ताज़ा खबरें
यूपीपीएससी के खिलाफ प्रतियोगी छात्रों का आंदोलन पांचवें दिन भी जारी
दिल्ली की हवा खतरनाक स्तर तक पहुंची: उत्तर भारत में छाया कोहरा
दिल्ली में वायु प्रदूषण गंभीर श्रेणी में बरकरार, एक्यूआई 424 तक पहुंचा
यूपीपीएससी के झुकने के बावजूद प्रतियोगी छात्रों का धरना-प्रदर्शन जारी
मेयर चुनाव में आप के महेश खींची ने बीजेपी के किशन लाल को हराया
भ्रामक विज्ञापनों पर लगेगी रोक, सीसीपीए ने जारी किए नए दिशा-निर्देश

नई दिल्ली: देश में जल संरक्षण और प्रबंधन को सुदृढ़ बनाने, नदियों के बहाव की निगरानी करने और प्रदूषण को दूर करने के लिए सरकार ने महत्वकांक्षी ‘जल क्रांति अभियान’ योजना को आगे बढ़ाते हुए अब तक 1001 ‘जल ग्राम’ का चयन किया है। राज्यों के सहयोग से इस अभियान को अगले दो साल में तेजी से बढ़ाने का निर्णय किया गया है। जल संसाधन एवं नदी विकास मंत्रालय के एक अधिकारी ने जानकारी दी है कि इस योजना के तहत देश के 674 जिलों में जल की कमी वाले दो गांवों प्रति जिले के हिसाब से चुने जाएंगे जहां जल का सही उपयोग सुनिश्चित करने के लिए ‘जल ग्राम’ पहल शुरू की जा रही है। अधिकारियों के मुताबिक 674 जिलों में ऐसे 1348 जल ग्राम की पहचान करनी है और अब तक 1001 गांव को चुन लिया गया है। इस सिलसिले में अधिकारियों को समीक्षा बैठक में यह निर्देश दिया गया है कि जिन राज्यों में जल ग्राम के चयन का काम धीमी रफ्तार से चल रहा है, उनमें तेजी लाई जाए।

नई दिल्ली: समाजवादी पार्टी सरकार के मंत्री आजम खां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर टिप्पणी कर घिर गए हैं। केंद्र सरकार की तरफ से इस आरोप को बेबुनियाद बताया गया है कि मोदी ने अपनी लाहौर यात्रा के दौरान अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम से मुलाकात की थी। वहीं ऐसी टिप्पणी के लिए भाजपा के साथ-साथ कांग्रेस ने भी आजम खां को खरी-खरी सुनाई है। आजम खां ने शनिवार को गाजीपुर में कहा कि पिछले साल 25 दिसंबर को जब प्रधानमंत्री मोदी ने पाक पीएम नवाज शरीफ से उनके आवास पर मुलाकात की थी तब वहां दाऊद इब्राहिम भी मौजूद था। इस पर देर शाम सरकारी प्रवक्ता ने कहा कि ये आरोप निराधार और पूरी तरह गलत है। भाजपा ने ऐसी टिप्पणी को लेकर आजम खां की बर्खास्तगी की मांग की है।

नई दिल्ली: मुंबई कांग्रेस के अध्यक्ष संजय निरूपम को पत्रिका ‘कांग्रेस दर्शन’ में छपे विवादास्पद लेखों के प्रकाशन के मामले में राहत मिल गयी है और पार्टी ने जवाहरलाल नेहरू की आलोचना करने वाले तथा सोनिया गांधी के पिता को ‘फासीवादी सैनिक’ बताने वाले लेखों के लिए निरूपम की माफी को स्वीकार कर लिया है और उनसे भविष्य में सावधानी बतरने को कहा है। पार्टी के सूत्रों ने कहा, ‘संजय निरूपम ने पार्टी की पत्रिका ‘कांग्रेस दर्शन’ में कांग्रेस नेतृत्व के खिलाफ पूरी तरह गलत, निराधार और दुर्भावनापूर्ण लेखों के प्रकाशन की जिम्मेदारी स्वीकार की और इसके लिए बिना शर्त माफी मांगी।’ उन्होंने कहा, ‘केंद्रीय अनुशासन कार्य समिति ने उनकी माफी को स्वीकार करते हुए उनसे भविष्य में ‘कांग्रेस दर्शन’ में संपादन, मुद्रण और प्रकाशन करते समय अधिक सावधानी बरतने को कहा है ताकि इस तरह की गंभीर गलती नहीं दोहराई जाए।’

नई दिल्ली: कांग्रेस ने छत्तीसगढ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी से कथित तौर पर उपचुनाव ‘फिक्सिंग’ मामले में स्पष्टीकरण मांगा है। इस मुद्दे पर उनके पुत्र अमित जोगी को पिछले महीने पार्टी से निकाल दिया गया। वरिष्ठ नेता एके एंटनी के नेतृत्व वाली पार्टी की केंद्रीय अनुशासन समिति ने दो सप्ताह के भीतर स्पष्टीकरण देने को कहा है। यह कदम एक आडियो टेप के सामने आने के करीब एक माह बाद उठाया गया है जिसमें 2014 में उपचुनाव में भाजपा उम्मीदवार की जीत को सुगम बनाने के लिए कथित तौर पर वित्तीय फायदा हासिल करके पार्टी उम्मीदवार को वापस लेने की बात कही गई है। इसमें टेप में उस समय के कुछ प्रमुख राजनीतिक नेताओं के बीच बाचतीत में अजीत जोगी और अमित जोगी की भूमिका की ओर इशारा किया गया। अमित और अजीत जोगी दोनों ने इससे इंकार किया है।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख