नई दिल्ली: यूपी के बुलंदशहर भीड़ हिंसा मामले में इंस्पेक्टर सुबोध सिंह की हत्या को लेकर अब बड़ी खबर आई है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, बुलंदशहर हिंसा के दौरान इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की हत्या एक आर्मी जवान ने की है, जिसका नाम जीतू फौजी है। सूत्रों की जानकारी के मुताबिक, छुट्टी पर जम्मू-कश्मीर से घर आए जीतू फौजी की गोली से ही इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की मौत हुई है। हालांकि, बताया जा रहा है कि वह उस दिन घटनास्थल पर कई बार देखा गया।
दरअसल, पुलिस ने जो एफआईआर दर्ज कराया है, उसमें जीतू फौजी का भी नाम है। घटना के वक्त जीतू दिखा भी था, मगर उसके बाद वह तुरंत जम्मू-कश्मीर फरार हो गया। जीतू को पकड़ने के लिए पुलिस की दो टीमें जम्मू-कश्मीर गई हैं। एक टीम यूपी एसटीएफ की है और दूसरी यूपी पुलिस की। बताया जा रहा है कि आरोपी जीती फौजी बीएसएफ का जवान है। जीतू घटना के वक्त मौके पर था। कई वीडियो में इसे देखा गया है। घटना के बाद जम्मू कश्मीर भाग गया था। यूपी पुलिस बीएसएफ़ के संपर्क में है और आज जीतू की गिरफ्तारी भी हो सकती है।
इंस्पेक्टर सुबोध कुमार को किसने गोली मारी और उसका हत्यारोपी कौन है। यह भी जांच का विषय है कि स्थानीय युवक सुमित को किसकी गोली लगी। जांच अधिकारियों को इस प्रकरण में एक महत्वपूर्ण वीडियो मिला है, जिसमें एक व्यक्ति भीड़ में गोली चलाता दिखाई दे रहा है। जांच में यह व्यक्ति फौजी बताया गया, जो कि जम्मू में तैनात है। पुलिस दावा कर रही कि इसी फौजी की गोली ही इंस्पेक्टर सुबोध को लगी। वीडियो में फौजी की पहचान करने के बाद पुलिस ने बुलंदशहर में उसके घर पर दबिश दी। फौजी घर पर नहीं मिला। जानकारी मिली कि फौजी छुट्टी पर आया था। लेकिन बवाल होने के बाद वह वापस चला गया।
गिरफ्तारी के लिए जम्मू रवाना हुई
पुलिस टीम फौजी की गिरफ्तारी के लिए जम्मू में पुलिस की एक टीम रवाना हो गई है। जिसमें स्याना थाने के विवेचक और पुलिस अफसर भी जम्मू गए हैं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक फौजी की जिस यूनिट में तैनाती है, वहां के अधिकारियों से पुलिस अधिकारियों की बातचीत हुई है। जिन्होंने पुलिस की जांच में सहयोग करने की बात कही है। उन्होंने फौजी को पुलिस को सौंपने का आश्वासन दिया है।
वीडियो बना पुख्ता सुबूत
पुलिस सूत्रों के मुताबिक सोशल साइट पर करीब 180 वीडियो वायरल हुए, जबकि बवाल के दौरान 23 वीडियो पुलिस वालों ने बनाए थे। साइबर सेल ने वीडियो फुटेज को बारीकी से देखा। जिसमें फौजी गोली चलाता साफ दिखाई दे रहा है। इसी को आधार बनाकर पुलिस ने फौजी पर ही फोकस किया है।