देहरादून: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को हिमालय के प्रसिद्ध केदारनाथ मंदिर पहुंचे। यह इस सीजन में दूसरा मौका है, जब प्रधानमंत्री यहां की यात्रा कर रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि गुजरात में आज से नववर्ष आरंभ होता है। उन्हें नववर्ष की शुभकामनाएं। फिर एक बार बाबा ने मुझे बुला लिया। मेरे लिए सवा सौ करोड़ देशवासियों की सेवा ही बाबा की सेवा है।
केदारनाथ त्रासदी में मारे गए सभी श्रद्धालुओं को श्रद्धांजलि। उस समय मैं गुजरात की सीएम था। मैं अपने आपको रोक नहीं पाया था और यहां आया था। मैंने पुनर्निर्माण की जिम्मेदारी लेने की बात की थी और सब मान गए थे। मैंने मीडिया के सामने खुशी में ये बात बता भी दी थी। जब मेरे काम करने की खबर आई तो दिल्ली में तूफान आ गया था।
इसके बाद राज्य सरकार को घोषणा करनी पड़ी कि हमें गुजरात की जरूरत नहीं। जब दिल्ली में बैठे लोगों को परेशानी हो तो मैं पीछे हट गया, लेकिन बाबा ने तय किया था कि ये काम बेटे के हाथ ही होना था। यहां भारतीय जनता पार्टी की सरकार बन गई तो मेरा विश्वास पक्का हो गया कि ये काम मुझे ही करना है।
कपाट खुलने पर संकल्प करके गया था और कपाट बंद होने से पहले पहुंच गया हूं। केदारनाथ के भव्य पुनर्निर्माण का आज शिलान्यास हो रहा है। अब पुरोहितों को जो मकान मिलेंगे वो थ्री इन वन होंगे। बिजली, पानी और स्वच्छता का पूरा प्रबंध होगा। पूरी सड़कों को चौड़ा किया जाएगा। पोस्ट ऑफिस, बैंक, कंप्यूटर की व्यवस्था समेत सारा प्रबंध होगा।
केदारनाथ के पूरे रास्ते भक्तिमय माहौल देने की कोशिश होगी। यहां पांच परियोजनाओं का प्रारंभ हो रहा है। मंदाकिनी के घाट का भी निर्माण कार्य होगा। यहां लोगों के बैठने का इंतजाम होगा। यहां जो भी काम होगा उसमें पर्यावरण के नियमों का पालन किया जाएगा। उसमें आधुनिकता होगी, लेकिन उसकी आत्मा वही होगी जो केदार ने सदियों से अपने भीतर समाहित करके रखा है।
आमतौर पर हर साल दीवाली के त्योहार पर तीर्थस्थल सन्नाटे में डूब जाता है क्योंकि ज्यादातर पुजारी और दुकानदार त्योहार मनाने के लिए अपने घर वापस चले जाते हैं, लेकिन इस बार तस्वीर बदली हुई है।
दीवाली के बाद इस मंदिर के पट छह महीनों के लिए बंद कर दिए जाते हैं। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और इसे देश के प्रमुख तीर्थ स्थलों में एक माना जाता है। अपने तय कार्यक्रम के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी सुबह 8 बजकर 55 मिनट पर जौलीग्रांट हवाई अड्डे पहुंचे जहां राज्यपाल डॉ. कृष्णकांत पाल और मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत सहित कई गणमान्य व्यक्तियों ने उनका स्वागत किया।
पीएम मोदी की यात्रा के मद्देनजर इलाके को जगमगाती रोशनी और फूलों के साथ सजाया गया है। साथ ही कई और तरह की गतिविधियां भी की जा रही हैं। प्रधानमंत्री जौलीग्रांट हवाई अड्डे से सीधा केदारनाथ के लिए रवाना हो गए।
केदारनाथ मंदिर में दर्शन के बाद वह वर्ष 2013 की प्राकृतिक आपदा में क्षतिग्रस्त हुई आदिगुरू शंकराचार्य की समाधि की जीर्णोद्वार परियोजना का शिलान्यास कर रहे हैं। वह अन्य कई कार्यक्रमों में भी हिस्सा लेंगे।
पीएम मोदी आज ही दिल्ली वापस लौट जाएंगे। साल 2013 में आई बाढ़ और भूस्खलन ने केदारनाथ में व्यापक तबाही मचाई थी। इस आपदा में सैकड़ों लोगों की मौत हुई थी। पीएम मोदी यहां एक नई 'केदारपुरी' की नींव भी रखेंगे।