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भुवनेश्वर: रिजर्व बैंक गवर्नर रघुराम राजन की निरंतर आलोचना करने वाले भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने आज कहा कि रिजर्व बैंक का प्रमुख एक सरकारी कर्मचारी है और उसका चुनाव लोकप्रियता के आधार पर नहीं किया जाता है। राजन के दूसरा कार्यकाल स्वीकार नहीं करने के फैसले पर अपनी प्रतिक्रिया में स्वामी ने कहा, ‘रघुराम राजन भारत सरकार के कर्मचारी हैं। हम कर्मचारियों का चयन लोकप्रियता के आधार नहीं करते।’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे कई पत्रों में स्वामी ने राजन को यह कहते हुए पद से हटाने की मांग की थी कि वह मानसिक रूप से पूरी तरह भारतीय नहीं हैं और वे गोपनीय तथा संवदेनशील वित्तीय सूचनाएं विश्व भर में भेजते हैं। राजन ने आज रिजर्व बैंक के कर्मचारियों को लिखे पत्र में कहा कि वह 4 सितंबर को केंद्रीय बैंक प्रमुख का कार्यकाल पूरा होने पर शिकागो लौट जाएंगे और पठन-पाठन के काम से जुड़ेंगे।

बालासोर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मेरी सरकार का मंत्र है, सबका साथ सबका विकास है। मोदी ने गरीबों के सशक्तिकरण और देश से गरीबी उन्मूलन के लिए केंद्र सरकार के प्रयासों को रेखांकित करते हुए आज (गुरूवार) कहा कि भारत के गरीबों की अमीरी उनके उस रिण को चुकाने से पता चलती है जो उन्होंने प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत बैंकों से लिया है।मोदी ने यह बात केंद्र की सत्ता में दो वर्ष पूरे होने के मौके पर भाजपा की ओर से आयोजित आठ सभाओं की श्रृंखला के तहत यहां आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि जो लोग एसी रूम में बैठे हैं, उन्हें देश की चिंता करने की जरूरत नहीं है। उन्हें बालासोर में आकर इस जनसमूह को देखना चाहए। यहां कोई चुनाव नहीं है, फिर भी इतनी भारी संख्या में लोग आए हैं। मोदी ने कहा, ‘‘भारत में गरीब लोगों की अमीरी इसमें है कि वे प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत बैंकों से लिये गए रिणों का भुगतान कर देते हैं।’’ उन्होंने कहा कि राजग सरकार ने छोटी व्यावसायिक गतिविधियों में लगे व्यवसायियों की वित्तीय सहायता के लिए एक वर्ष पहले प्रधानमंत्री मुद्रा योजना शुरू की थी। योजना के तहत छोटे व्यापारी जमानत के बिना 50 हजार से 10 लाख रूपये तक की रिण सुविधा का लाभ उठा सकते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘देश के 10 करोड़ गरीब परिवारों में से 3.5 करोड़ परिवारों ने योजना का लाभ उठाया है। उनमें से कुछ ने रिणों का भुगतान बैंकों को करना भी शुरू कर दिया है।’’

बालेश्वर (ओडिशा): भारत ने परमाणु क्षमता संपन्न और स्वदेश में विकसित पृथ्वी दो मिसाइल का सफल प्रक्षेपण किया। मिसाइल का प्रक्षेपण ओडिशा में चांदीपुर परीक्षण रेंज से किया गया और यह सेना के उपयोग के लिहाज से प्रायोगिक परीक्षण था । सतह से सतह पर मार करने में सक्षम इस मिसाइल का परीक्षण यहां एकीकृत परीक्षण रेंज पर प्रक्षेपण परिसर 3 से सुबह करीब नौ बजकर 40 मिनट पर किया गया। सूत्रों ने यह जानकारी देते हुए बताया कि पृथ्वी 2 के लगातार दो परीक्षण करने की योजना थी। लेकिन पहले सफल परीक्षण के बाद दूसरे परीक्षण के विचार को तकनीकी समस्याओं के चलते छोड़ दिया गया। इसी स्थल से 12 अक्तूबर 2009 को दो परीक्षण किए गए थे तथा दोनों सफल रहे थे । 350 किलोमीटर की मारक क्षमता वाली पृथ्वी 2 मिसाइल 500 से एक हजार किलोग्राम तक के आयुध ले जाने में सक्षम है और इसमें लिक्विड प्रोपल्शन ट्विन इंजन लगे हैं । सूत्रों ने बताया , ‘ मिसाइल के प्रक्षेपण पर डीआरडीओ राडार , इलैक्ट्रो आप्टिकल ट्रैकिंग सिस्टम से निगरानी की गयी।’ बंगाल की खाड़ी में इसके प्रभाव स्थल पर एक पोत पर तैनात टीम ने नीचे आने के इसके पूरे सफर का परीक्षण किया।

बालेश्वर (ओडिशा): संपूर्ण रूप से बहुस्तरीय बैलेस्टिक मिसाइल रक्षा प्रणाली हासिल करने के प्रयास के तहत भारत ने स्वदेशी सुपरसोनिक इंटरसेप्टर मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया। यह मिसाइल उसकी ओर आने वाली किसी भी शत्रु बैलेस्टिक मिसाइल को नष्ट करने की क्षमता रखती है। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के सूत्रों ने बताया, ‘उड़ान की स्थिति में इंटरसेप्टर के कई मानकों का सत्यापन करने के लिए यह परीक्षण किया गया जो सफल रहा है।’ इस इंटरसेप्टर के लिए पृथ्वी मिसाइल के नौसैन्य संस्करण को लक्ष्य के तौर पर स्थापित किया गया। इस लक्ष्य को बंगाल की खाड़ी में खड़े पोत से छोड़ा गया था। लक्ष्य वाली मिसाइल को दिन में करीब 11.15 बजे दागा गया और इंटरसेप्टर ‘एडवांस्ड एयर डिफेंस' (एएडी) मिसाइल को अब्दुल कलाम द्वीप पर तैनात किया गया था जिसे रडार से संकेत मिल रहे थे। इस इंटरसेप्टर ने लक्ष्य वाली मिसाइल को काफी ऊंचाई पर ही नष्ट कर दिया। डीआरडीओ के एक वैज्ञानिक ने कहा, ‘इंटरसेप्टर की मारक क्षमता का आकलन कई निगरानी स्रोतों से किया गया।’

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