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भुवनेश्वर: भुवनेश्वर के एक निजी अस्पताल में लगी भीषण आग के मामले में अस्पताल के अधीक्षक समेत चार लोगों को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया गया। आग में 20 लोगों की जान चली गयी थी। ओडिशा सरकार ने कर्तव्यपालन और सुरक्षा में लापरवाही को लेकर दो प्राथमिकी दर्ज करायी थी, जिसके बाद ये कार्रवाई की गयी। पुलिस आयुक्त वाई बी खुरानिया ने बताया कि इस मामले में सम अस्पताल के अधीक्षक पुष्पराज सामंतसिंगार, विद्युत रखरखाव इंजीनियर अमूल्य साहू, फायर सेफ्टी ऑफिसर संतोष दास और कनिष्ठ विद्युत अभियंता मलय साहू को गिरफ्तार किया गया है। इस बीच अग्निशमन विभाग के महानिदेशक विनय बेहरा ने कल रात निजी अस्पताल में लगी आग की रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंप दी है। इस घटना में 20 लोगों की मौत हो गयी थी और कई अन्य लोग घायल हुए। एक अधिकारी ने बताया कि बेहरा ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि अस्पताल के अधिकारियों द्वारा वर्ष 2013 के दिशा-निर्देशों के अनुसार आग संबंधी सुरक्षा नियमों का पालन नहीं किया गया था।

भुवनेश्वरः ओड़िशा की राजधानी भुवनेश्वर के सम अस्पताल में सोमवार शाम लगी आग में दम घुटने से कम से कम 22 मरीजों की मौत हो गई जबकि 20 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। सीएम नवीन पटनायक और पीएम मोदी ने हादसे पर दुख जताया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए सीएम ने जांच के आदेश दे दिए हैं। माना जा रहा है कि सम अस्पताल की पहली मंजिल पर बने डायलिसिस वॉर्ड में शॉर्ट सर्किट की वजह से आग लगी, जो पास के सघन चिकित्सा केंद्र (आईसीयू) सहित अन्य जगह तक तुरंत फैल गई। सम अस्पताल की इमारत चार मंजिली है। अधिकारियों ने बताया कि सम अस्पताल से 14 मरीज मृत अवस्था में कैपिटल अस्पताल लाए गए, जबकि अमरी अस्पताल में आठ मरीज मृत अवस्था में लाए गए। कैपिटल अस्पताल के अधीक्षक विनोद कुमार मिश्रा ने कहा, हमने 14 शव प्राप्त किए हैं, जबकि पांच अन्य मरीजों को सम अस्पताल से दूसरे अस्पताल में ले जाया गया है। भुवनेश्वर के अमरी अस्पताल के इकाई प्रमुख डॉ़ सलिल कुमार मोहंती ने कहा, कुल 37 मरीज हमारे कैजुअल्टी वॉर्ड में लाए गए हैं। हमारे डॉक्टरों ने आठ लोगों को मृत घोषित कर दिया है। कैपिटल अस्पताल के डॉक्टर ने कहा, ज्यादातर पीड़ित हादसे की चपेट में आए सम अस्पताल की पहली मंजिल पर बनी आईसीयू में थे। सम अस्पताल में आग की घटना पर गंभीर चिंता जताते हुए मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने हादसे को अत्यंत दुखद करार दिया। मुख्यमंत्री ने सरकारी अस्पतालों को निर्देश दिया कि वे सम अस्पताल से लाए गए मरीजों को जरूरी इलाज मुहैया कराएं।

बालेश्वर: भारत ने इस्राइल के सहयोग से विकसित जमीन से हवा में मार करने वाली लम्बी दूरी की वायु मिसाइल प्रणाली (एलआरएसएएम) का एक दिन पहले ही सफल परीक्षण करने के बाद आज इसका (बुधवार) फिर से सफल परीक्षण किया। इसे वायु सुरक्षा क्षमता को मजबूत बनाने के मकसद से तैयार किया गया है और ओडिशा के बालेश्वर स्थित अंतरिम प्रक्षेपण रेंज से इसका परीक्षण किया गया। रक्षा मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि अत्याधुनिक एनआरएसएएम का आईटीआर प्रक्षेपण पैड 3 से परीक्षण किया गया। परीक्षण मिशन को सफल करार देते हुए रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के एक अधिकारी ने कहा कि मंगलवार को मिसाइल के परीक्षण की तुलना में आज का परीक्षण अलग-अलग ऊंचाइयों और रेंज पर किया गया। रक्षा मंत्रालय की विज्ञप्ति के अनुसार यह परीक्षण आज सुबह 10 बजकर 10 मिनट पर और फिर 2 बजकर 25 मिनट पर अंतरिम परीक्षण रेंज (आईटीआर) बालेश्वर से सफलतापूर्वक किया गया। एलआरएसएएम प्रणाली को भारत के डीआरडीओ और इस्राइल के आईएआई के बीच एक संयुक्त उद्यम के माध्यम से विकसित किया गया है। सैम प्रणाली के नौसैनिक संस्करण का इस बार जमीन पर परीक्षण किया गया जबकि पहले इसका परीक्षण अंतरिम परीक्षण रेंज (आईटीआर) से नौसेना के जहाज पर किया गया था। दोनों मिसाइलें अपने लक्ष्यों को सीधे विभिन्न श्रेणियों और ऊंचाई पर नियोजित करती हैं। मिसाइलों के उड़ान की गति को आईटीआर में स्थापित रडारों और विद्युत आप्टिकल प्रणालियों द्वारा पता लगाकार नजर रखा जाता है।

भुवनेश्वर: ओडिशा के अंगुल जिले में शुक्रवार को एक बस के एक पुल से गिर जाने से 16 लोगों की मौत हो गई और 30 से अधिक गंभीर रूप से घायल हो गये। डीजीपी के बी सिंह ने बताया कि दुर्घटना देउलिझारी के नजदीक उस समय घटी जब बौध से अथामल्लिक जा रही एक बस एक पुल से नीचे जा गिरी। सिंह ने बताया कि दुर्घटना में चार महिलाओं समेत 16 लोगों की मौत हो गई और 30 अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गये। घटना स्थल पर बचाव कार्य की निगरानी करने पहुंचे अंगुल जिला के कलेक्टर अनिल कुमार समल ने बताया कि घायलों को अथामल्लिक के अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां इनमें से कई की हालत गंभीर बनी हुई है। दुर्घटना पर दुख व्यक्त करते हुये, मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने जिला प्रशासन और पुलिस अधिकारियों को घायलों के इलाज के लिए तुरंत कदम उठाने का निर्देश दिया है। अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री ने घायलों को नि:शुल्क चिकित्सा उपचार उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। उन्होंने बताया कि अथामल्लिक कॉलेज के कई छात्र भी बस में यात्रा कर रहे थे। उन्होंने बताया कि यह अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है कि किस कारण बस पुल से गिरी लेकिन ऐसा लग रहा है कि चालक ने वाहन पर से नियंत्रण खो दिया हो होगा।

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