नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): भारतीय शेयर बाजार मंगलवार के कारोबारी सत्र में करीब सपाट बंद हुए। मुख्य सूचकांकों में हल्की गिरावट देखी गई। हालांकि, बैंकिंग, मेटल और एनर्जी शेयरों में तेजी थी।
कारोबार के अंत में सेंसेक्स 96 अंक या 0.13 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 72,989 और निफ्टी 36 अंक या 0.17 प्रतिशत की गिरावट के साथ 22,082 पर था।
लार्जकैप की अपेक्षा मिडकैप और स्मॉलकैप हरे निशान में बंद हुए। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 23.70 अंक की मामूली तेजी के साथ 48,007 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 101 अंक या 0.69 प्रतिशत की तेजी के साथ 14,762 पर बंद हुआ।
कारोबारी सत्र में बैंकिंग शेयरों में खरीदारी देखने को मिली। निफ्टी बैंक 130 अंक या 0.27 प्रतिशत चढ़कर 48,245 पर बंद हुआ। निफ्टी में बैंकिंग के अलावा मेटल, एनर्जी और फाइनेंशियल सर्विसेज इंडेक्स हरे निशान में बंद हुए हैं। ऑटो, आईटी, फार्मा और एफएमसीजी इंडेक्स लाल निशान में बंद हुए हैं।
व्यापक बाजार का रुझान सकारात्मक था। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) पर 2,219 शेयर हरे निशान में, 1,738 शेयर लाल निशान में और 129 शेयर बिना किसी बदलाव के बंद हुए।
सेंसेक्स पैक में एसबीआई, जोमैटो, टीसीएस, टाटा स्टील, पावर ग्रिड, एचडीएफसी बैंक, अदाणी पोर्ट्स, इंडसइंड बैंक और आईसीआईसीआई बैंक टॉप गेनर्स थे। बजाज फिनसर्व, एचसीएल टेक, नेस्ले, एशियन पेट्स, सन फार्मा, भारती एयरटेल, मारुति सुजुकी, इन्फोसिस और टाइटन टॉप लूजर्स थे।
प्रभुदास लीलाधर (पीएल कैपिटल) के एडवाइजरी प्रमुख, विक्रम कसात ने कहा कि मंगलवार का कारोबारी सत्र काफी उतार-चढ़ाव वाला रहा। इसकी वजह वैश्विक अस्थिरता है। अमेरिका द्वारा कनाडा, चीन और मैक्सिको पर टैरिफ लगाए जाने से ट्रेड वार का खतरा बढ़ गया है। इन ट्रेड वार के साथ-साथ रूस और यूक्रेन के बीच भू-राजनीतिक तनावों के कारण संभावित आपूर्ति श्रृंखला व्यवधान, प्रतिकूल आर्थिक प्रभाव और अमेरिका में महंगाई बढ़ने की संभावना के संबंध में चिंताएं उत्पन्न हो गई हैं।
भारतीय बाजार की शुरुआत कमजोरी के साथ हुई थी। सुबह करीब 9.30 बजे सेंसेक्स 363.22 अंक या 0.50 प्रतिशत की गिरावट के साथ 72,722.72 पर कारोबार कर रहा था, जबकि निफ्टी 125.80 अंक या 0.57 प्रतिशत की गिरावट के साथ 21,993.50 पर कारोबार कर रहा था।
विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने लगातार आठवें दिन अपनी बिकवाली जारी रखी, क्योंकि वे 3 मार्च को 4,788.29 करोड़ रुपये के शेयर बेचे गए। हालांकि, घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने उसी दिन 8,790.70 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।