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नई दिल्ली: नाबालिग से दुष्कर्म में दोषी करार विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को दिल्ली की एक अदालत ने उम्र कैद की सजा सुनाई है। कुलदीप सिंह सेंगर अब मरते दम तक जेल में रहेगा। इसके साथ ही कुलदीप सेंगर को पीड़िता को 25 लाख का मुआवजा भी देना पड़ेगा। कुलदीप सेंगर की सजा को लेकर शुक्रवार को दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट में बहस पूरी हो गई थी। मामले में बीते सोमवार को दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट ने विधायक को नाबालिग से दुष्कर्म का दोषी पाया था। मंगलवार को सजा पर बहस पूरी न होने पर न्यायालय ने 20 दिसंबर को सजा पर बहस की तारीख तय की थी।

बहस के दौरान सीबीआई और शिकायतकर्ता के वकील ने सेंगर के लिए अधिकतम सजा की मांग की और कहा कि ''जघन्य अपराधों में लड़कियों की चीख सुनने पर विचार किया जाना चाहिए। जांच एजेंसी के लोक अभियोजक अशोक भारतेन्दु ने कहा, ''यह व्यवस्था के खिलाफ एक व्यक्ति की न्याय की लड़ाई है। इसलिए हम दोषी को अधिकतम सजा देने की मांग करते हैं। सीबीआई के अभिवेदन का समर्थन करते हुए बलात्कार पीड़िता के वकील ने लड़की के लिए पर्याप्त मुआवजे की भी मांग की।

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नागरिकता संशोधन कानून को लेकर मचे बवाल व हिंसा पर कहा कि लोकतंत्र में हर किसी को प्रदर्शन करने का अधिकार है। लेकिन हिंसा बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा, 'विरोध प्रदर्शन के नाम पर कोई हिंसा और आगजनी नहीं कर सकता। हम ऐसे तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे। सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने में संलिप्त लोगों की प्रॉपर्टी सीज कर उसकी भरपाई करेंगे।'

उन्होंने विपक्ष को निशाने पर लेते हुए कहा कि विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं बचा है। इसलिए वह भ्रम फैलाने का काम कर रहा है। योगी ने कहा कि यह स्पष्ट है कि इस कानून से किसी भी जाति या मजहब के लोगों को कोई नुकसान नहीं होगा लेकिन फिर भी हिंसा फैलाई जा रही है। योगी ने कहा कि सार्वजनिक संपत्ति का जो नुकसान किया गया है। हिंसा लोकतंत्र के खिलाफ है। गौरतलब है कि गुरुवार को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ सहित प्रदेश के कई अन्य शहरों में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ ​विरोध प्रदर्शन हुआ। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने पथराव, आगजनी और तोड़-फोड़ भी की।

लखनऊ: नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) को लेकर दिल्ली में बवाल चल रहा है। यूपी के कई जिलों में भी हंगामा हो रहा है। वहीं कई जिलों में कुछ स्थानों को लेकर पुलिस अलर्ट हो गई है। इसके मद्देनजर दादरी और जारचा को संवेदनशील माना गया है। इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती भी कर दी गई है। गौतमबुद्ध नगर के आला अफसरों ने भी जिले की स्थिति का मुआयना किया है। वहीं संभल में सीएए और एनआरसी के विरोध प्रदर्शन के दौरान राज्य परिवहन की एक बस में आग लगा दी है।

लखनऊ में आगजनी और तोड़फोड़

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया है। प्रदर्शनकारियों ने यहां पुलिस पर पथराव किया और नारेबाजी की। इस दौरान प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। वहीं मदेहगंज चौकी में चौकी के पास तोड़ फोड़ और आगजनी की गई है। गंज में प्रदर्शनकारियों पर लाठी चार्ज की गई है।

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में आज यानि 19 दिसंबर को नागरिकता संशोधित कानून के खिलाफ राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन है। इसको देखते हुए पुलिस प्रशासन ने अपनी रणनीति तैयार कर ली है। डीजीपी ओपी सिंह ने बुधवार को देर रात वीडियो कांफ्रेंसिंग करके सभी पुलिस कप्तानों को दिशानिर्देश दिए। समाजवादी पार्टी के नेताओं ने नागरिकता अधिनियम, महिलाओं के खिलाफ अत्याचार और राज्य में कानून व्यवस्था को लेकर लखनऊ स्थित विधानसभा के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी केंद्र व राज्य सरकार के खिलाफ नारेबारी कर रहे हैं। नागरिकता संशोधित कानून के विरोध के मद्देनजर लखनऊ मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन ने आज शाम 5 बजे तक केडी सिंह बाबू स्टेडियम मेट्रो स्टेशन को बंद कर दिया है।

यूपी डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि आज कई संगठनों द्वारा विरोध प्रदर्शन को देखते हुए राज्य में धारा 144 लागू की गई है। संवेदनशील इलाकों में आरपीएफ, पीएसी, क्विक रिस्पांस टीमें तैनात हैं। मेरठ में आपत्तिजनक पर्चे बांटने वाले 3 लोगों सहित कल रात 62 लोगों को गिरफ्तार किया गया। डीजीपी ओपी सिंह ने देर रात ट्विट कर बताया कि 19 दिसंबर 2019 को पूरी प्रदेश में धारा 144 लागू रहेगी।

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