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केजरीवाल के खिलाफ कार्यवाही पर रोक से दिल्ली हाईकोर्ट का इंकार

मुंबई: बदलापुर एनकाउंट पर बॉम्बे हाई कोर्ट ने सवाल उठाए हैं। हाई कोर्ट ने बुधवार को बदलापुर मामले के आरोपी अक्षय शिंदे के पिता की याचिका पर सुनवाई की। इस दौरान उच्च न्यायालय ने पुलिस कार्रवाई को लेकर कई सवाल उठाए। हाई कोर्ट ने पूछा कि पुलिस ने पिस्टल अनलॉक क्यों की थी? हाईकोर्ट ने सरकारी वकील से कहा कि एक शारीरिक रूप से कमजोर आदमी तेजी से रिवॉल्वर को अनलॉक करके फायर नहीं कर सकता। यह आसान नहीं है। इस पर सरकारी वकील ने बताया कि अधिकारी की पिस्टल पहले से अनलॉक थी।

मौत की जांच निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से होनी चाहिए: हाई कोर्ट

याचिका पर सुनवाई कर रही पीठ के जस्टिस चौहान ने कहा कि बताई जा रही बातों पर यकीन करना बेहद मुश्किल है। प्रथम दृष्टया इसमें गड़बड़ी नजर आ रही है। हाई कोर्ट ने ये भी कहा कि पुलिस ने आरोपी के सिर में गोली क्यों मारी? आरोपी को गोली मारने से बचा जा सकता था। आरोपी को गोली मारने से पहले काबू में करने की कोशिश क्यों नहीं की गई?

मुंबई: बदलापुर कांड के आरोपी अक्षय शिंदे की सोमवार (23 सितंबर) को एनकाउंटर में मौत हो गई. वहीं अब इस एनकाउंटर पर विपक्ष ने सवाल उठाए हैं। महाराष्ट्र कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने कहा कि इस एनकाउंटर की न्यायिक जांच होनी चाहिए। उनके अलावा सुप्रिया सुले ने भी इस न्याय व्यवस्था की पूरी तरह विफलता बताया।

विजय वडेट्टीवार ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा, "अक्षय शिंदे को गोली मारना सबूत मिटाने की कोशिश है। अक्षय शिंदे ने गोली कैसे मारी। क्या पुलिस हिरासत में आरोपी अक्षय के हाथ बंधे नहीं थे। उसे बंदूक कैसे मिली पुलिस इतनी लापरवाह कैसे हो सकती है।"

उन्होंने आगे लिखा, "बदलापुर मामले में एक तरफ संस्था के संचालकों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाती, जबकि वे बीजेपी से जुड़े हैं, वहीं दूसरी तरफ आज आरोपी अक्षय शिंदे ने खुद को गोली मार ली, यह बहुत चौंकाने वाला और संदेहास्पद है। बदलापुर मामले में पुलिस की भूमिका पर हम शुरू से ही विश्वास नहीं करते। हम मांग करते हैं कि अब इस मामले की न्यायिक जांच होनी चाहिए।"

मुंबई: महाराष्ट्र के बदलापुर यौन शोषण केस के मुख्य आरोपी अक्षय शिंदे की सोमवार (23 सितंबर) एनकाउंटर में मौत हो गई है। दो पुलिसकर्मी पीएसआई निलेश मोरे और एसआईटी टीम के संजय शिंदे भी घायल हुए हैं। घायल पुलिसकर्मियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

दरअसल, आरोपी शिंदे ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। शिंदे को पुलिस कस्टडी में ले जाया जा रहा था तभी उसने फायरिंग की और पुलिस की जवाबी फायरिंग में वो घायल हो गया और बाद में दम तोड़ दिया। पिछले महीने एक पुरुष सहायक द्वारा स्कूल के शौचालय में चार साल और पांच साल की दो बच्चियों का यौन उत्पीड़न किए जाने का मामला सामने आया था। इसी पुरुष सहायक अक्षय शिंदे की मौत हुई है।

अक्षय शिंदे को जब तलोजा जेल से एक दूसरे मामले में गिरफ्तार कर ले जाया जा रहा था, उस समय उसने गाड़ी में पुलिसकर्मी की बंदूक छीन कर पुलिसकर्मी पर गोली चला दी। पुलिस ने सेल्फ डिफेंस में बंदूक निकालकर अक्षय शिंदे पर गोली चलाई।

मुंबई: मुंबई के धारावी में बनी 25 साल पुरानी मस्जिद को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। दरअसल, धारावी में महबूब-ए-सुबानिया मस्जिद के 'अवैध पार्ट' को तोड़ने के लिए बीएमसी की टीम पहुंची थी। जैसी ही टीम मस्जिद के पास पहुंची, वैसे ही भीड़ ने टीम को घेर लिया। वहीं, लोग रास्ते पर बैठकर आंदोलन करने लगे। लोगों ने नगर पालिका की गाड़ी सहित कुछ अन्य गाड़ियों में भी तोड़फोड़ की।

लोगों से बातचीत कर रही पुलिस

भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस की भारी संख्या बल घटनास्थल पर मौजूद है। पुलिस अधिकारी, बीएमसी अधिकारियों और आंदोलन कर रहे लोगों के साथ बातचीत कर रहे हैं। मुस्लिम समुदाय का कहना है कि मस्जिद काफी पुरानी है। इसपर कार्रवाई करना गलत है। मुंबई नॉर्थ सेंट्रल की सांसद प्रो. वर्षा गायकवाड़ ने इस मामले पर सीएम एकनाथ शिंदे से बातचीत की।

जी-नॉर्थ प्रशासनिक वार्ड से बीएमसी अधिकारियों की एक टीम सुबह 9 बजे के आसपास धारावी में 90 फीट रोड पर महबूब-ए-सुभानी मस्जिद के कथित अवैध हिस्से को ध्वस्त करने के लिए पहुंची थी।

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