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गुवाहाटी: असम में बाढ़ के कहर से अब तक 40 लोगों की जान जा चुकी है। मंगलवार को 6 की और जान चली गई। इस बाढ़ से अब तक 16 लाख लोग प्रभावित हो चुके हैं। 23 जिले इस बाढ़ की चपेट में हैं। ब्रह्मपुत्र नदी के बढ़ते जलस्तर ने असम का ये हाल किया है। एएसडीएमए ने कहा कि लखीमपुर, जोरहट, गोलाघाट, कचार, धेमाजी, बिश्वनाथ, करीमगंज, सोनीतपुर, माजुली, बारपेटा, नौगांव, नलबाड़ी, शिवसागर, मारीगांव और चिरांग जिले में 4.87 लाख से ज्यादा लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। एएसडीएमए ने कहा कि करीब 1096 गांव बाढ़ग्रस्त हैं और करीब 41 हजार 200 हेक्टेयर फसलों को बाढ़ से क्षति पहुंची है। 50 हजार लोगों ने गांव छोड़ा दिया है और स्कूल की ओर से बनाए गए कैंपों में गुजर बसर कर रहे हैं। असम में हर साल बाढ़ के ऐसे ही हालात बनते हैं। पिछले साल भी असम में बाढ़ से कई लोगों की जान गई थी। पिछले हफ्ते से हो रही तेज बारिश से सड़कों का हाल भी बुरा है। काजीरंगा नेशनल पार्क भी जलमग्न हो गया है।

गुवाहाटी: असम में बाढ़ से हालात काफी बिगड़ गए हैं। इस आपदा के कारण रविवार को एक और व्यक्ति की मौत हो गई। जबकि राज्य के 15 जिलों में करीब पांच लाख लोग प्रभावित हुए हैं। इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल से बात की और राज्य के मौजूदा हालात का जायजा लेने के अलावा उन्हें हरसंभव केंद्रीय सहायता मुहैया कराने का भरोसा दिया। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के मुताबिक, करीमगंज में बाढ़ के पानी में एक व्यक्ति की मौत हो गई। इसके साथ ही राज्य में इस वर्ष बाढ़ से मरने वालों की संख्या 26 हो गई है, जिनमें सात की मौत गुवाहाटी में हुई है। लखीमपुर, जोरहाट, गोलाघाट, कचार, धेमाजी, बिश्वनाथ, करीमगंज, सोनितपुर, माजुली, बारपेटा, नौगांव, नलबाड़ी, शिवसागर, मारीगांव और चिरांग जिले में 4.87 लाख से ज्यादा लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। जबकि 1,096 गांव बाढ़ग्रस्त हैं और 41,200 हेक्टेयर में लगी फसलों को क्षति पहुंची है। राज्य सरकार ने 90 राहत शिविर बनाए हैं जिनमें 17,740 लोगों ने शरण ली है। इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र ने टेलीफोन के जरिये मुख्यमंत्री सोनोवाल से बात कर असम में बाढ़ से उपजे हालात की जानकारी ली।

गुवाहाटी: भारत-चीन के बीच ताजा तनाव पर असम के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने चौंकाने वाला बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि भारत को चीन के साथ जंग से बचना चाहिए क्योंकि चीन ताकत में भारत से बहुत आगे है। भाजपा शासित असम के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने कहा कि भारत और चीन 2 साल आगे पीछे आजाद हुए, लेकिन आज परिस्थिति ये है कि हम आज चीन से डरते हैं। उत्तर पूर्वी राज्यों के पुलिस अधिकारियों के एक कार्यक्रम में बनवारी लाल पुरोहित ने कहा, ‘चीन हमसे 2 साल आगे पीछे स्वतंत्र हुआ था आज परिस्थिति ये है कि हम चीन से डरते हैं। आगे उन्होंने कहा कि भारत को चीन से जंग से बचना चाहिए क्योंकि चीन हमारे से ताकत में बहुत आगे है। गवर्नर बनवारी लाल पुरोहित ने चीन से भारत के पिछड़ने की वजह के लिए भ्रष्टाचार को जिम्मेवार माना है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के राक्षस ने भारत को बर्बाद किया है। बता दें कि भारत और चीन के बीच सीमा विवाद को लेकर पिछले कुछ दिनों से तनाव बढ़ा हुआ है। ये विवाद तब से शुरू हुआ है जब चीनी सेनाओं ने सिक्किम में भारतीय इलाके में बने दो अस्थायी बंकरों पर बुलडोजर चलवा दिया। इसके बाद आर्मी चीफ ने बिपिन रावत ने गुरुवार (29 जून) सिक्किम का दौरा किया।

गुवाहाटी: असम के लखीमपुर और करीमगंज जिलों में बाढ़ के कारण एक लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं, वहीं राज्य में चार नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण :एएसडीएमए: की रिपोर्ट के अनुसार दो जिलों के 1,01,809 लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं, जहां 140 गांव जलमग्न हैं। इस आपदा से 385.67 हेक्टेयर भूमि की फसल को क्षति पहुंची है। अधिकारियों ने राहत शिविर की स्थापना की है, जहां करीब 113 लोगों ने आश्रय लिया है। करीब 130 राहत वितरण केंद्र बनाए गए हैं।

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