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लखनऊ: उत्तर प्रदेश की एक अदालत ने कांग्रेस कार्यकर्ता सदफ जफर, पूर्व आईपीएस अधिकारी एसआर दारापुरी, पवन राव अंबेडकर और कई को शुक्रवार को जमानत दे दी। बता दें कि इन लोगों से 19 दिसंबर को लखनऊ से नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन करने के चलते गिरफ्तार किया गया था। सेशन कोर्ट द्वारा जमानत खारिज किए जाने के बाद जिला न्यायालय में इसकी सुनवाई हुई। बता दें कि हजरतगंज पुलिस ने जफर और अन्य को आईपीसी की कई धाराओं के तहत गिरफ्तार किया था।

इलाहाबाद उच्च न्यायालय में जफर के खिलाफ प्राथमिकी को रद्द करने के लिए एक याचिका दायर की गई थी, जिसमें उनकी गिरफ्तारी को अवैध बताया गया था। उच्च न्यायालय ने गुरुवार को राज्य सरकार से याचिका पर दो सप्ताह के भीतर अपना जवाब दाखिल करने को कहा। जफर की गिरफ्तारी पर प्रतिक्रिया देते हुए, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने यूपी सरकार को यह कहते हुए लताड़ लगाई कि इसने "अमानवीयता की सभी हदें पार कर दी हैं।"

लखनऊ: समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बीते एक साल में गोरखपुर में एक हजार से ज्यादा बच्चों की मौत होने का दावा करते हुए शुक्रवार को सरकार से पूछा कि इसका जिम्मेदार कौन है। अखिलेश ने यहां आयोजित संवाददाता सम्मेलन के दौरान एक सवाल के जवाब में कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को कोटा के अस्पताल में बच्चों की मौत की तो फिक्र है मगर गोरखपुर में पिछले 12 महीनों में एक हजार से ज्यादा बच्चों की जान जा चुकी है, मुख्यमंत्री उसकी फिक्र कब करेंगे।

सपा अध्यक्ष ने गम्भीर आरोप लगाते हुए कहा कि डॉक्टरों की जानकारी में था कि उन बच्चों को कौन सी बीमारी है लेकिन इंसेफेलाइटिस से मौतों के आंकड़े ठीक रखने के लिये उन्हें उस बीमारी की दवा नहीं दी गयी। अखिलेश यादव ने दावा किया कि इस वजह से हजार से ज्यादा बच्चों की जान गयी। उन्होंने कहा कि वह आने वाले समय में इन मृत बच्चों की सूची जारी करेंगे। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार बताए कि बच्चों को गलत दवा किसलिये दी गयी और इसका जिम्मेदार कौन है?

लखनऊ: बीएसपी सुप्रीमो मायावती और कांग्रेस के बीच तल्खी बढ़ती जा रही है। बीएसपी सुप्रीमो मायावती को उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी की अति सक्रियता अच्छी नहीं लग रही है दूसरी ओर आज राजस्थान में बीएसपी के 6 विधायक जो सितंबर 2019 में कांग्रेस में शामिल हो गए थे, ने आज दिल्ली में सोनिया गांधी से मिलकर पार्टी की औपचारिक सदस्यता ले ली है। ऐसा लग रहा है कि लोकसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के साथ गठबंधन को लेकर हुईं तल्खियां एक बार फिर से शुरू होने जा रही हैं। हालांकि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मायावती के गुस्से को काफी हद तक शांत कर दिया था। लेकिन जिस तरह प्रियंका गांधी यूपी विधानसभा चुनाव से पहले सक्रिय होती दिख रही है। अब मायावती भी ज्यादा देर तक चुप बैठनी वाली नही हैं।

इसी कड़ी में मायावती ने राजस्थान के कोटा में 100 नवजातों की मौत के मामले में अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को जिम्मेदार ठहराते हुये उन्हें पद से हटाये जाने की मांग की है। मायावती ने शुक्रवार को कहा कि राजस्थान में 100 माताओं की कोख उजड़ने के मामले में कांग्रेस को केवल अपनी नाराजगी जताना ही काफी नहीं है।

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के कई जगहों पर दो सप्ताह पहले नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन ने हिंसा का रूप ले लिया था, जिसमें पूरे प्रदेश में 21 लोगों की मौत हुई। इतना ही नहीं, पुलिसकर्मी सहित कई लोग घायल भी हुए थे और बड़े पैमाने पर सरकारी और निजी संपत्ति को नष्ट कर दिया गया था। यह आरोप कथित रूप से पुलिसकर्मियों पर भी है, जिन्होंने मनमाने तरीके से तोड़फोड़ भी की। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में, जहां 20 दिसंबर को हुई झड़पों में चार लोगों की मौत हो गई। लगभग 35 मामले हिंसा पर दर्ज किए गए, इनमें 29 लोगों का नाम थे। 14 लोगों को गिरफ्तार किया गया और फिरोजाबाद पुलिस ने उन्हें जेल में डाल दिया।

हिंसा थमने के बाद, स्थानीय पुलिस ने कम से कम 200 लोगों को नोटिस भेजकर यह साबित करने के लिए कहा कि वे क्षेत्र में शांति के लिए खतरा नहीं होंगे। यह कदम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विरोध प्रदर्शनों पर कार्रवाई के वादे के बाद उठाया गया। इन्हीं में एक नोटिस बन्ने खान के नाम पर भी भेजा गया, जिनकी मृत्यु छह साल पहले 94 वर्ष की आयु में हुई थी। 90 के उम्र वाले दो अन्य व्यक्तियों को भी नोटिस भेजा गया।

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