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बीजिंग: अमेरिकी राष्ट्रपति का पद संभालने के बाद से ही टैरिफ के मुद्दे पर डोनाल्ड ट्रंप ने चीन समेत कई देशों के खिलाफ सख्त रुख अपना रखा है। आज अमेरिकी संसद को संबोधित करते हुए टंप ने भारत और चीन समेत अन्य देशों पर 2 अप्रैल से पारस्परिक टैरिफ लगाने का एलान कर दिया। इस बीच ने अमेरिका के इस सख्त रुख पर चीन कड़ी प्रतिक्रिया दी है। चीन ने साफ कर दिया है कि अगर अमेरिका टैरिफ युद्ध या फिर किसी भी तरह का युद्ध ही चाहता है तो चीन इसके लिए तैयार है और चीन अंत तक लड़ेगा।

चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने कहा कि चीनी आयात पर अमेरिकी टैरिफ बढ़ाने के लिए फेंटेनाइल मुद्दा बहुत ही घटिया बहाना है। हमारे अधिकारों और हितों की रक्षा के लिए हमारे प्रतिरोध पूरी तरह से वैध और जरूरी हैं। उन्होंने आगे कहा कि अमेरिका के अंदर फेंटेनाइल संकट के लिए कोई और नहीं, बल्कि खुद अमेरिका ही जिम्मेदार है। अमेरिकी लोगों के प्रति मानवता और सद्भावना की भावना से, हमने इस मुद्दे से निपटने में अमेरिका की मदद करने के लिए मजबूत कदम उठाए हैं।

जियान ने कहा कि हमारी कोशिशों को मान्यता देने के बजाय, अमेरिका ने चीन पर सारा दोष मढ़ने और टैरिफ बढ़ाने, चीन पर दबाव डालने और उसे ब्लैकमेल करने की कोशिश की है।

जियान ने अमेरिका पर निशाना साधते हुए कहा कि अमेरिका इस तरह से अपनी मदद करने के लिए हमें ही सजा दे रहा है। यह अमेरिका की परेशानी का समाधान नहीं करेगा और हमारे काउंटर नारकोटिक्स बातचीत और सहयोग को कमजोर करेगा। उन्होंने कहा कि हम धमकी से डरते नहीं हैं, हम पर धौंस जमाना काम नहीं करता है। दबाव, जबरदस्ती या धमकी चीन से निपटने का सही तरीका नहीं है। चीन पर ज्यादा से ज्यादा दबाव डालने वाला कोई भी व्यक्ति गलत व्यक्ति को चुन रहा है और गलत अनुमान लगा रहा है।

जियान ने कहा कि अगर अमेरिका सच में फेंटेनाइल मुद्दे को सुलझाना चाहता है, तो वह चीन के साथ बातचीत करे और एक-दूसरे को बराबरी का दर्जा दे। जियान ने दो टूक कहा कि अगर अमेरिका जंग चाहता है, चाहे वह टैरिफ युद्ध हो, व्यापार युद्ध हो या कोई और जंग हो, हम आखिर तक लड़ने के लिए तैयार हैं।

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