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लखनऊ: उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में गोकशी के शक के बाद भड़की हिंसा में पुलिस इस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की हत्या के तीन दिन बाद राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनके परिवार से मुलाकात की। इंस्पेक्टर की पत्नी, दो बेटे और उनकी बहन लखनऊ में मुख्यमंत्री निवास पर उनसे मुलाकात करने आई थीं। सीएम ने सुरक्षा समीक्षा बैठक में इंस्पेक्टर की हत्या पर एक भी शब्द नहीं बोला था और उनका पूरा फोकस गोकशी पर था। इसके बाद उनकी काफी आलोचना हुई थी। जिसके बाद सीएम योगी ने उनके परिवार से मुलाकात की।

इंस्पेक्टर के परिवार ने आरोप लगाया था कि जो भी उनकी हत्या में शामिल था, उनके प्रति प्रशासन का नरम रुख है। मुलाकात के बाद इंस्पेक्टर के बेटे ने बताया, 'मुख्यमंत्री जी ने आश्वासन दिया है कि उन्हें सही न्याय मिलेगा। दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलेगी। उन्होंने कहा कि वह हमारे परिवार के साथ हैं।' पीड़ित परिवार की सीएम योगी के साथ मुलाकात के बाद यूपी के डीजीपी ओपी सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की।

नई दिल्ली: बुलंदशहर हिंसा से जुड़ा सनसनीखेज वीडियो वायरल हुआ है। जिसमें इंस्पेक्टर सुबोध सिंह की हत्या से पहले की पूरी वारदात कैद है। मोबाइल से बनाया गया यह सिर्फ तीन मिनट का वीडियो है। इस वीडियो को फिलहाल 'कथित' कहेंगे, क्योंकि अभी पुलिस की ओर से पुष्टि नहीं हुई है। इस कथित वीडियो में खुलेआम भीड़ की अराजकता दिख रही है। वीडियो को देखकर लग रहा है कि भीड़ में शामिल किसी को कानून का जरा भी खौफ नहीं है। खेत में खड़े एक पुलिसवाले को देख आक्रोशित भीड़ पथराव करती हुई...मारो-मारो की आवाज लगा रही है।

पथराव करती इसी भीड़ में सुमित नामक युवक भी शुमार दिख रहा है, जिसकी इस हिंसा में बाद में गोली लगने से मौत हो गई। हालांकि, परिवार वाले युवक के भीड़ में शामिल न होने की बात कह रहे हैं, उनका कहना है कि सुमित केवल उस रास्ते से गुजर रहा था। हालांकि कथित वीडियो में सुमित दिख रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है कि भीड़ खेतों में घुसी हुई है। वीडियो मे एक तरफ सुमित लहूलुहान दिख रहा है। खेत में दूर एक पुलिसवाला बंदूक लिए दिख रहा है।

अयोध्या: विवादित ढांचा ढहाए जाने की तिथि 6 दिसंबर को लेकर रामनगरी को अभेद्य सुरक्षा घेरे में कैद कर दिया गया है। मजिस्ट्रेटों की तैनाती कर सुरक्षा की कमान आरएएफ व पीएसी के हवाले कर दी गई है। अयोध्या में शांति व सुरक्षा के मद्देनजर प्रमुख स्थलों के साथ ही भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर मजिस्ट्रेटों की खास नजर रहेगी। देहात क्षेत्रों में भी सतर्कता बढ़ा दी गई है।

अयोध्या में विवादित ढांचा ढहाए जाने की तिथि 6 दिसंबर पर बाबरी एक्शन कमेटी के यौम-ए-गम और विहिप के विजय दिवस सहित अन्य संगठनों द्वारा कार्यक्रम करने के एलान को लेकर जिले भर में अलर्ट घोषित कर दिया गया है। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि दर्शन-पूजन से कोई रोक नहीं है, लेकिन सुरक्षा व शांति से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। राउंड द क्लॉक जांच व तलाशी अभियान जारी 6 दिसंबर को कई हिंदू संगठनों द्वारा किए गए आयोजनों के एलान को लेकर प्रशासन ने सख्ती बढ़ा दी है।

मेरठ: हाशिमपुरा कांड में उम्रकैद की सजा पाए पीएसी के जवानों को पुलिस अभी तक कोर्ट में पेश नहीं कर पाई है। कोर्ट ने यूपी पुलिस को नोटिस भेजा है कि 19 दिसंबर तक सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश किया जाए। हालांकि इनमें कमल सिंह की मौत हो चुकी है। वहीं बाकी चार आरोपियों को पेश करने के लिए यूपी पुलिस ने कोर्ट से थोड़ा समय मांगा है। दिल्ली हाईकोर्ट ने हाल ही में इस मामले में सुनवाई करते हुए 16 पीएसी जवानों को उम्रकैद की सजा सुनाई थी। इन जवानों पर 42 लोगों की हत्या और अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज था।

पीड़ित ने सुनाई थी आपबीती

पीड़ित के अनुसार एक ट्रक को रात करीब साढ़े नौ बजे हमलावर मुरादनगर गंग नहर पर ले गए। मैं उसी ट्रक में था। सबसे पहले ट्रक से उतारकर मोहम्मद यासीन (आरटीओ दफ्तर में कार्यरत चपरासी) को गोली मारी गईं। एक-एक करके सबको गोली मारकर नहर में डाल दिया। मेरी दाहिनी बगल में गोली लगी थी, जिस कारण मैं जिंदा रहा और झाड़ियां पकड़कर छिपा रहा।

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