अलीगढ़: बीते रविवार जामिया मिल्लिया इस्लामिया के छात्र और दिल्ली पुलिस आमने-सामने थे। वजह थी नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) का विरोध। पुलिस पर पथराव, आगजनी और लाठीचार्ज जैसी खबरों से दिल्ली थर्रा उठी। जामिया नगर से लगे सराय जुलैना के पास डीटीसी की तीन बसों को आग के हवाले कर दिया गया। जामिया के छात्रों के साथ बदसलूकी को लेकर उत्तर प्रदेश की अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) में भी बवाल शुरू हो गया। यूपी पुलिस का आरोप है कि छात्रों ने उनपर पथराव किया, जिसके बाद पुलिस को आंसू गैस का इस्तेमाल करना पड़ा। फिलहाल एहतियातन यूनिवर्सिटी को 5 जनवरी तक के लिए बंद कर दिया गया है। अलीगढ़, सहारनपुर और मेरठ में इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगा दी गई है।
मिली जानकारी के अनुसार, अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में विवाद तब बढ़ गया, जब छात्रों ने जामिया के छात्रों के लिए कैंपस में मार्च निकाला। छात्र परिसर से बाहर जाना चाहते थे। विश्वविद्यालय प्रशासन ने उन्हें रोकने की कोशिश की। बताया जा रहा है कि इसके बाद छात्रों का पुलिस के साथ विवाद बढ़ा और पथराव और लाठीचार्ज में 20 छात्र और 10 पुलिसकर्मी घायल हो गए।
पुलिस ने कुछ छात्रों को हिरासत में लिया, जिन्हें बाद में छोड़ दिया गया। रविवार देर रात यूनिवर्सिटी में 'एंटी-रॉयट व्हीकल' भी बुलाए गए।
राज्य के एडीजीपी (लॉ एंड ऑर्डर) अजय आनंद ने कहा, 'पुलिस बल यूनिवर्सिटी में तैनात है और स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। कुछ पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं, उनका इलाज जारी है।'
इस बीच एएमयू के रजिस्ट्रार अब्दुल हामिद ने कहा, 'मौजूदा हालातों को देखते हुए हमने 5 जनवरी तक शीतकालीन अवकाश की घोषणा कर दी है। छात्रों की परीक्षाएं इसके बाद होंगी।'
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूनिवर्सिटी के छात्रों व जनता से शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि सरकार राज्य के हर नागरिक की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। हर किसी को कानून का पालन करना चाहिए। उन लोगों के लिए प्रदेश में कोई जगह नहीं है जो कानून व्यवस्था का अपमान करते हैं।
सीएम ने आगे कहा कि कुछ लोग नागरिकता संशोधन कानून के बारे में गलत अफवाह फैला रहे हैं। इस कानून के तहत किसी के साथ भी भेदभाव नहीं हो रहा है।