ताज़ा खबरें
किसान संगठन और सरकार के बीच छठे दौर की बातचीत भी रही बेनतीजा
यूएसएड पर ट्रंप बोले-'21 मिलयिन डॉलर मेरे दोस्त पीएम मोदी को' मिले
अपने काम में असफल बदलते हैं लक्ष्य की समय-सीमा: अखिलेश यादव
पंजाब के सीएम भगवंत मान ने मंत्री कुलदीप धालीवाल का छीना विभाग
एयर इंडिया की सेवाओं पर शिवराज बोले-'बैठने के लिए मिली टूटी सीट'
फराह खान पर धार्मिक भावनाओं के अपमान का आरोप, एफआईआर दर्ज

लाहौर: जोश इंग्लिस के शतक और एलेक्स कैरी के पचासे से ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड के खिलाफ ग्रुप बी के मुकाबले में चैंपियंस ट्रॉफी के इतिहास का सबसे बड़ा लक्ष्य सफलतापूर्वक हासिल किया। इंग्लैंड ने सलामी बल्लेबाज बेन डकेट की शानदार पारी की मदद से 50 ओवर में आठ विकेट पर 351 रन बनाए जो चैंपियंस ट्रॉफी का सबसे बड़ा टोटल था। हालांकि, ऑस्ट्रेलिया ने खराब शुरुआत से उबर कर 47.3 ओवर में पांच विकेट पर 356 रन बनाकर पांच विकेट से मैच जीता।

ऑस्ट्रेलिया ने 5618 दिन बाद चैंपियंस ट्रॉफी में जीता कोई मैच

ऑस्ट्रेलिया ने इस जीत के साथ ही इतिहास रच दिया है। टीम ने ना सिर्फ चैंपियंस ट्रॉफी बल्कि सभी आईसीसी वनडे टूर्नामेंट का सबसे बड़ा लक्ष्य हासिल कर लिया है। इससे पहले यह रिकॉर्ड पाकिस्तान के नाम था जिसने 2023 वनडे विश्व कप में श्रीलंका के खिलाफ 345 रनों का लक्ष्य हासिल किया था। ऑस्ट्रेलिया की यह 2009 में फाइनल के बाद से चैंपियंस ट्रॉफी में पहली जीत है। ऑस्ट्रेलिया ने 5618 दिन बाद इस टूर्नामेंट में मुकाबला जीता है। उसने चैंपियंस ट्रॉफी में आखिरी बार 5 अक्तूबर 2009 को न्यूजीलैंड के खिलाफ जीत दर्ज की थी।

2013 में टीम ने तीन मैच खेले जिसमें उसे पहले मैच में इंग्लैंड के खिलाफ हार मिली और फिर उसका न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच बेनतीजा रहा। तीसरे मैच में श्रीलंका ने कंगारू टीम को हराया।

चैंपियंस ट्रॉफी 2017 में ऑस्ट्रेलिया का न्यूजीलैंड के खिलाफ पहला मैच और बांग्लादेश के खिलाफ दूसरा मैच बेनतीजा रहा था, जबकि तीसरे मैच में इंग्लैंड ने उसे 40 रनों से हराया था। अब उसने इंग्लैंड को पहले मैच में हराया और इस तरह टीम 17 साल बाद चैंपियंस ट्रॉफी में जीत दर्ज करने में सफल रही है। ऑस्ट्रेलिया की जीत के नायक जोश इंग्लिस रहे जिन्होंने 86 गेंदों पर आठ चौकों और छह छक्कों की मदद से नाबाद 120 रन बनाए। वहीं, ग्लेन मैक्सवेल 15 गेंदों पर चार चौकों और दो छक्कों की मदद से 32 रन बनाकर नाबाद लौटे। इंग्लैंड के लिए मार्क वुड, जोफ्रा आर्चर, ब्रायडन कार्स, आदिल राशिद और लियाम लिविंगस्टोन ने एक-एक विकेट झटके।

ऑस्ट्रेलिया की खराब शुरुआत

लक्ष्य का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत अच्छी नहीं रही थी और उसने 27 रन के स्कोर पर दो विकेट गंवा दिए थे। ट्रेविस हेड छह रन और कप्तान स्टीव स्मिथ पांच रन बनाकर आउट हुए। शुरुआती झटकों के बाद मैथ्यू शॉर्ट और मार्नस लाबुशेन ने ऑस्ट्रेलिया की पारी को संभाला। एक समय मुश्किल में दिख रही ऑस्ट्रेलिया को लाबुशेन और शॉर्ट ने उबारा। स्पिनर आदिल राशिद ने मार्नस लाबुशेन को आउट कर ऑस्ट्रेलिया को तीसरा झटका दिया। लाबुशेन और मैथ्यू शॉर्ट के बीच तीसरे विकेट के लिए अच्छी साझेदारी हो रही थी, लेकिन राशिद को लाबुशेन को आउट कर इस साझेदारी को तोड़ा। लाबुशेन 45 गेंदों पर पांच चौकों की मदद से 47 रन बनाकर आउट हुए। इसके साथ ही लाबुशेन और शॉर्ट के बीच तीसरे विकेट के लिए हुई 95 रनों की साझेदारी का अंत हुआ। इसके बाद लियाम लिविंगस्टोन ने मैथ्यू शॉर्ट को आउट कर ऑस्ट्रेलिया को चौथा झटका दिया। शॉर्ट अच्छी पारी खेल रहे थे और अर्धशतक पूरा कर चुके थे, लेकिन 33 गेंदों पर 63 रन बनाकर आउट हो गए।

इंग्लिस-कैरी की शानदार साझेदारी

लाबुशेन और शॉर्ट ने भले ही ऑस्ट्रेलियाई पारी को संभाला, लेकिन उनके आउट होने के बाद इंग्लिश तथा कैरी ने आगे बढ़ाया। इन दोनों बल्लेबाजों ने सधी हुई बल्लेबाजी की और धीरे-धीरे स्कोर आगे बढ़ाते रहे। इन दोनों बल्लेबाजों ने अर्धशतक जड़े। ऐसा लग रहा था कि यह दोनों बल्लेबाज टीम को जीत दिला देंगे, लेकिन ब्रायडन कार्स ने एलेक्स कैरी को आउट कर ऑस्ट्रेलिया को पांचवां झटका दिया। कैरी और जोश इंग्लिस के बीच अच्छी साझेदारी हो रही थी, लेकिन कार्स ने कैरी को आउट कर इस साझेदारी को तोड़ा। कैरी 63 गेंदों पर आठ चौकों की मदद से 69 रन बनाकर आउट हुए। कैरी और इंग्लिस के बीच पांचवें विकेट के लिए 146 रनों की साझेदारी हुई।

गिरते विकटों के बीच इंग्लिस क्रीज पर टिके रहे और देखते ही देखते ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 300 के पार पहुंच गया। इंग्लिस यहीं ही नहीं रुके और उन्होंने शतक पूरा किया। इंग्लिश के करियर का यह पहला वनडे शतक है। इस दौरान ग्लेन मैक्सवेल ने भी इंग्लिस का अच्छा साथ दिया। अंत में यह दोनों टीम को जीत दिलाकर ही पवेलियन लौटे।

इंग्लैंड ने तोड़ा था 21 साल पुराना रिकॉर्ड

इससे पहले, ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर इंग्लैंड को पहले बल्लेबाजी का न्योता दिया, लेकिन इंग्लैंड ने लाहौर में खेले गए इस मुकाबले में दमदार बल्लेबाजी की और 21 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़कर टूर्नामेंट का सबसे बड़ा टोटल बनाया। चैंपियंस ट्रॉफी में इससे पहले सबसे बड़ा टोटल न्यूजीलैंड ने अमेरिका के खिलाफ 2004 में द ओवल में खेले गए मैच में बनाया था। न्यूजीलैंड ने उस वक्त चार विकेट पर 347 रन बनाए थे। इंग्लैंड ने हालांकि पिछले सभी रिकॉर्ड्स को पीछे छोड़ा दिया था। हालांकि, उनकी यह खुशी ज्यादा देर नहीं चली क्योंकि लक्ष्य का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने इस स्कोर को सफलतापूर्वक हासिल कर लिया।

डकेट-रूट ने जमाया रंग

ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज बेन ड्वार्शुइस ने इंग्लैंड को शुरुआत में दो झटके दिए, लेकिन डकेट ने जो रूट के साथ मिलकर शतकीय साझेदारी की और इंग्लैंड को संभाला। डकेट के अलावा जो रूट ने 78 गेंदों पर चार चौकों की मदद से 68 रन बनाए। रूट और डकेट के बीच तीसरे विकेट के लिए 158 रनों की साझेदारी हुई। रूट और बेन डकेट के बीच शानदार साझेदारी हुई जिसे जैम्पा ने तोड़ा। डकेट ने 143 गेंदों पर 17 चौकों और तीन छक्के की मदद से 165 रन बनाए।

डकेट और रूट के अलावा इंग्लैंड का कोई अन्य बल्लेबाज बड़ी पारी नहीं खेल सका। इन दोनों के अलावा इंग्लैंड के लिए कप्तान जोस बटलर ने 23, जैमी स्मिथ ने 15, लियाम लिविंगस्टोन ने 14, फिल सॉल्ट ने 10, ब्रायडन कार्स ने 8 और हैरी ब्रूक ने 3 रन बनाए। वहीं, जोफ्रा आर्चर 10 गेंदों पर दो चौकों और एक छक्के की मदद से नाबाद 21 रन और आदिल राशिद एक रन बनाकर नाबाद पवेलियन लौटे। ऑस्ट्रेलिया के लिए तेज गेंदबाज ड्वार्शुइस ने 66 रन देकर तीन विकेट लिए, जबकि स्पिनर एडम जैम्पा और मार्नस लाबुशेन को दो-दो विकेट मिला। इसके अलावा ग्लेन मैक्सवेल भी एक विकेट लेने में सफल रहे।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख