वाशिंगटन: टैरिफ वॉर के जरिए दुनिया में हलटल पैदा करने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन ने स्मार्टफोन, कंप्यूटर और अन्य इलेक्ट्रॉनिक्स सामान को ट्रंप टैरिफ से छूट दी है। इस कदम के बाद अमेरिकी उपभोक्ताओं पर कई लोकप्रिय हाई टेक्नोलॉजी प्रोडक्ट्स के लिए लागत असर कम हो जाएगा।
अमेरिकी सीमा शुल्क और सीमा सुरक्षा कार्यालय की ओर से शुक्रवार देर रात जारी नोटिस में छूट के तहत चीन से अमेरिका में आने वाले स्मार्टफोन और उसके कलपुर्जों सहित कई इलेक्ट्रॉनिक सामान शामिल हैं, जिन पर मौजूदा समय में 145 प्रतिशत का अतिरिक्त शुल्क लगाया गया है। वहीं, सेमीकंडक्टर को ज्यादातर अमेरिकी व्यापारिक साझेदारों पर लगाए गए बेसलाइन 10 प्रतिशत टैरिफ और चीन पर लगाए गए 125% अतिरिक्त शुल्क से भी बाहर रखा गया है।
इस छूट से राष्ट्रपति ट्रंप की ओर से इस महीने की शुरुआत में घोषित 10 प्रतिशत के व्यापक करों और चीन से आने वाले सामानों पर लगाए गए अतिरिक्त दंडात्मक कर की सीमा कम हो गई है। जिन आइटम्स पर छूट दी गई है, उन उत्पादों में से कई अमेरिका में नहीं बनते हैं। इनमें हार्ड ड्राइव और कंप्यूटर प्रोसेसर शामिल हैं।
विश्व व्यापार संगठन की बैठक में उठा मुद्दा
उधर, विश्व व्यापार संगठन के माल व्यापार परिषद की पहली वार्षिक बैठक के दूसरे दिन अमेरिका ने 'अन्य मामलों' के अंतर्गत 'पारस्परिक टैरिफ' विषय को जोड़ा और तथाकथित 'पारस्परिक टैरिफ' को लागू करने के अपने गैंगस्टर तर्क को बढ़ावा दिया। चीनी प्रतिनिधि ने दृढ़ता से इसका जवाब दिया. चीनी प्रतिनिधि ने बताया कि एक दिन पहले हुई बैठक में चीन ने तथाकथित 'पारस्परिक टैरिफ' पर अपनी स्थिति स्पष्ट रूप से बता दी थी।
चीन ने किया ट्रंप टैरिफ का विरोध
चीन अमेरिका की ओर से व्यापार उपायों में एकतरफा वृद्धि पर गहरा खेद व्यक्त करता है, जिसने वैश्विक अर्थव्यवस्था को भारी अनिश्चितता में धकेल दिया है। अमेरिका की ओर से प्रतिदिन उत्पन्न किए जाने वाले आश्चर्य और उथल-पुथल से वह स्थिर वातावरण नष्ट हो रहा है, जिस पर सभी देशों और सभी सदस्यों, विशेषकर विकासशील सदस्यों के व्यवसाय विकास के लिए निर्भर करते हैं। चीन राष्ट्रीय सुरक्षा के दुरुपयोग का दृढ़ता से विरोध करता है।