गया: बीपीएससी अभ्यर्थियों की परीक्षा रद्द कराने की मांग को लेकर चर्चित शिक्षक और यूट्यूबर खान सर ने बीपीएससी पर कई संगीन आरोप लगाए हैं। खान सर ने कहा कि आयोग ने अभी तक बीपीएससी के फॉर्म नहीं भरवाए हैं और परीक्षा की तिथि घोषित कर दी है। एक गलती छिपाने के लिए आयोग 10-12 और गलतियां कर रहा है। पहले उसे फॉर्म भरवाना चाहिए था और फिर तिथि बतानी चाहिए थी। 3 दिनों में तीन बार स्पष्टीकरण दे दिया है। बीपीएससी की घबराहट बता रही है कि वह बहुत कुछ छिपा रही है। सीसीटीवी फुटेज को छिपाने की कोशिश क्यों कर रही है बीपीएससी। उसे जारी करना उसकी नैतिक जिम्मेदारी है। नैतिक आधार पर अध्यक्ष को इस्तीफा दे देना चाहिए।
चर्चित शिक्षक खान सर ने गया और नवादा जिले की ट्रेजरी की जांच की भी मांग की थी। उन्होंने पटना में प्रदर्शन के दौरान गया में पेपर लीक होने का दावा किया था। अब गया जिला प्रशासन ने खान सर के द्वारा लगाए गए आरोपों का खंडन किया है। जिला प्रशासन गया ने प्रेस रिलीज जारी कर आरोपों को बेबुनियाद बताया गया है।
बीपीएससी देख रही हुई परीक्षा: डॉ त्यागराजन
जिला पदाधिकारी डॉ त्यागराजन एसएम ने कहा कि बीपीएससी की गाइडलाइन के अनुसार परीक्षा हुई है। परीक्षा के संबंध में जिन लोगों के द्वारा प्रश्न पेपर गायब, कबाड़ी दुकान में बेचे जाने के आरोप लगाए गए हैं, वो झूठे और बेबुनियाद हैं। 2 महीने बाद ही आरोप क्यों लगाए जा रहे हैं, सभी परीक्षा केंद्रों में बीपीएससी परीक्षा के आयोजन पूरी पारदर्शिता एवं स्वच्छता के साथ आयोजित की गई थी।
पूरे मामले पर बीपीएससी रख रहा नजर: डॉ त्यागराजन
उन्होंने कहा कि लोगों में अफवाह और भ्रम की स्थिति नहीं हो इस को लेकर जिला प्रशासन की ओर से पूरे मामले को स्पष्ट किया गया है। क्या खान सर पर एफआईआर होगी? इस सवाल पर जिला पदाधिकारी ने कहा कि बीपीएससी मामले को देख रहा है। आगे जो भी दिशा निर्देश होगा उसके तहत कार्रवाई की जाएगी।
प्रश्न पेपर कबाड़ी की दुकान में बेचे जाने की बात गलत: डॉ त्यागराजन
जिला पदाधिकारी डॉ त्याग राजन एसएम ने कहा कि कुछ लोगों के द्वारा जो आरोप लगाए जा रहे हैं। वे सभी आरोप गलत हैं. पिछले साल 13 दिसंबर 2024 को आयोजित बीपीएससी परीक्षा के संबंध में गया जिला में आयोजित उक्त परीक्षा के संबंध में कुछ लोगों के द्वारा प्रश्न पेपर गायब, कबाड़ी की दुकान में बेचे जाने इत्यादि संबंधित आरोप लगाए गए हैं।
डॉ त्यागराजन ने कहा कि "यह आरोप पूर्णता बेबुनियाद और निराधार है। बीपीएससी परीक्षा के आयोजन की विश्वसनीयता एवं पारदर्शिता के विफल करने के उद्देश्य से लगाए गए आरोप प्रतीत होते हैं। सभी परीक्षा केंद्रों में बीपीएससी परीक्षा के आयोजन पूरी पारदर्शिता एवं स्वच्छता के साथ आयोजित की गई है। शिक्षा विभाग गया के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी ने दंडाधिकारी के रूप में कार्य करते हुए इस कार्य को संपन्न कराया था।"
क्या है पूरा मामला
दरअसल, बीपीएससी 70वीं की प्रिलिम्स परीक्षा में गड़बड़ी का आरोप लगाकर कई अभ्यर्थी लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। उनकी मांग है कि फिर से परीक्षा हो. चर्चित शिक्षक खान सर ने गया और नवादा की ट्रेजरी की जांच की मांग की थी।