नई दिल्ली: मध्य प्रदेश और बंगाल के बीच खेले जा रहे रणजी ट्रॉफी मैच के पहले दिन मोहम्मद शमी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए चार विकेट चटकाए। शमी ने बुधवार को क्रिकेट से 360 दिनों की अनुपस्थिति के बाद मैदान पर वापसी की थी। वनडे विश्व कप 2023 के ठीक बाद उनकी सर्जरी हुई थी। शमी मैच के पहले दिन प्रभाव डालने में नाकाम रहे थे। बुधवार को उन्होंने 10 ओवर गेंदबाजी की थी और 34 रन खर्च किए थे, लेकिन उन्हें कोई विकेट नहीं मिला था। हालांकि, दूसरे दिन शमी ने अपनी गेंदबाजी से एमपी बल्लेबाजी क्रम को बर्बाद कर दिया। दिलचस्प बात यह है कि शमी के साथ इस मैच में उनके छोटे भाई मोहम्मद कैफ भी खेल रहे थे।
मेजबान टीम ने बंगाल को 228 रन पर आउट करने के बाद एक विकेट पर 103 रन से आगे खेलना शुरू किया और रजत पाटीदार और सुभ्रांशु सेनापति ने अच्छी बल्लेबाजी की। हालांकि, सूरज जायसवाल ने पाटीदार का विकेट लेकर इस साझेदारी को तोड़ दिया। इसके बाद विकेटों की झड़ी लग गई। मध्य प्रदेश का स्कोर एक समय तीन विकेट पर 109 हो गया। शमी को पहला विकेट शुभम शर्मा के रूप में मिला।
उन्होंने शुभम को क्लीन बोल्ड किया।
शमी ने पुछल्ले बल्लेबाजों का सफाया किया
इसके बाद शमी गेंदबाजी के लिए तब आए, जब मध्य प्रदेश का स्कोर सात विकेट पर 164 रन था। इस तेज गेंदबाज ने फिर सारांश जैन को क्लीन बोल्ड किया। फिर पारी के 59वें ओवर में आखिरी दो बल्लेबाजों, कुमार कार्तिकेय और कुलवंत खेजरोलिया को लगातार गेंदों पर आउट कर मध्य प्रदेश को 167 रन पर समेट दिया। शमी ने 19 ओवर में 54 रन देकर चार विकेट लिए और उन्होंने चार मेडन भी फेंके। उनके भाई कैफ ने भी दो विकेट लिए और बंगाल ने पहली पारी के आधार पर 61 रनों की बढ़त हासिल की।
बीजीटी में जाने की उम्मीद बरकरार
शमी के इस प्रदर्शन ने उन्हें एकबार फिर चर्चाओं में ला दिया है। उनके बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी खेलने जाने की उम्मीदें बरकरार हैं। भारत 22 नवंबर से पर्थ में अपना अभियान शुरू करने को तैयार है। शमी ने विराट कोहली के नेतृत्व में 2018-19 में भारत की बीजीटी जीत में बड़ी भूमिका निभाई थी। शमी ने ऑस्ट्रेलिया में आठ मैचों में 31 विकेट लिए हैं, लेकिन आगामी सीरीज के लिए भारत द्वारा घोषित टीम का हिस्सा नहीं थे। हालांकि, किसी के चोट लगने की स्थिति में उन्हें टीम में लाया जा सकता है।