लखनऊ: सपा अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने संविधान दिवस पर बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर की उस चेतावनी का जिक्र किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि सत्ताधारी दल अपनी मनमानी से संविधान के प्रावधानों का अनुचित उपयोग कर सकता है। उन्होंने कहा कि इन दिनों भाजपा सरकार संविधान की मूल भावना के साथ खिलवाड़ कर रही है। भाजपा धुंध की सरकार है। वे सोमवार को पार्टी मुख्यालय में विधानसभा और विधान परिषद सदस्यों की बैठक में बोल रहे थे।
अखिलेश ने कहा कि संविधान दिवस पर विधानमंडल के विशेष सत्र में जनसमस्याओं के साथ संविधान की गरिमा बनाए रखने और उस पर होने वाले हमलों पर भी चर्चा होनी चाहिए। संविधान की प्रस्तावना सदन में पढ़ा जाना चाहिए। संविधान में नागरिक स्वतंत्रता और सामाजिक न्याय की जो व्यवस्थाएं थीं, उनका क्या हुआ? उन्होंने कहा कि इटावा में लॉयन सफारी सपा सरकार की देन है। इसे तो भाजपा सरकार के वन मंत्री को भी स्वीकारना पड़ा है।
भाजपा भ्रष्टतम और बेईमान सरकार
अखिलेश ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार भ्रष्टतम और बेईमानी की सरकार है। इस सरकार में घोटालों की फेहरिस्त लंबी है। बैंक डूब रहे हैं। कंपनियों का दिवाला निकल रहा है। भारत के 12 मिलियन डॉलर विदेश चले गए। गन्ना, धान, आलू किसानों की बदहाली पर सरकार का ध्यान नहीं है। शिक्षा, चिकित्सा महंगी होती जा रही है। इस सरकार में कॉरपोरेट हावी हैं तो समाजवादी व्यवस्था का क्या होगा? एक करोड़ नौकरियों के वादे का क्या हुआ?
अखिलेश ने कहा कि किसानों की आय कहां दोगुनी हुई ? एक करोड़ नौकरियों का क्या हुआ ? गड्ढा मुक्त सड़कें कहां है ? इनका बजट कहां गया? निर्बाध बिजली कैसे मिलेगी जब भाजपा राज में एक यूनिट का भी उत्पादन नहीं हुआ?