नई दिल्ली: दिल्ली-एनसीआर में इस सीजन में पहली बार स्मॉग की मोटी चादर छाई रही। सफदरजंग और पालम एयरपोर्ट समेत दिल्ली के ज्यादातर इलाकों की बुधवार तड़के दृश्यता शून्य दर्ज की गई। वहीं, प्रदूषण का स्तर भी गंभीर श्रेणी में पहुंच गया। इससे जमीन से आसमान तक की आवाजाही बेपटरी हुई। करीब 10 फ्लाइट दूसरे एयरपोर्ट पर डायवर्ट किया गया। जबकि बड़ी संख्या में हवाई सेवाओं को शिड्यूल भी बिगड़ा।
दूसरी तरफ 50 से ज्यादा ट्रेनें देरी से चली। साथ में सड़कों पर वाहन रेंगते हुए आगे बढ़े। उधर, वायु गुणवत्ता सूचकांक 400 से ऊपर जाने से आम लोगों को दमघोंटू हवाओं में सांस लेना पड़ा। पहाड़ों पर बर्फबारी और बारिश से राजधानी में ठंड ने भी दस्तक दी। मौसम विभाग ने गुरुवार के लिए कोहरे को देखते हुए चेतावनी जारी की है। विभाग ने लोगों से अपील की है कि वाहन चलाते समय सावधान रहें। वाहन चलाते समय फॉग लाइट का उपयोग करें।
मौसम विभाग के मुताबिक, बुधवार दिन भर दृश्यता कम होने और घने कोहरे से तापमान में गिरावट दर्ज की गई।
अधिकतम तापमान में पांच डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान में 0.9 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई। वहीं, दिन में कायदे से धूप भी नहीं निकली। इससे लोगों को पहली बार दिन में ठंड का अहसास हुआ।
दिल्ली में पहली बार गंभीर स्तर पर पहुंची हवा
मौसमी दशाओं के खराब होने से इस सीजन बुधवार को दिल्ली का एक्यूआई 418 रिकॉर्ड किया गया। कोहरे के साथ प्रदूषकों के मिलने से दिल्ली में दिन भर स्मॉग की चादर छाई रही। इससे लोगों को दूर तक देखने में परेशानी का सामना करना पड़ा। जबकि इंडिया गेट और राष्ट्रपति भवन भी कोहरे की बीच ओझल दिखे। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि हिमालय क्षेत्र में पश्चिम विक्षोभ सक्रिय है। इसकी वजह से हवा की दिशा उत्तर-पश्चिम दिशा से चलने लगी है। इससे दिल्ली से सटे पंजाब और हरियाणा के ऊपर जमा हुआ प्रदूषण दिल्ली की तरफ रुख कर गया है। इस दौरान सतह पर चलने वाली हवाओं की गति भी धीमी रही। इससे प्रदूषक दूर तक नहीं फैल सके और दिल्ली में प्रदूषण का स्तर गंभीर श्रेणी में पहुंच गया।