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प्रयागराज: इलाहाबाद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर रतन लाल हांगलू समेत पांच प्रशासनिक अधिकारियों ने बुधवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। जिसके बाद संस्थान के लगभग सभी हॉस्टल वार्डन ने भी अपने त्यागपत्र की पेशकश की है। विश्वविद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी डॉक्टर चितरंजन कुमार ने गुरुवार को बताया, “लगभग सभी हॉस्टल वार्डन भी इस्तीफे की पेशकश करने जा रहे हैं। आज सुबह 8-10 हॉस्टल वार्डन से मेरी बात हुई है। यह उनका अपना निर्णय है। इनमें गर्ल्स और ब्वॉयज हॉस्टल के वार्डन शामिल हैं। विश्वविद्यालय में बाहरी हस्तक्षेप बढ़ गया है और यह संस्थान की स्वायत्तता से भी जुड़ा मामला है।”

उल्लेखनीय है कि इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर रतन लाल हांगलू ने भ्रष्टाचार के आरोपों के बीच बुधवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। हांगलू ने केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय और राष्ट्रपति को अपना इस्तीफा भेजा। डॉक्टर चितरंजन कुमार ने बताया कि विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार प्रोफेसर एनके शुक्ल, वित्त अधिकारी डॉक्टर सुनील कांत मिश्र और चीफ प्रॉक्टर प्रोफेसर राम सेवक दूबे ने भी बुधवार को ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।

वाराणसी: नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में बेनियाबाग में प्रदर्शन के दौरान गिरफ्तार डेढ़ साल की बच्ची चंपक के माता-पिता सहित 56 आरोपितों की बुधवार को जमानत अर्जी कोर्ट ने मंजूर कर ली है। अदालत ने 25-25 हजार रुपये के दो जमानतदार के बंधपत्र दाखिल करने पर रिहाई का आदेश दिया है। बंधपत्र भरने के बाद बच्ची की मां और एक अन्य महिला का परवाना देर शाम जिला जेल पहुंचा। जेलर ने बताया कि तय समय बीतने के कारण रिहाई नहीं हो सकी।

निचली अदालत में जमानत अर्जी खारिज होने के बाद आरोपितों की ओर से सत्र न्यायालय में जमानत अर्जी दाखिल हुई। जिस पर बुधवार को सुनवाई हुई। बचाव पक्ष की ओर से अधिवक्ता श्रीनाथ त्रिपाठी व अनिल कुमार सिंह ने पक्ष रखा। अपर जिला जज (सप्तम) सर्वेश कुमार पांडेय की अदालत ने दोनों पक्षों को सुनकर और पत्रावली के अवलोकन के बाद जमानत अर्जी स्वीकार कर ली। आरोपितों में एक की ओर से अर्जी दाखिल नहीं की गई थी। अभियोजन के अनुसार 19 दिसंबर 2019 को कुछ लोगों की ओर से बिना अनुमति के बेनियाबाग क्षेत्र में जुलूस निकाला गया और राष्ट्रविरोधी नारेबाजी भी हुई।

ट्रांस हिंडन: गीतकार जावेद अख्तर ने कहा कि केंद्र सरकार समाज के गरीब, दलित और आदिवासी से मतदान का अधिकार छीनना चाह रही है। उन्होंने संभावना जताई कि अगले लोकसभा चुनाव से पहले सरकार नागरिकता कानून और एनआरसी के बहाने सिर्फ उन्हीं लोगों के वोट बहाल रखेगी जिनके मिलने की उम्मीद है। उन्होंने आरोप लगाया कि जिस तरह प्रयास किए जा रहे हैं वह देश को हिंदू पाकिस्तान बनाने का प्रयास है। लोगों की आवाज दबाई जा रही है। बुधवार को साहिबाबाद के झंडापुर में प्रसिद्ध रंगकर्मी सफदर हाशमी के 31वें शहादत दिवस पर हुए हल्ला बोल कार्यक्रम में केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा।

समूह को संबोधित करते हुए जावेद बोले कि कहा जा रहा है कि हिंदू मुसलमानों के बीच दरार डाली जा रही है, इसका मुसलिमों को नुकसान होगा। यह गलत है। केंद्र सरकार की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि इनके लिए अल्पसंख्यक सीढ़ी हैं। इन्हें देश की बहुसंख्यक 85 फीसदी आबादी पर नियंत्रण चाहिए। लेकिन इस प्रयास के परिणाम सुखद नहीं होंगे।

उन्नाव: उन्नाव के बिहार थाना क्षेत्र में गैंगरेप पीड़िता को जिंदा जलाकर मार डालने के मामले में एसआईटी ने बुधवार को कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी है। 720 पन्ने की चार्जशीट में विवेचक ने पांचों आरोपितों को युवती को जिंदा जलाने का दोषी माना है। पांचों आरोपितों को सीजेएम कोर्ट में पेश करके उन्हें चार्जशीट की एक-एक प्रतियां दी गई। बिहार थाना क्षेत्र के एक गांव के शिवम त्रिवेदी, शुभम त्रिवेदी ने पीड़िता के साथ दिसंबर 2018 में गैंगरेप किया था। पीड़िता ने 04 मार्च 2019 को बिहार थाने में गैंगरेप की रिपोर्ट दर्ज कराई थी, जिसे रायबरेली के लालगंज थाने में स्थानांतरित कर दिया गया था।

पुलिस ने शिवम को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। शुभम पर कार्रवाई नहीं हुई। शिवम 30 नवंबर 2019 को जमानत पर छूट गया। उसे जमानत कैसे मिल गई, इसी का पता लगाने पीड़िता 05 दिसंबर की भोर में घर से रायबरेली जाने के लिए निकली थी कि शिवम त्रिवेदी ने शुभम, हरिशंकर त्रिवेदी, रामकिशोर त्रिवेदी, उमेश बाजपेयी ने पेट्रोल डालकर जला दिया था।

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