नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में 3 दिसंबर को गोकशी की अफवाह के बाद फैली हिंसा के दौरान इंस्पेक्टर सुबोध और स्थानीय युवक सुमित की मौत के मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बड़ा बयान आया है। दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे सीएम योगी आदित्यनाथ से जब इंस्पेक्टर सुबोध की मौत के बारे में पूछा गया तो वह बोले कि, इंस्पेक्टर की मौत 'भीड़ हिंसा' नहीं बल्कि एक 'हादसा' था। उन्होंने कहा, "उत्तर प्रदेश में मॉब लिंचिंग की कोई घटना नहीं है, एक। बुलंदशहर की घटना एक दुर्घटना है और इसमें कानून अपना कार्य कर रहा है। कोई भी दोषी बख्शा नहीं जाएगा। इललीगल काऊ स्लॉटरिंग केवल काऊ हत्या ही नहीं, इललीगल स्लॉटरिंग पूरे यूपी में बैन है और डीएम एसपी उसके प्रति पूरे जवाबदेह होंगे।"
इस कार्यक्रम में योगी ने राम मंदिर व अन्य मुद्दों को लेकर भी बात की। अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण को करोड़ों देशवासियों की भावना का प्रतीक बताते हुए उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कहा कि देश एक संवैधानिक व्यवस्था से चलता है, ऐसे में उच्चतम न्यायालय को इस बारे में जल्द फैसला देकर मामले का पटाक्षेप करना चाहिए। यह देश के विकास एवं सौहार्द के लिये जरूरी है।
'जो देश की भावना है, वही उनकी भी भावना है'
सम्मेलन को संबोधित करते हुए आदित्यनाथ ने कहा कि "देश संविधान के तहत चलता है और सभी का दायित्व बनता है कि वे संवैधानिक व्यवस्था का सम्मान करें। अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण करोड़ों देशवासियों की भावना का प्रतीक है। जो देश की भावना है, वही उनकी भी भावना है।" उन्होंने कहा कि यह मामला अदालत में है, ऐसे में वह उच्चतम न्यायालय से अपील करते हैं कि जल्द इस मामले में फैसला देकर इसका पटाक्षेप करें । यह देश के विकास और सौहार्द के लिये जरूरी है।
उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर सोमनाथ मंदिर के विषय का समाधान हो सकता है, तब किसी भी दूसरे मामले का हो सकता है । अगर बात सिर्फ एक राज्य की होती, तब 24 घंटे में हल निकल सकता था और कोई विवाद भी नहीं होता। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि जो लोग हमसे सवाल पूछ रहे, उन्हें उस परिवार से इस बारे में सवाल करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों के नहीं चाहने के बावजूद देश में लोकतंत्र फलता फूलता रहा है और आगे भी बढ़ता रहेगा।
बुलंदशहर की घटना के बारे में एक सवाल के जवाब में आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तरप्रदेश में भीड़ द्वारा हत्या करने की कोई घटना उनके समय में नहीं घटी है, बुलंदशहर की घटना एक दुर्घटना है और इस मामले में कोई भी अपराधी नहीं बच पायेगा। उन्होंने कहा कि अवैध गोकशी राज्य में प्रतिबंधित है और इस बारे में जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक की जवाबदेही तय कर दी गई है।
उन्होंने कहा कि राज्य में हर जिले में गाय, आवरा कुत्तों आदि के संरक्षण के लिये केंद्र खोलने की योजना को आगे बढ़ाया जा रहा है । राज्य के 75 जनपदों में गौशाला की व्यवस्था को सुदृढ़ बनाया जा रहा है। उत्तरप्रदेश में विपक्ष के महागठबंधन को अस्तित्व की लड़ाई बताते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की विकास की राजनीति के कारण जातपात और वोटबैंक की राजनीति हाशिये पर चली गई है।
उन्होंने जोर दिया कि विकास के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में साल 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में दोबारा लौटेगी। उन्होंने जोर दिया कि उत्तरप्रदेश में पिछले डेढ़ साल में विकास एवं सुरक्षा का माहौल कायम हुआ है, निवेश तेजी से बढ़ रहा है।