कानपुर: कई सिलसिलेवार बम धमाकों के दोषी 69 साल के कुख्यात आतंकी जलीस अंसारी को आज कानपुर से गिरफ्तार कर लिया गया। सुप्रीम कोर्ट से 21 दिन की पैरोल मिलने के बाद वह अजमेर जेल से बाहर आया था। पैरोल खत्म होने से एक दिन पहले ही वह लापता हो गया था। आतंकी के बेटे ने उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई थी। उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह ने बताया कि जलीस अंसारी को कानपुर से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने उसे मस्जिद के बाहर गिरफ्तार किया। उन्होंने बताया कि दोषी देश से भागने की फिराक में था। गिरफ्तारी के बाद उसे लखनऊ लाया गया है। पूछताछ के बाद उसे फिर जेल भेज दिया जाएगा।
एसटीएफ के मुताबिक आतंकी डॉक्टर जलीस अंसारी मुंबई से पुष्पक एक्सप्रेस ट्रेन से चला और यहां कानपुर में उतर गया। यहां रेल बाजार थाने के फेथफुलगंज स्थित ऊंची मस्जिद गया था। यहां उसने अपना सामान व बैग रख दिया और कुछ देर बाद कानपुर सेंट्रल स्टेशन चला गया। यहीं से एसटीएफ ने दबोच लिया।
30 वर्ष पुराने दोस्त से मिलने आया था कानपुर
एसटीएफ के मुताबिक पूछताछ में जलीस ने बताया कि जब से यह 26 वर्ष बाद पैरोल पर छूट के आया है। उसके बाद पत्नी और बच्चों से अक्सर झगड़े होते रहते थे, जिससे परेशान हो गया था। तंग आकर घर छोड़ कर निकल गया। बताया कि उसके 30 वर्ष पुराने दोस्त फेथफुलगंज में थे। दोस्त का नाम अब्दुल रहमान और अब्दुल कयूम था। यहां आकर पता चला कि अब्दुल रहमान की दुर्घटना में मृत्यु हो गई और अब्दुल कयूम अब शहर में नहीं है। ऊंची मस्जिद से नमाज पढ़कर निकला और अगल-बगल के लोगों से बातचीत करने लगा कि ताकि यह अहसास हो कि वह स्थानीय है। कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन के पास ही ऊंची मस्जिद है। वह टहलता हुआ रेलवे स्टेशन की इंक्वायरी में गया। इस दौरान एसटीएफ ने दबोच लिया।
'डॉक्टर बम' के नाम से मशहूर
जलीस 'डॉक्टर बम' के नाम से मशहूर है। उसे 1993 में राजस्थान बम धमाकों के मामले में उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी। उस पर 50 से ज्यादा सीरियल धमाकों में लिप्त होने का आरोप है। वह अजमेर की जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहा था। अंसारी के लापता हो जाने से सुरक्षा एजेंसियां सकते में आ गई थीं। पेशे से एमबीबीएस डॉक्टर अंसारी 1994 से जेल में है। उसे सबसे पहले केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने राजधानी एक्सप्रेस में बम लगाने में उसकी कथित भूमिका के लिए गिरफ्तार किया था। अंसारी को पांच और छह दिसंबर, 1993 को राजस्थान में छह स्थानों पर ट्रेनों में विस्फोट करने का दोषी पाया गया था।
नमाज पढ़ने के लिए निकला था घर से
उसके परिवार ने पुलिस को बताया कि वह गुरुवार सुबह मुंबई सेंट्रल स्थित अपने मोमिनपुरा घर से निकला और वापस नहीं आया। अंसारी के परिवार का कहना था कि वह गुरुवार को नमाज पढ़ने के लिए घर से निकला था और फिर वापस नहीं आया।