ताज़ा खबरें
केजरीवाल के खिलाफ कार्यवाही पर रोक से दिल्ली हाईकोर्ट का इंकार
गौतम अडानी पर रिश्वत देने, धोखाधड़ी के आरोप, यूएस में मामला दर्ज

भुवनेश्वर: रोजवैली चिटफंड घोटाले में गिरफ्तार तृणमूल कांग्रेस सांसद तापस पाल से सीबीआई ने पार्टी सांसद सुदीप बंदोपाध्याय के साथ संयुक्त रूप से पूछताछ की। इसके बाद तापस को जेल भेजा गया। कोलकाता में 30 दिसंबर को गिरफ्तार और अगले दिन ओडिशा लाए गए पाल को विशेष मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया गया क्योंकि उनकी दो चरणों में छह दिन की हिरासत की अवधि समाप्त हो गई थी। सांसद के वकील सब्यसाची बनर्जी ने इससे पहले जमानत याचिका दायर की थी लेकिन न्यायाधीश पीके मिश्रा ने इस पर फैसला सुरक्षित रखा और पाल को 19 जनवरी तक यहां झारपाडा जेल भेजा।

भुवनेश्वर: तृणमूल कांग्रेस सांसद सुदीप बंदोपाध्याय को आज एक विशेष अदालत द्वारा रोज वैली चिटफंड घोटाला मामले में छह दिन की सीबीआई हिरासत में भेजा गया। अदालत के आदेश के बाद उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने यहां सीबीआई के ओडिशा मुख्यालय के सामने प्रदर्शन किया। सांसद के वकील राजीव मजूमदार और अन्य मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में उस समय मौजूद थे जब न्यायाधीश पीके मिश्रा ने बंदोपाध्याय को 12 दिन की हिरासत की मांग वाली सीबीआई की अपील पर छह दिन की हिरासत मंजूर की।

 

बालेश्वर (ओडिशा): भारत ने आज (सोमवार) ओड़िशा अपतटीय क्षेत्र में एक परीक्षण स्थल से परमाणु आयुध ले जाने में सक्षम अग्नि-4 बैलिस्टिक मिसाइल का सफल प्रायोगिक परीक्षण किया। सतह से सतह पर मार करने वाली इस मिसाइल की मारक क्षमता 4,000 किलोमीटर है। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के सूत्रों ने बताया कि मोबाइल लॉन्चर की मदद से, सुबह 11 बजकर करीब 55 मिनट पर अग्नि..4 को डॉ अब्दुल कलाम द्वीप स्थित एकीकृत परीक्षण रेंज (आईटीआर) के परिसर संख्या चार से दागा गया। डॉ अब्दुल कलाम द्वीप को पूर्व में व्हीलर द्वीप के तौर पर जाना जाता था। परीक्षण को सफल बताते हुए सूत्रों ने कहा कि देश में निर्मित अग्नि..4 का यह छठा प्रायोगिक परीक्षण था जिसने सभी मानकों को पूरा किया। पिछला परीक्षण नौ नवंबर 2015 को भारतीय सेना की विशेष तौर पर गठित सामरिक बल कमान (एसएफसी) ने किया था जो सफल रहा। बीस मीटर लंबी और 17 टन वजन वाली इस मिसाइल की मारक क्षमता 4,000 किलोमीटर है और यह दो चरणीय मिसाइल है।

ब्रह्मपुर (ओडिशा): पांच सौ और 1000 रुपये के पुराने नोटों का चलन बंद होने के बाद भले ही बहुत सारे लोगों के पास नकद की कमी हो गई है, लेकिन दक्षिण ओडिशा के ब्रह्मपुर केपी अनिल कुमार एक प्रकार से समृद्ध हो गए हैं। चलन से बाहर कर दिए गए सिक्कों एवं नोटों का संग्रहण करने वाले कुमार के एलबम में दो और पुराने नोट शामिल हो गए हैं । व्यापारी कुमार के पास आजादी से पहले और बाद के विभिन्न मूल्यों के नोटों का एक बड़ा संग्रह है। उनमें एक रुपये से लेकर 1000 रुपये तक विभिन्न आकार के नोट हैं। अड़तालीस वर्षीय कुमार ने कहा, ‘‘जिस दिन 500 और 1000 रुपये के नोट चलन से हटाए गए थे, उसी दिन मैंने इन नोटों को अपने एलबम में शामिल किया। ’’ कुमार ने कहा, ‘‘इनके साथ ही मैंने 500 रुपये के कम से कम तीन तरह के नोट और 1000 रुपये के दो तरह के नोट संग्रहीत किए हैं। इसके अलावा मेरे पास 10 रुपये, पांच रुपये और एक रुपये के छह-छह प्रकार के नोट, 100 रुपये के पांच प्रकार के नोट और 20 रुपये के तीन प्रकार के नोट हैं। ’’ दिलचस्प यह है कि इन नोटों मे कुछ नोट फैंसी नंबर जैसे 48 एच 700000 (10 रपये का नोट), जेपीटी 600000 (100 रुपये का नोट), 6सीए 577777 (500 रुपये का नोट) और 7 ईए 000007 (1000 रुपये का नोट) वाले हैं। कुमार को बचपन के दिनों से सिक्कों से स्नेह हो गया।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख