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गुवाहटी: असम में पिछले 24 घंटे के भीतर ट्रेन में रेप और हत्या का मामला सामने आने से सनसनी फैल गई है। बताया जाता है कि बिहार की एक छात्रा के साथ कामख्या एक्सप्रेस में रेप किया और उसका गला काटकर मौत के घाट उतार दिया गया। छात्रा की लाश को कामख्या एक्सप्रेश ट्रेन के टॉयलेट से बरामद किया गया है। असम के शिवसागर जिले के सिमलुगुड़ी रेलवे स्टेशन के पास ट्रेन से छात्रा की शव बरामद की गई। पुलिस के अनुसार छात्रा के शरीर पर जख्म के निशान हैं।

आशंका जतायी जा रही है कि किसी अज्ञात अपराधी ने उसके ऊपर धारदार हथियार से हमला कर हत्या कर दी। साथ ही छात्रा के साथ रेप होने की बात भी कही जा रही है। हालांकि पुलिस ज्यादा कुछ बोलने से इनकार कर रही है। घटना के बाबत शिवसागर के पुलिस अधीक्षक सुबोध सोनोवाल ने कहा कि लड़की की मां ने उसे शिवसागर स्टेशन पर सुबह करीब 8.50 बजे रेलगाड़ी में बिठाया था। जब रेलगाड़ी सुबह करीब 9.10 बजे सिमलागुड़ी रेलवे स्टेशन पहुंची तो लड़की का शव रेलगाड़ी के शौचालय में पाया गया।

गुवाहाटी: असम में नये क्षेत्रों में पानी घुसने तथा सात जिलों में 51000 से अधिक लोगों के प्रभावित होने के साथ ही बाढ़ की स्थिति शनिवार को और बिगड़ गयी। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) ने अपनी रिपोर्ट में यह जानकारी दी है।

प्राधिकरण ने बताया कि धेमाजी , लखीमपुर , सोनितपुर , नालबारी , बारपेटा , चिरांग और मजूली जिलों में 51400 लोगों पर बाढ़ की बुरी तरह मार पड़ी है। आज 85 गांवों में 51000 से अधिक लोग बाढ़ की विभीषिका से परेशान रहे। कल तक इन सात जिलों में 82 गांवों के करीब 45,500 लोग बाढ़ से बेहाल थे। लखीमपुर पर बाढ़ की सबसे अधिक मार पड़ी है।

गुवाहाटी: असम में सेना के जवानों ने तीन लोगों को भीड़ से बचा लिया है। ये लोग साधु के वेश में थे भीड़ उन्हें बच्चा चोर समझ रही थी। स्थानीय लोगों ने इन तीनों लोगों को घेर लिया था। अगर सेना के जवान दखल न देते तो बाकी और राज्यों में अफ़वाह के चलते जिस तरह हिंसक भीड़ हत्याएं कर रही हैं ऐसा ही कुछ यहां भी हो सकता था। ये घटना असम के डीमा हसाओ इलाके की है। इन तीन लोगों में से दो उत्तर प्रदेश से हैं जबकि एक गुजरात से है। इन लोगों को बाद में सेना के महुर कैंप ले जाया गया जहां इनसे पूछताछ भी की गई।

सेना के अधिकारियों की माने तो ये लोग असम में होने वाले मेले में भाग लेने के लिए यहां आए थे। गौरतलब है कि त्रिपुरा में हाल ही में एक फेक न्यूज की वजह से हुई हिंसा 4 लोगों की जान चली गई है। मृतकों में सुकांत चक्रवती नाम का एक वो शख्स भी शामिल है जिसे पुलिस ने फेक न्यूज के खिलाफ जागरुकता अभियान में शामिल कर रखा था।

गुवाहाटी: बांग्लादेशी घुसपैठ पर शुक्रवार को ऑल असम स्टुडेंट यूनियन (एएएसयू)के नेता समुज्जल भट्टाचार्य ने बड़ा बयान दिया है। अपने हालिया बयान में भट्टाचार्य ने कहा कि असम में अवैध रूप से रह रहे हिन्दू या मुसलमान बांग्लादेशी असम छोड़कर चले जाएं यह प्रदेश बांग्लादेशियों के लिए डंपिंग ग्राउंड नहीं है। उन्होंने कहा कि जो कानून बनाया गया है वह बिल्कुल सही है सन् 1971 से पहले जो यहां आकर बस गए वे तो यहां के नागरिक कहलाएंगे लेकिन जो सन् 71 के बाद यहां आए हैं वे अवैध हैं वे मुसलमान हों चाहे वे हिन्दू हों। असम की राजनीति में इस बयान को बेहद गंभीरता से लिया जा रहा है।

आपकी जानकारी में असम विगत कई वर्षों तक बांग्लादेशी नागरिकों के अवैध घुसपैठ को लेकर अशांत रहा है। हालांकि इस मुद्दे पर आज भी असम में कुछ खास गुट के लोग हथियार उठाए हुए हैं और भारतीय सुरक्षा बलों के लिए चुनौती खड़ी कर रहे हैं। असम में उल्फा नामक संगठन आज भी आतंक का पर्याय बना हुआ है। यह संगठन असम से गैर असमियों को भगाने और राज्य में पूर्ण रूपेण असमियों की सत्ता स्थापित करने के लिए संघर्ष कर रहा है। अभी वर्तमान में असम के अंदर भारतीय जनता पार्टी और असम गण परिषद् की गठबंधन सरकार चल रही है।

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