वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की को बहस करनी महंगी पड़ी है। ट्रंप ने यूक्रेन को जंग में दी जाने वाली सभी सहायता रोकने की आदेश दे दिया है। ट्रंप ने यह आदेश जेलेंस्की के साथ ओवल ऑफिस में हुई झड़प के कुछ ही दिनों बाद दिया है।
मीडिया रिपोर्टस में रक्षा विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से बताया कि अमेरिका, यूक्रेन को जंग में दी जाने वाली सभी सैन्य सहायता तब तक रोक रहा है, जब तक ट्रंप यह तय नहीं कर लेते कि जेलेंस्की शांति के लिए सद्भावनापूर्ण प्रतिबद्धता रखते हैं या नहीं।
जेलेंस्की ने ओवल ऑफिस में हुई बैठक में रूस के साथ किसी भी शांति समझौते को सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा गारंटी की मांग की। इस पर ट्रंप ने नाराजगी जाहिर की थी। उन्होंने कहा था कि जब यूक्रेन शांति के लिए तैयार हो, तभी वह वापस आए। तनावपूर्ण बैठक के बाद यूरोपीय सहयोगियों ने तेजी से यूक्रेन को हथियार मुहैया कराने और शांति सैनिक भेजने की योजना बनानी शुरू कर दी।
डोनाल्ड ट्रंप, रूस और यूक्रेन के बीच तीन साल से चल रहे युद्ध को खत्म करने के लिए शांति समझौते पर जोर दे रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ जेलेंस्की द्वारा की गई सुरक्षा की मांग ने इस समझौते को मुश्किल बना दिया है। हालांकि ट्रंप ने पहले इस बात का एलान कर दिया था कि जब तक शांति समझौते की प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ती, तब तक अमेरिका से कोई सहायता नहीं दी जाएगी।
अमेरिका का फैसला सिर्फ यूक्रेन को दी जा रही को आर्थिक मदद खत्म करने से कहीं ज्यादा है। यह पहले से वितरित की जा रही महत्वपूर्ण सैन्य सहायता को भी खतरे में डालता है। साथ ही अमेरिका और यूक्रेन के बीच एक समझौता होने वाला था, जिसके तहत अमेरिका को यूक्रेन के प्राकृतिक संसाधनों से भविष्य में होने वाली आय का बड़ा हिस्सा मिलना था। शुक्रवार की बैठक के बाद यह समझौता भी अधर में लटक गया।