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बुलंदशहर: उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में गोकशी के आरोपों के बाद भड़की हिंसा में एक पुलिस इंस्पेक्टर और एक आम नागरिक की मौत हो गई। उपद्रवियों ने एक पुलिस चौकी फूंक दी और दर्जनों वाहन जला दिए। यह सब ऐसे वक्त हुआ जब शहर में एक धार्मिक आयोजन में करीब 10 लाख मुसलमान मौजूद हैं। भीड़ से घिरे हुए इंस्पेक्टर के चारों तरफ गोलियों की आवाजें आती रहीं। गोकशी के आरोपों में एक घंटे तक चली हिंसा में इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह अपना फ़र्ज़ निभाते हुए मारे गए। हिंसक भीड़ ने पुलिस चौकी जला दी और पुलिस पर पथराव किया। गोकशी के इल्ज़मों से वे भड़के हुए थे। पुलिस ने 400 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।

इंस्पेक्टर सुबोध सिंह के चारों तरफ यूं तो 11 राउंड फायर की आवाज़ें आईं, लेकिन पुलिस का कहना है कि उनकी मौत सिर में पत्थर लगने से हुई। हिंसा में एक स्थानीय नौजवान भी मारा गया। कहते हैं कि उसे पुलिस राइफल की गोली लगी है। गोकाशी और बाद में हुई हिंसा दोनों की जांच के लिए एसआईटी का गठन कर दिया गया है। इलाके में हिंसा के बाद तनाव है।

किसी अनहोनी से निपटने के लिए मौके पर बड़े पैमाने पर फोर्स तैनात कर दी गई है।

एडीजी लॉ एंड ऑर्डर ने बताया कि घटना की जांच की जा रही है। मिली जानकारी के मुताबिक बुलंदशहर के सयाना थाना क्षेत्र में भीड़ ने पथराव किया। हिंसा सोमवार की सुबह तब शुरू हुई जब गांव में 25 पशुओं के शव मिले। लोगों का आरोप है कि ये गांव के ही दूसरे समुदाय के लोगों ने गोकशी की है। इसके बाद वहां तनाव को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई। हालात तब बेकाबू हो गए जब भीड़ ने पुलिसवालों पर पथराव शुरू कर दिया। पुलिस चौकी को आग लगा दी और गाड़ियों में आगजनी की। वहीं एक वीडियो फुटेज की भी बात सामने आ रही है जो हिंसा का कारण हो सकता है। इस वीडियो के बारे में भी पुलिस जांच कर रही है।

एडीजी ने बताया कि घटना की जांच एसआईटी करेगी। खबरों के मुताबिक पुलिस ने हवा में फ़ायरिंग की और लाठीचार्ज भी किया लेकिन हालात काबू में नहीं आए। इलाके में अतिरिक्‍त सुरक्षाबल भेजा गया है। पुलिस के दो आला अधिकारी एडीजीपी प्रशांत कुमार और आईजी राम कुमार भी घटनास्‍थल के लिए रवाना हो गए हैं। पुलिस ने बताया कि वो तनाव कम करने के लिए उस इलाके से वाहनों को दूर रखने की कोशिश कर रहे हैं।

गौरतलब है कि इससे पहले भी गोकशी के विवाद में कई बार हिंसाएं हो चुकी हैं। नोएडा के दादरी से शुरू हुई ऐसी घटनाएं राजस्थान के अलवर, गुजरात और कई राज्यों में हो चुकी हैं। फिलहाल बुलंदशहर में तनाव बना हुआ है और इलाके में बड़ी संख्या में पुलिसबल तैनात कर दिया गया है।

सीएम ने एडीजी इंटलीजेंस को मौके पर भेजा, दो दिन में मांगी जांच रिपोर्ट

यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्याना की घटना की जांच के लिए एडीजी इंटलीजेंस एसबी शिराडकर को मौके पर भेजा। उनसे दो दिन में जांच रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है। मामले की जांच के लिए एसआईटी भी गठित की गई है।

मुख्यमंत्री ने घटना में इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह समेत दो की मौत पर दुख जताते हुए जिले के प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों को शांति बनाए रखने के निर्देश दिए हैं। इलाके में पांच कंपनी आरएएफ और छह कंपनी पीएसी के साथ-साथ पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है।

 सीएम ने की 50 लाख मुआवजे और नौकरी देने की घोषणा

मुख्यमंत्री ने बुलंदशहर की घटना के दिवंगत पुलिस इंस्पेक्टर की पत्नी को 40 लाख रुपये और माता-पिता को 10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने का एलान किया है। साथ ही दिवंगत इंस्पेक्टर के आश्रित परिवार को असाधारण पेंशन और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की भी घोषणा की है। 

एडीजी मेरठ जोन प्रशांत कुमार और आईजी रेंज राम कुमार रात में बुलंदशहर में कैंप करेंगे। एडीजी ने बताया की स्याना को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। तीन कंपनी आरएफ और 5 कंपनी पीएससी समेत पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है। 

 

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