ताज़ा खबरें
यूपीपीएससी के खिलाफ प्रतियोगी छात्रों का आंदोलन पांचवें दिन भी जारी
दिल्ली की हवा खतरनाक स्तर तक पहुंची: उत्तर भारत में छाया कोहरा
दिल्ली में वायु प्रदूषण गंभीर श्रेणी में बरकरार, एक्यूआई 424 तक पहुंचा
यूपीपीएससी के झुकने के बावजूद प्रतियोगी छात्रों का धरना-प्रदर्शन जारी
मेयर चुनाव में आप के महेश खींची ने बीजेपी के किशन लाल को हराया
भ्रामक विज्ञापनों पर लगेगी रोक, सीसीपीए ने जारी किए नए दिशा-निर्देश

प्रयागराज: यूपी लोकसेवा आयोग के खिलाफ प्रतियोगी छात्रों का आंदोलन आज शुक्रवार (15 नवंबर) को भी जारी है। छात्रों के आंदोलन का आज पांचवा दिन है, आज भी सैकड़ों की संख्या में प्रतियोगी छात्र आयोग के दफ्तर के बाहर की सड़कों पर जमा हैं। प्रदर्शनकारी छात्र थाली पीटकर लगातार नारेबाजी कर रहे हैं और आज लगातार पांचवें दिन भी आयोग के दफ्तर के आसपास की सड़कों पर पुलिस बैरिकेडिंग लगी हुई है।

छात्रों के प्रदर्शन की वजह से लोगों की आवाजाही बंद है और इससे स्थानीय लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सीएम योगी की पहल पर आयोग ने कल पीसीएस की प्रारंभिक परीक्षा पुराने पैटर्न पर एक दिन और एक शिफ्ट में कराए जाने की मांग मंजूर कर ली थी। इसके अलावा आरओ-एआरओ की भर्ती परीक्षा को स्थगित कर दिया था। परीक्षा का पैटर्न तय करने के लिए एक कमेटी गठित किए जाने का एलान किया गया था। कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर ही फैसला लिए जाने की बात कही गई थी। हालांकि आंदोलन कर रहे छात्रों ने आयोग की इस बात को नहीं माना था।

छात्रों का कहना था कि उनकी दोनों परीक्षाओं को पुराने पैटर्न पर ही करने की मांग है। आयोग छात्रों को आपस में लड़ाने का काम कर रहा है, इसलिए मांग पूरी होने तक वह अपना आंदोलन जारी रखेंगे। हालांकि आज प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों की संख्या कुछ कम हुई है।

आयोग और सरकार की डिवाइड एंड रूल की पॉलिसी

प्रदर्शनकारी छात्र आयोग के दफ्तर के बाहर सड़कों पर जमा हैं, आयोग के एलान के बावजूद प्रदर्शनकारी छात्र हटने को तैयार नहीं है। उनका कहना है कि जब तक पीसीएस की तरह आरओ-एआरओ की प्रारंभिक परीक्षा को भी पहले की तरह एक ही शिफ्ट में कराए जाने का एलान नहीं किया जाता, तब तक वह नहीं हटेंगे। प्रदर्शनकारी छात्रों का कहना है कि यह आयोग और सरकार की डिवाइड एंड रूल की पॉलिसी है, हम ना तो हटेंगे ना तो बटेंगे।

 

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख