ताज़ा खबरें
दिल्ली में वायु प्रदूषण गंभीर श्रेणी में बरकरार, एक्यूआई 424 तक पहुंचा
यूपीपीएससी के झुकने के बावजूद प्रतियोगी छात्रों का धरना-प्रदर्शन जारी
मेयर चुनाव में आप के महेश खींची ने बीजेपी के किशन लाल को हराया
भ्रामक विज्ञापनों पर लगेगी रोक, सीसीपीए ने जारी किए नए दिशा-निर्देश
यूपीपीएससी के बाहर बढ़ रहा छात्रों का हुजूम, आंदोलन चौथे दिन जारी
उत्तर भारत में पड़ने लगा कोहरा, तीन-चार दिन में और गिरेगा तापमान

नई दिल्ली: कांग्रेस ने सोमवार रात इस अटकल को खारिज कर दिया कि वह जम्मू कश्मीर में सरकार गठन के लिए अपनी पूर्व सहयोगी पीडीपी के साथ बातचीत कर रही है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता और राज्यभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने यहां कहा कि ये अटकलें बेबुनियाद है। मैं समझ नहीं पा रहा हूं कि क्यों ऐसी गलत सूचना फैलायी जा रही है और किस लिए। संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की कल की श्रीनगर यात्रा मुफ्ती मोहम्मद सईद के दुखद निधन की इस घड़ी में उनकी बेटी महबूबा मुफ्ती का दुख बांटने भर के लिए थी। उन्होंने कहा कि किसी को सईद की कांग्रेस से लंबा जुड़ाव तथा इंदिरा गांधी, राजीव गांधी एवं सोनिया गांधी से उनकी नजदीकी को नहीं भूलना चाहिए।

नई दिल्ली: बिहार की सत्तारूढ़ पार्टी जेडीयू कुछ महीने पहले हुए विधानसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी के विजय रथ को रोकने के बाद अपना विस्तार राज्य से बाहर करने की योजना में जुटी हुई है। इसके तहत पार्टी जल्द ही नया चुनाव चिह्न हासिल कर सकती है। पार्टी के वर्तमान चुनाव चिह्न 'तीर' से मतदाताओं के बीच 'भ्रम' की स्थिति को देखते हुए पार्टी ने मकर संक्रांति के बाद किसी दिन चुनाव आयोग से मिलने और इसके जगह पर अपने पसंदीदा चिह्नों की एक सूची सौंपने की योजना बनाई है। जेडीयू का 'तीर' चुनाव चिह्न झारखंड मुक्ति मोर्चा और शिवसेना के तीर और धनुष से भी मेल खाता है। पार्टी का यह भी मानना रहा है कि शिवसेना और जेएमएम के साथ इसके चिह्न के मेल खाने के कारण इस विधानसभा चुनाव में जेडीयू को अच्छा-खासा वोट गंवाना पड़ा, जिसके कारण बिहार में इसे कुछ सीटों पर हार का सामना करना पड़ा।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख