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लखनऊ: सपा अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने संविधान दिवस पर बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर की उस चेतावनी का जिक्र किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि सत्ताधारी दल अपनी मनमानी से संविधान के प्रावधानों का अनुचित उपयोग कर सकता है। उन्होंने कहा कि इन दिनों भाजपा सरकार संविधान की मूल भावना के साथ खिलवाड़ कर रही है। भाजपा धुंध की सरकार है। वे सोमवार को पार्टी मुख्यालय में विधानसभा और विधान परिषद सदस्यों की बैठक में बोल रहे थे।

अखिलेश ने कहा कि संविधान दिवस पर विधानमंडल के विशेष सत्र में जनसमस्याओं के साथ संविधान की गरिमा बनाए रखने और उस पर होने वाले हमलों पर भी चर्चा होनी चाहिए। संविधान की प्रस्तावना सदन में पढ़ा जाना चाहिए। संविधान में नागरिक स्वतंत्रता और सामाजिक न्याय की जो व्यवस्थाएं थीं, उनका क्या हुआ? उन्होंने कहा कि इटावा में लॉयन सफारी सपा सरकार की देन है। इसे तो भाजपा सरकार के वन मंत्री को भी स्वीकारना पड़ा है। 

लखनऊ: उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर विभिन्न विभागों में खुल रहे भ्रष्टाचार के मामलों में भेदभावपूर्ण कार्रवाई करने का आरोप लगाते हुए रविवार को कहा कि ऐसे प्रकरणों में सम्बन्धित मंत्रियों के खिलाफ कुछ नहीं किया जा रहा है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने मीडिया से बातचीत में सरकार पर संगठित तरीके से लूट करने का आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश में हो रहा भ्रष्टाचार मुख्यमंत्री के संज्ञान में आये बगैर नहीं हो सकता।

उन्होंने कहा कि जिस सरकार में हर परियोजना मंजूरी के लिये कैबिनेट बैठक में भेजी जाती है, उसमें भ्रष्टाचार का आधार बनने वाले इतने बड़े-बड़े फैसले मुख्यमंत्री के संज्ञान में लाये बगैर कैसे लिये जा सकते हैं। भाजपा के गुड गर्वर्नेंस के नारे की पोल जनता के बीच खुल चुकी है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि बिजलीकर्मियों की भविष्य निधि के घोटाला मामले में निचले स्तर के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई हुई। क्या वे अफसर उस विभाग के मंत्री और प्रमुख सचिव की मर्जी के बगैर कोई घोटाला कर सकते हैं? यह असम्भव है। आखिर इस मामले में बिजली मंत्री श्रीकांत शर्मा के खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है।

लखनऊ: उत्तर प्रदेश कांग्रेस की अनुशासन समिति ने 14 नवंबर को नेहरू जयन्ती पर अलग बैठक करने वाले पार्टी के 11 वरिष्ठ नेताओं में से एक पूर्व विधायक हाफिज मोहम्मद उमर को छोड़ कर बाकी सबको रविवार को बाहर का रास्ता दिखा दिया। जिन नेताओं को पार्टी से निष्कासित किया गया है उनमें पूर्व सांसद डा.संतोष सिंह,पूर्व मंत्री सत्यदेव त्रिपाठी, रामकृष्ण द्विवेदी, पूर्व विधायक विनोद चौधरी, भूधर नारायण मिश्रा, सिराज मेंहदी, स्वयं प्रकाश गोस्वामी, नेकचन्द पाण्डे, राजेन्द्र सिंह सोलंकी और पूर्व जिलाध्यक्ष संजीव सिंह शामिल हैं।

प्रदेश कांग्रेस की नई कार्यकारिणी के गठन के बाद से पार्टी के वरिष्ठ नेताओं में अपनी उपेक्षा को लेकर असंतोष है। पार्टी के इन नेताओं का मानना है कि उन्होंने अपने जीवन का लंबा समय पार्टी की सेवा में बिताया है। मौजूदा समय में उन्हें पार्टी में अपमानित किया जा रहा है। नेहरू जयन्ती पर पूर्व सांसद संतोष सिंह के आवास पर इन नेताओं ने बैठक भी की थी। हालांकि इन नेताओं ने पार्टी से अलग होने या बगावती तेवर दिखाने से परहेज किया था। यह भी कहा था कि उन्हें पार्टी में पद नहीं सम्मान चाहिए।

नई दिल्ली: समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मुबंई के ताजा राजनीतिक घटनाक्रम का जिक्र किये बगैर रविवार को कहा कि सत्ता के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कुछ भी करने को तैयार रहती है। यादव ने कहा “बड़ी कुर्बानियों से मिली आजादी को निरर्थक बनाने के षडयंत्र में भाजपा जुटी हुई हैं। आजादी के आंदोलन के साथ जो मूल्य स्थापित किए गए थे उनको तिलांजलि दी जा रही है। साध्य साधन की पवित्रता महज अतीत की याद बनकर रह गई है। लोकतंत्र में लोकलाज का महत्व होता है, भाजपा को इससे भी परहेज नहीं है।”

उन्होने कहा कि उत्तर प्रदेश में भाजपा राज में घोटालों की एक के बाद एक परत खुलती जा रही है। हजारों बिजली कर्मियों के प्राविडेंट फंड के घोटाले की जांच में रोज नए तथ्य सामने आ रहे हैं। 68500 सहायक अध्यापकों की भर्ती में और ग्राम पंचायतों की परफामेर्न्स ग्रांट आवंटन में बड़े पैमाने पर धांधली के अलावा होमगाडोर् के वेतन घोटाले के साथ पीएसी में सिपाही भतीर् परीक्षा में मेडिकल टेस्ट में भी गड़बड़ी की शिकायतें सामने आ चुकी हैं, जिन पर जांच के एलान हुए हैं।

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