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प्रयागराज: इलाहाबाद हाईकोर्ट ने समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खान को बड़ा झटका दिया है। कोर्ट ने अब्दुल्ला आजम का निर्वाचन रद्द कर दिया है। कोर्ट ने कहा कि अब्दुल्ला ने 2017 के विधानसभा चुनाव में अपनी आयु के बारे में गलत जानकारी देकर चुनाव लड़ा। जबकि नामांकन के समय उनकी आयु 25 वर्ष से कम थी।

आपको बता दें कि 2017 में हुए विधान सभा चुनाव में अब्दुल्ला आजम स्वार-टांडा से सपा के टिकट पर विधानसभा चुनाव जीते थे। तब उनके मुकाबले बसपा से चुनाव लड़े नवाब काजिम अली खां ने निर्वाचन अधिकारी के समक्ष अब्दुल्ला की आयु को लेकर आपत्ति दर्ज कराई थी। उनका कहना था कि अब्दुल्ला की उम्र 25 साल से कम है, इसलिए वह चुनाव नहीं लड़ सकते। लेकिन इस आपत्ति को खारिज कर दिया गया था। चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद नवाब काजिम अली खां ने इस मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट में चुनाव याचिका दायर कर दी थी। 24 अप्रैल 2017 को हाईकोर्ट में दायर चुनाव याचिका संख्या 8 में नवाब काजिम अली खां ने अब्दुल्ला आजम की सीबीएसई बोर्ड की हाईस्कूल की मार्कशीट पेश की थी, जिसमें अब्दुल्ला की जन्म तिथि 01.01.1993 है।

नई दिल्ली: तीस हजारी कोर्ट ने उन्नाव दुष्कर्म मामले में आरोपी भाजपा से निष्कासित विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को दोषी करार दिया है। 19 दिसंबर को सजा का एलान होगा। वहीं, कोर्ट ने मामले में शशि सिंह को बरी कर दिया है। इस मामले में जुलाई में दुष्कर्म पीड़िता की कार को ट्रक द्वारा मारी गई टक्कर में उसकी दो चाची की मौत हो गई थी। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए उच्चतम न्यायालय के आदेश पर मुकदमे को लखनऊ से दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट में स्थानांतरित कर दिया गया था।

इसके बाद न्यायाधीश ने पांच अगस्त से प्रतिदिन मुकदमे की सुनवाई की थी। कुलदीप सिंह सेंगर पर आरोप है कि जब पीड़िता नाबालिग थी, तब 2017 में उसे अगवा कर दुष्कर्म किया था। इस मामले में अदालत ने सेंगर की सह आरोपी शशि सिंह पर भी आरोप तय किए हैं। उत्तर प्रदेश के बांगरमऊ से चार बार भाजपा के टिकट पर विधायक रहे सेंगर को अगस्त 2019 में पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था। उल्लेखनीय है कि उन्नाव दुष्कर्म केस के आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर वर्तमान में दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद है। तीस हजारी कोर्ट ने इस मामले में अगस्त में ही आरोप तय कर दिए थे।

अलीगढ़: बीते रविवार जामिया मिल्लिया इस्लामिया के छात्र और दिल्ली पुलिस आमने-सामने थे। वजह थी नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) का विरोध। पुलिस पर पथराव, आगजनी और लाठीचार्ज जैसी खबरों से दिल्ली थर्रा उठी। जामिया नगर से लगे सराय जुलैना के पास डीटीसी की तीन बसों को आग के हवाले कर दिया गया। जामिया के छात्रों के साथ बदसलूकी को लेकर उत्तर प्रदेश की अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) में भी बवाल शुरू हो गया। यूपी पुलिस का आरोप है कि छात्रों ने उनपर पथराव किया, जिसके बाद पुलिस को आंसू गैस का इस्तेमाल करना पड़ा। फिलहाल एहतियातन यूनिवर्सिटी को 5 जनवरी तक के लिए बंद कर दिया गया है। अलीगढ़, सहारनपुर और मेरठ में इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगा दी गई है।

मिली जानकारी के अनुसार, अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में विवाद तब बढ़ गया, जब छात्रों ने जामिया के छात्रों के लिए कैंपस में मार्च निकाला। छात्र परिसर से बाहर जाना चाहते थे। विश्वविद्यालय प्रशासन ने उन्हें रोकने की कोशिश की। बताया जा रहा है कि इसके बाद छात्रों का पुलिस के साथ विवाद बढ़ा और पथराव और लाठीचार्ज में 20 छात्र और 10 पुलिसकर्मी घायल हो गए।

लखनऊ: बसपा की प्रमुख मायावती इन दिनों कांग्रेस पर लगातार हमलावर हैं। इस बार उन्होंने महाराष्ट्र में उसकी सहयोगी पार्टी शिवसेना के बहाने कांग्रेस पर निशाना साधा है। उन्होंने नागरिकता संशोधन बिल और सावरकर मुद्दे को लेकर कांग्रेस पर दोहरा चरित्र अपनाने का आरोप लगाया है। बीएसपी नेता ने कहा कि इतना सब होने के बावजूद कांग्रेस महाराष्ट्र में शिवसेना के साथ सरकार चला रही है। मायावती ने कहा कि कांग्रेस पार्टी अब अपनी स्थिति स्पष्ट नहीं की तो यह उसकी नाटकबाजी मानी जाएगी और कुछ नहीं।

मायावती ने रविवार को कांग्रेस को घेरते हुए ट्वीट किया कि शिवसेना अपने मूल एजेंडे पर अभी भी कायम है, इसलिए इन्होंने नागरिकता संशोधन बिल पर केंद्र सरकार का साथ दिया। अब शिवसेना को सावरकर को लेकर भी कांग्रेस का रवैया बर्दाश्त नहीं है। फिर भी कांग्रेस पार्टी महाराष्ट्र सरकार में शिवसेना के साथ अभी भी बनी हुई है, तो यह सब कांग्रेस का दोहरा चरित्र नहीं है, तो और क्या है। इसलिए कांग्रेस को इस मामले में अपनी स्थिति जरूर स्पष्ट करनी चाहिए। वरना यह सब इनकी अपनी पार्टी की कमजोरियों पर से जनता का ध्यान बांटने के लिए केवल कोरी नाटकबाजी ही मानी जाएगी।

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