्या पर एक भी शब्द नहीं बोला था और उनका पूरा फोकस गोकशी पर था। इसके बाद उनकी काफी आलोचना हुई थी। जिसके बाद सीएम योगी ने उनके परिवार से मुलाकात की।

इंस्पेक्टर के परिवार ने आरोप लगाया था कि जो भी उनकी हत्या में शामिल था, उनके प्रति प्रशासन का नरम रुख है। मुलाकात के बाद इंस्पेक्टर के बेटे ने बताया, 'मुख्यमंत्री जी ने आश्वासन दिया है कि उन्हें सही न्याय मिलेगा। दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलेगी। उन्होंने कहा कि वह हमारे परिवार के साथ हैं।' पीड़ित परिवार की सीएम योगी के साथ मुलाकात के बाद यूपी के डीजीपी ओपी सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में डीजीपी सिंह ने कहा, 'पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपए की मदद राशि दी जाएगी। बच्चों की पढ़ाई के लिए जो बैंक से लोन लिया गया है, वह राशि भी सरकार की तरफ से दी जाएगी। यह भी तय किया गया है कि परिवार के एक सदस्य को नौकरी, साथ ही पेंशन भी दी जाएगी। पुलिस का मुखिया होने के नाते मैंने वादा किया है कि दोनों बच्चों को इंफॉर्मल-वे में भी मदद दी जाएगी। सुबोध सिंह का सपना था कि वह रिटायरमेंट के बाद स्कूल बनाएं। कॉलेज का नाम भी सुबोध सिंह के नाम पर रखा जाएगा। सिंह के ऊपर शिक्षा और मकान का लोन है, वह सरकार की तरफ से चुकाया जाएगा।'

बता दें, बुलंदशहर के एक गांव के खेत में कथित रूप से गाय के अवशेष मिलने के बाद भीड़ इकट्ठा हो गई थी और वह उग्र हो गई। सुबोध कुमार सिंह और उनकी टीम भीड़ के उग्र होने के बाद क्षेत्र में फैली हिंसा को कर रहे थे। भीड़ ने वहां पर पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया। भीड़ के इस हमले में इंस्पेक्टर को गोली मारकर हत्या कर दी गई।

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