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मुंबई: सिंधु दुर्ग में शिवाजी महाराज की प्रतिमा ढहने पर महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार ने दुख जताया है। उन्होंने कहा कि मैं इसके लिए महाराष्ट्र के 13 करोड़ लोगों से माफी मांगता हूं। छत्रपति शिवाजी महाराज हमारे देवता हैं। एक साल के भीतर उनकी मूर्ति का इस तरह से गिरना सभी के लिए एक झटका है।

उन्होंने कहा कि पिछले साल नौसेना दिवस पर मालवन के राजकोट किले में महाराष्ट्र के आदर्श छत्रपति शिवाजी महाराज की एक प्रतिमा बनाई गई थी। महाराज की उस प्रतिमा के ढहने की घटना महाराष्ट्र के सभी शिव प्रेमियों की तरह मेरे लिए भी बहुत दुखद है। मैं सरकार के हिस्से के रूप में सार्वजनिक रूप से माफी मांगता हूं।

उन्होंने सवाल उठाए कि क्या महाराज की प्रतिमा स्थापित करते समय भौगोलिक परिस्थितियों और जलवायु जैसे महत्वपूर्ण पहलुओं का वैज्ञानिक अध्ययन किया गया था? राज्य सरकार ने मूर्ति बनाने में इस्तेमाल की गई सामग्री की गुणवत्ता की जांच की और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ तुरंत मामला दर्ज किया। अजित पवार ने कहा कि किले में महाराजा की प्रतिमा जल्द से जल्द स्थापित की जाएगी।

जलगांव (महाराष्ट्र): प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को महिलाओं के खिलाफ अपराध को ‘‘अक्षम्य पाप’’ करार दिया और कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाना चाहिए। पीएम मोदी यहां लखपति दीदी का महासम्मेलन के मौके पर आयोजित जनसभा में बोल रहे थे। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने उन 11 लाख नई 'लखपति दीदी' को प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया, जिन्होंने उनके तीसरे कार्यकाल के दौरान इस मुकाम को हासिल किया है। पीएम मोदी ने 2,500 करोड़ का रिवॉल्विंग फंड भी जारी किया। इससे 4.3 लाख स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) के लगभग 48 लाख सदस्यों को लाभ होगा। पीएम मोदी ने 5,000 करोड़ का बैंक ऋण भी वितरित किया। इससे 2.35 लाख एसएचजी के 25.8 लाख सदस्य लाभान्वित होंगे।

महाराष्ट्र के ठाणे जिले के बदलापुर के एक स्कूल में दो लड़कियों के कथित यौन उत्पीड़न और कोलकाता के महिला डॉक्टर से दुष्कर्म-हत्याकांड को लेकर पूरे देश में मचे बवाल के बीच पीएम मोदी ने महिलाओं के खिलाफ अत्याचार मुद्दे पर भी बयान दिया।

मुंबई: महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार), कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) ने बदलापुर के स्कूल में बच्चियों के साथ हुए यौन उत्पीड़न के मामले में सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इसे लेकर महा विकास अघाड़ी (एमवीए) ने आज महाराष्ट्र बंद बुलाया था। हालांकि, बॉम्बे हाईकोर्ट ने इस पर रोक लगा दी थी। इसके बाद एमवीए दलों ने पुणे में धरना दिया। शरद पवार पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ काली पट्टी बांधकर धरने पर बैठ गए हैं। उनके साथ सुप्रिया सुले भी मौजूद हैं।

मामले में महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता कांग्रेस विधायक विजय वडेट्टीवार ने कहा कि राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति नहीं है। हम सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं और महिलाओं के खिलाफ हो रही घटनाओं की ओर सरकार का ध्यान आकर्षित करने की कोशिश कर रहे हैं। लोगों के आंदोलन के बावजूद अगर राज्य में ऐसी घटनाएं होती रहती हैं, तो इससे पता चलता है कि राज्य में अपराध पर कोई नियंत्रण नहीं है। अपराधियों में कोई डर नहीं है।

मुंबई: बॉम्बे हाई कोर्ट ने शुक्रवार को राजनीतिक दलों या किसी व्यक्ति द्वारा महाराष्ट्र बंद बुलाने पर रोक लगा दी है। मुख्य न्यायाधीश डी के उपाध्याय और न्यायमूर्ति अमित बोरकर की खंडपीठ ने महाराष्ट्र सरकार को निर्देश देते हुए कहा कि बंद को रोकने के लिए वह सभी आवश्यक कदम उठाए।

गौरतलब है कि विपक्षी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) गठबंधन ने ठाणे जिले के बदलापुर के एक स्कूल में दो किंडरगार्टन लड़कियों के कथित यौन उत्पीड़न के विरोध में 24 अगस्त को राज्य भर में बंद का आह्वान किया है। हाई कोर्ट ने कहा कि वह बंद के आह्वान को चुनौती देने वाली दायर दो याचिकाओं पर शीघ्र ही एक विस्तृत आदेश पारित करेगी।

कोर्ट ने कहा, 'हम किसी भी राजनीतिक दल और/या किसी भी व्यक्ति को बंद का आह्वान करने से रोक रहे हैं। राज्य सभी निवारक कदम उठाएगा।' राज्य के महाधिवक्ता बीरेंद्र सराफ ने अदालत को बताया कि आम हड़ताल का आह्वान अवैध था। उन्होंने कहा, 'राज्य सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए सभी कदम उठाएगी कि मानव जीवन या संपत्ति को कोई नुकसान न हो।'

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