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नई दिल्ली: केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने गुरुवार को नई दिल्ली के भारत मंडपम में 43वें भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले (आईआईटीएफ) का उद्घाटन किया। वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के अनुसार, 14 से 27 नवंबर तक चलने वाला यह आयोजन भारत की विविध संस्कृति, व्यापार और नवाचार के जश्न की तरह है। व्यापार और सहयोग के लिए यह एक वैश्विक मंच प्रदान करता है।

आईटीपीओ को विश्व स्तरीय एजेंसी के रूप में विकसित करना है लक्ष्य

उद्घाटन समारोह के दौरान, गोयल ने बताया कि सरकार का लक्ष्य भारत व्यापार संवर्धन संगठन (आईटीपीओ) को एक विश्व स्तरीय एजेंसी के रूप में विकसित करना है, जो भारत के उद्योग और मूल्य शृंखला को एक इकाई के रूप में प्रदर्शित करे। उन्होंने कहा कि लक्ष्य भारत को एक प्रमुख एमआईसीई (बैठकें, प्रोत्साहन, सम्मेलन और प्रदर्शनी) गंतव्य के रूप में स्थापित करना है। बैंगलोर, मुंबई, चेन्नई, लखनऊ, वाराणसी और नोएडा जैसे शहरों में व्यापार सुविधाओं के लिए नियोजित विस्तार पर विचार किया जा रहा है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के "विकसित भारत" के दृष्टिकोण के बारे में बताते हुए केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने आईआईटीएफ की थीम "विकसित भारत @2047" की सराहना की। पीएम का दृष्टिकोण 2047 तक भारत को एक समृद्ध, आत्मनिर्भर देश बनाना है। गोयल ने व्यापार आयोजनों में डिजिटल लेन-देन को बढ़ावा देने पर जोर दिया और सुचारू लेन-देन की सुविधा के लिए कियोस्क स्थापना की योजनाओं का उल्लेख किया।

गोयल ने अंतरराष्ट्रीय भागीदारी की आवश्यकता पर भी प्रकाश डाला, वैश्विक प्रदर्शकों को उपभोक्ता विकल्पों को व्यापक बनाने के लिए भारतीय व्यापार मेलों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने आईटीपीओ से उन मामलों के लिए आभासी व्यापार मेलों की खोज करने का आग्रह किया जहां भौतिक प्रदर्शन आवश्यक नहीं हैं।

भारत और विदेश से 3,500 से अधिक प्रतिभागी होंगे मेले में शामिल

इस वर्ष का आईआईटीएफ 107,000 वर्ग मीटर में फैला हुआ है, जिसमें भारत और विदेश से 3,500 से अधिक प्रतिभागी शामिल हैं। बिहार और उत्तर प्रदेश भागीदार राज्य हैं, जबकि झारखंड फोकस राज्य है, जो मेले के दौरान अपनी संस्कृति, व्यापार क्षमता और उत्पादों का प्रदर्शन करेगा।

प्रतिभागियों में 33 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों, 49 केंद्रीय मंत्रालयों और टाइटन, जिंदल स्टील एंड पावर, JSW स्टील, रिलैक्सो और हॉकिन्स जैसी प्रमुख निजी फर्मों के प्रतिनिधि शामिल हैं। चीन, मिस्र, ईरान, दक्षिण कोरिया और यूएई जैसे देशों के अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शक भी मेले में शामिल हो रहे हैं। मेले में प्रतिदिन लगभग एक लाख आगंतुकों के शामिल होने की उम्मीद है। आगंतुक 14 से 18 नवंबर तक व्यावसायिक दिनों में और 19 से 27 नवंबर तक सामान्य दिनों में मेले में भाग ले सकते हैं।

तेजी से आगे बढ़ेगा बिहार: निदेशक

बिहार सरकार के हथकरघा व रेशम उत्पादन विभाग के निदेशक निखिल धनराज निपाणीकर ने अमर उजाला से कहा कि राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देकर राज्य की आर्थिक स्थिति बेहतर करने की कोशिश की जा रही है। राज्य के अलग-अलग जिलों में स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देकर लोगों को रोजगार के साथ-साथ आर्थिक समृद्धि प्रदान करने का प्रयास किया जा रहा है।

धनराज निपाणीकर ने कहा कि राज्य में निवेश के लिए उपयोगी माहौल बनाने की पहल की जा रही है। अच्छी सड़कें और निवेश के योग्य माहौल देकर व्यापारियों को निवेश के लिए आकर्षित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में बिहार देश को विकसित राष्ट्र बनाने में अपनी अहम भूमिका निभाएगा। बिहार पवेलियन में सभ्यता द्वार, बोधि वृक्ष, ग्लास ब्रिज, आधुनिक नालंदा विश्वविद्यालय एवं मधुबनी पेंटिंग, मंजूषा पेंटिंग और टिकुली आर्ट को दिखाया गया है।

सौरभ भारद्वाज ने किया दिल्ली पवेलियन का दौरा

दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने पहले ही दिन दिल्ली पवेलियन का दौरान किया। दिल्ली पवेलियन हॉल नंबर तीन में द्वितीय तल पर लगाया गया है। पवेलियन में दिल्ली सरकार के कार्यों को दिखाने के लिए अलग-अलग स्टाल लगाए गए हैं। दिल्ली सरकार का टूरिज्म, सार्वजनिक परिवहन और समाज कल्याण विभाग के अलग-अलग स्टॉल लोगों को सरकार के कार्यों की जानकारी दे रहे हैं।

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