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नई दिल्ली: धनतेरस पर तेल वितरण कंपनियों (ओएमसी) ने पेट्रोल और डीजल पंप डीलरों को बड़ी सौगात दी है। तेल कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल पंप डीलरों को कमीशन बढ़ाने का फैसला किया है। कंपनियों ने पेट्रोल पर दिए जाने वाले कमीशन में 65 पैसे प्रति लीटर और डीजल के कमीशन में 55 पैसे प्रतिलीटर की बढ़ोतरी की है। नया कमीशन 30 अक्तूबर से लागू होगा। तेल कंपनियों ने कहा है कि डीलरों का कमीशन बढ़ने के बाद भी डीजल-पेट्रोल के दाम नहीं बढ़ेंगे। वहीं इंडियन ऑयल ने अंतरराज्यीय माल ढुलाई भाड़े को सुगम बनाया है। इससे राज्यों के भीतर विभिन्न बाजारों में पेट्रोल-डीजल के खुदरा बिक्री मूल्य में कमी आएगी।

इंडियन ऑयल की ओर एक्स पर पोस्ट किया गया कि लंबे समय से चल रहे मुकदमे के बाद डीलर मार्जिन में संशोधन (30 अक्टूबर 2024 से प्रभावी) करने की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है। इसका डीजल-पेट्रोल के खुदरा बिक्री मूल्य पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। इससे ग्राहक सेवा और रिटेल आउटलेट में कार्यरत कर्मचारियों के कल्याण को बढ़ाने का संकल्प मजबूत होगा।

इंडियन ऑयल ने कहा कि हम अपने साझा लक्ष्यों और दृष्टिकोण की दिशा में काम करते हुए अपने भागीदारों और उनकी टीमों की निरंतर सफलता की कामना करते हैं।

तेल कंपनी ने यह भी कहा कि राष्ट्र प्रथम के मूल्य को प्रदर्शित करते हुए पूरे देश में निरंतर आधार पर किफायती पेट्रोल और डीजल उपलब्ध कराने का हमारा प्रयास सफल हुआ है। इंडियन ऑयल ने माल ढुलाई के अंतरराज्यीय युक्तिकरण का कार्य किया है। इससे राज्य के भीतर विभिन्न बाजारों में उत्पाद की खुदरा बिक्री मूल्य में भिन्नता कम होगी। यह वहां प्रभावी नहीं होगा, जहां आचार संहिता लागू है। उन भौगोलिक क्षेत्रों को छोड़कर जहां आदर्श आचार संहिता लागू है। वहीं भारत पेट्रोलियम ने भी डीलरों का कमीशन बढ़ाने की घोषणा की।

पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने फैसले का स्वागत किया

पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने तेल कंपनियों के फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने एक्स पर पोस्ट किया कि मैं पेट्रोल पंप डीलरों को कमीशन बढ़ाने की घोषणा और दूरदराज के स्थानों के उपभोक्ताओं को लाभ पहुंचाने के लिए अंतर-राज्य माल ढुलाई को तर्कसंगत बनाने के निर्णय का स्वागत करता हूं। इससे देश के कई हिस्सों में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कमी आएगी।

उन्होंने लिखा कि यह पीएम नरेंद्र मोदी के उस दृष्टिकोण को दर्शाता है, जिसका उद्देश्य दूरदराज के क्षेत्रों में नागरिक सुविधाओं को देश के बाकी हिस्सों के बराबर लाना है। उन्होंने कहा कि फैसले के बाद उदाहरण के तौर पर ओडिशा के मलकानगिरी के कुनानपल्ली और कालीमेला में पेट्रोल की कीमत 4.69 और 4.55 रुपये और डीजल की कीमत क्रमशः 4.45 और 4.32 रुपये कम हो जाएगी। जबकि छत्तीसगढ़ के सुकमा में पेट्रोल की कीमत 2.09 रुपये और डीजल की कीमत में 2.02 रुपये की कमी आएगी।

उन्होंने लिखा कि डीलर कमीशन में वृद्धि से लगभग सात करोड़ नागरिकों को बेहतर सेवाएं मिलेंगी। पिछले 7 वर्षों से लंबित कमीशन की मांग के पूरा होने से पेट्रोल पंप डीलर्स और देशभर के 83,000 से अधिक पेट्रोल पंपों पर काम करने वाले लगभग 10 लाख कर्मचारियों के जीवन में खुशहाली आएगी। इन ऐतिहासिक निर्णयों का मार्ग मोदी सरकार और सभी पेट्रोल डीलर्स एसोसिएशनों द्वारा लिए गए सकारात्मक निर्णयों से प्रशस्त हुआ।

अभी इतना मिलता है कमीशन

मौजूदा समय में डीलरों को पेट्रोल पर कमीशन के रूप में 1,868.14 रुपये प्रति किलोलीटर और डीजल पर 1,389.35 रुपये प्रति किलोलीटर मिलता है। कुल मिलाकर देखा जाए तो पेट्रोल पर डीलर को 1.86 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 1.38 रुपये प्रति लीटर कमीशन मिलता है। इसके अलावा बिल पर कुछ मामूली फीसदी अतिरिक्त कमीशन होता है। अब पेट्रोल पर यह 0.65 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 0.44 रुपये प्रति लीटर बढ़ जाएगा।

लंबी लड़ाई के बाद हुआ कमीशन में संशोधन: पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन

ऑल इंडिया पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय बंसला ने कहा कि इस फैसले से पिछले आठ वर्षों में पेट्रोल पंप चलाने की लागत में वृद्धि के एक हिस्से को पूरा करने में मदद मिलेगी। यह संशोधन सात साल और आठ महीने के बाद हुआ है। हम इसका स्वागत करते हैं। उन्होंने कहा कि डीलरों ने तेल कंपनियों के खिलाफ दायर कानूनी मामला वापस ले लिया है। अदालती मामलों की वापसी के बाद डीलर कमीशन में संशोधन हुआ है।

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