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लखनऊ: दिल्ली के शाहीन बाग की तर्ज पर लखनऊ के घंटाघर पर महिलाओं ने सीएए के खिलाफ धरना शुरू कर दिया है। जाड़े की सर्द रातों में महिलाएं खुले आसमान के नीचे धरने पर बैठी हैं। उनका आरोप है कि पुलिस ने उन्हें वहां टेंट तो लगाने नहीं दिया बल्कि उनके घरों से भेजे गए कंबल और खाना भी छीन लिया। शुक्रवार को शुरू हुआ धरना आज भी जारी है।

लखनऊ के तारीखी घंटाघर पर औरतों का हुजूम दिखाई दे रहा है। तमाम बुरकापोश औरतें मुट्ठी भींचे इंकलाब के नारे बुलंद कर रही हैं। कुछ तो ऐसा होगा जिसने उन्हें सड़कों पर लाकर खड़ा कर दिया है।

छात्रा वारिसा सलीम ने कहा कि ''हम चाहते हैं कि यह सीएए, एनआरसी जो रिलीजन बेस्ड बिल लागू हुआ है, उसको सरकार वापस ले ले, क्योंकि यह देश को बांटने वाला कानून है और आप बोलते हो कि हम नागरिकता देना चाहते हैं, लेना नहीं चाहते।'' औरतों की इस भीड़ में तमाम बूढ़े, जवान, बच्चे... सब हैं। औरतें आईं तो उनके पीछे बच्चे भी आ गए। शुक्रवार को दोपहर में चंद औरतें हाथों में तख्तियां लेकर घंटाघर पर बैठ गई थीं। उन्हें देखकर और महिलाएं आती गईं और भीड़ जुटती गई। पुलिस ने उन्हें टेंट लगाने की इजाजत नहीं दी।

गोरखपुर: नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के समर्थन में भाजपा की गोरखपुर क्षेत्र की रैली में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि, ‘ इस मुद्दे पर दुष्प्रचार के जरिए कांग्रेस और विपक्ष देश का चीरहरण कर रहे हैं। कांग्रेस के लिए यह मौका 1947 के बंटवारे के पापों का परिमार्जन करने का था लेकिन वह यह मौका भी चूक गई। उसका और विपक्ष का रवैया अत्यंत गैरजिम्मेदाराना है जिसे देश का कोई नागरिक स्वीकार नहीं करेगा।’ मुख्यमंत्री ने नागरिकों से प्रधानमंत्री को पोस्टकार्ड लिख सीएए, जम्मू-कश्मीर से धारा 370 खत्म करने, तीन तलाक के खिलाफ कानून बनाने और राममंदिर निर्माण के लिए अनुकूल माहौल बनाने के लिए उन्हें धन्यवाद देने का आह्वान किया। सीएम ने ये बातें रविवार को सीएए के समर्थन में गोरखपुर के महाराणा प्रताप इंटर कालेज के मैदान पर आयोजित रैली में कहीं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने एनडीए सरकार के पहले पांच साल देश के गरीब, शोषित, वंचितों के लिए समर्पित किए। हर गरीब के सिर पर छत, हर रसोई में गैस, हर घर तक बिजली और हर गरीब को पांच लाख रूपए के इलाज की आयुष्मान योजना का लाभ सहित गरीबों के लिए चलाई गईं तमाम कल्याणकारी योजनाएं प्रधानमंत्री के पहले कार्यकाल की उपलब्धियां हैं।

बलिया: समाजवादी पार्टी (सपा) से अपनी राहें जुदा करके प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) बनाने वाले पूर्व मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने कहा है कि सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के कहने पर ही उन्होंने अलग पार्टी बनायी थी लेकिन अगर मुलायम आज सपा प्रमुख अखिलेश यादव के साथ हैं तो भी वह अब पीछे मुड़ कर नहीं देखेंगे।

शिवपाल ने रविवार को जिले के सहतवार क्षेत्र में संवाददाताओं से बातचीत में एक सवाल पर कहा कि उन्होंने मुलायम के ही कहने पर प्रसपा बनायी थी। मुलायम आज अखिलेश के साथ क्यों खड़े हैं, इसका जवाब वह ही दे सकते हैं। मगर इतना तय है कि अब वह पीछे मुड़कर नहीं देखेंगे। उनकी पूरी कोशिश डाक्टर राम मनोहर लोहिया, चौधरी चरण सिंह और गांधीवादी लोगों को एकजुट करके पार्टी को मजबूत करने की है। उनसे पूछा गया था कि सपा संस्थापक मुलायम इन दिनों उन्हें छोड़कर अखिलेश के कार्यक्रमों में शिरकत करने लगे हैं। क्या मुलायम ने उनके साथ धोखा किया है।

बरेली: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने रविवार को कहा कि संघ भारत के संविधान को मानता है। उसका कोई एजेंडा नहीं है और वह शक्ति का कोई दूसरा केन्द्र नहीं चाहता। संघ प्रमुख ने रुहेलखंड विश्वविद्यालय में ‘भविष्य का भारत : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का दृष्टिकोण’ विषय पर अपने व्याख्यान में संविधान से लेकर हिन्दुत्व तक कई मुद्दों पर खुल कर बात की। उन्होंने कहा कि संघ को लेकर तमाम भ्रांतियां फैलाई जाती हैं और वे तभी दूर हो सकती हैं, जब संघ को नजदीक से समझा जाए। उन्होंने कहा कि संघ के पास कोई रिमोट कंट्रोल नहीं है और ना ही वह किसी को अपने हिसाब से चलाता है।

भागवत ने कहा कि संघ का कोई एजेंडा नहीं है, वह भारत के संविधान को मानता है। उन्होंने कहा कि हम शक्ति का कोई दूसरा केंद्र नहीं चाहते, संविधान के अलावा कोई शक्ति केंद्र होगा, तो हम उसका विरोध करेंगे। दो ही बच्चे पैदा करने की नीति को लेकर शुक्रवार को मुरादाबाद में दिये गये अपने बयान को स्पष्ट करते हुए संघ प्रमुख ने कहा कि कुछ लोग भ्रमवश कह रहे हैं कि संघ देश के परिवारों को दो बच्चों तक सीमित करने की इच्छा रखता है।

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