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देहरादून: चीन से डोकलाम में हुए सीमा विवाद के बाद सीख लेते हुए भारत सरकार ने सीमा की सुरक्षा के लिए उत्तराखंड में 150 किलोमीटर लंबी टनकपुर पिथौरागढ़ मार्ग बनाने का काम शुरू कर दिया है। इस सड़क के निर्माण के बाद भारतीय सुरक्षाबलों और सेना के जवानों को भारत-चीन सीमा तक जल्दी पहुंचने में काफी मदद मिलेगी। सड़क बनने के बाद हथियारों को सीमा तक पहुंचाना भी आसान हो जाएगा।

उत्तराखंड में ऑल वेदर रोड प्रोजेक्ट के तहत इस सड़क का निर्माण किया जा रहा है। पीएम मोदी ने इस साल के शुरूआत में उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव के दौरान ऑल वेदर रोड प्रोजेक्ट शुरू करने का ऐलान किया था। इस सड़क के बन जाने के बाद किसी भी आपातकालीन स्थिति में तुंरत चीन सीमा तक पहुंचा जा सकेगा।

पिथौरागढ़ (उत्तराखंड): सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने कहा कि हमारी सेना दुनिया की सबसे ताकतवर सेनाओं में से एक है। जनरल रावत अपना शताब्दी वर्ष मना रही कुमांउ राइफल्स के सैनिकों, पूर्व सैनिकों और वीर नारियों (ड्यूटी के दौरान शहीद हो गये सैनिकों की विधवाओं) को सम्मानित करने के लिए यहां आए थे।

उन्होंने इस मौके पर एक डाक टिकट भी जारी किया। इस अवसर पर जनरल रावत ने कहा कि तीन कुमांउ राइफल्स और कुमांउ रेजीमेंट के जवानों और अधिकारियों द्वारा प्रथम विश्व युद्ध से लेकर आजादी के बाद लडे़ गए युद्धों में दिखाई गई बहादुरी देश की सीमाओं की रक्षा करने में उनके अनुकरणीय योगदान का साक्ष्य है।

सेना प्रमुख ने समारोह में भाग ले रहे अधिकारियों को पूर्व सैनिकों और वीर नारियों की पेंशन तथा अन्य लाभों से संबंधित मामलों को प्राथमिकता के आधार पर निपटाने का निर्देश दिया।

देहरादून: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को हिमालय के प्रसिद्ध केदारनाथ मंदिर पहुंचे। यह इस सीजन में दूसरा मौका है, जब प्रधानमंत्री यहां की यात्रा कर रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि गुजरात में आज से नववर्ष आरंभ होता है। उन्हें नववर्ष की शुभकामनाएं। फिर एक बार बाबा ने मुझे बुला लिया। मेरे लिए सवा सौ करोड़ देशवासियों की सेवा ही बाबा की सेवा है।

केदारनाथ त्रासदी में मारे गए सभी श्रद्धालुओं को श्रद्धांजलि। उस समय मैं गुजरात की सीएम था। मैं अपने आपको रोक नहीं पाया था और यहां आया था। मैंने पुनर्निर्माण की जिम्मेदारी लेने की बात की थी और सब मान गए थे। मैंने मीडिया के सामने खुशी में ये बात बता भी दी थी। जब मेरे काम करने की खबर आई तो दिल्ली में तूफान आ गया था।

इसके बाद राज्य सरकार को घोषणा करनी पड़ी कि हमें गुजरात की जरूरत नहीं। जब दिल्ली में बैठे लोगों को परेशानी हो तो मैं पीछे हट गया, लेकिन बाबा ने तय किया था कि ये काम बेटे के हाथ ही होना था। यहां भारतीय जनता पार्टी की सरकार बन गई तो मेरा विश्वास पक्का हो गया कि ये काम मुझे ही करना है।

माना पोस्ट: केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने आज कहा कि चीन-भारत सीमा विवाद ‘‘ढांचागत संवाद’’ और सकारात्मक दृष्टिकोण से सुलझाया जा सकता है। सिंह ने यह टिप्पणी उत्तराखंड में एक अग्रिम चौकी का दौरा करने के दौरान की जहां वह भारत-तिब्बत सीमा पुलिस के जवानों से मिले। सिक्किम के डोकलाम क्षेत्र में हालिया गतिरोध के सुलझने के बाद चीन सीमा का किसी वरिष्ठ मंत्री का यह पहला दौरा है।

राजनाथ ने कहा कि दोनों पड़ोसियों के बीच सीमा को लेकर लंबे समय से ‘‘अवधारणागत मतभेद’’ रहा है और उन्हें विश्वास है कि समय के साथ यह मुद्दा ‘‘सुलझ’’ जाएगा। गृहमंत्री ने 14,311 फुट की ऊंचाई पर स्थित भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) चौकी पर कहा कि चीन के साथ हमारा ढांचागत संवाद होने पर मुद्दे का समाधान होगा। हमें सकारात्मक दृष्टिकोण की आवश्यकता है। राजनाथ ने कहा कि इसी तरह डोकलाम विवाद का समाधान बिना किसी टकराव के निकल गया।

आईटीबीपी की माना पोस्ट उत्तराखंड के चमोली जिले में अर्द्धसैनिक बल के अंतिम बटालियन केंद्र के रूप में स्थित है। आईटीबीपी भारत और चीन के बीच वास्तिवक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर देश की सीमाओं की हिफाजत करती है।

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