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देहरादून: बदरीनाथ से हरिद्वार के लिए तीर्थयात्रियों को लेकर जा रहा एक हेलीकाप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हादसे में चीफ इंजीनियर की दर्दनाक मौत हो गई। बाकी दोनों पायलट घायल हैं। घटनाक्रम के अनुसार, शनिवार सुबह करीब 7:40 बजे बदरीनाथ से हरिद्वार के लिए उड़ान भरते समय एक प्राइवेट कंपनी (क्रिस्टल इयर मुम्बई) का हेलीकॉप्टर बद्रीनाथ हेलीपेड पर ही दुर्घटनाग्रस्‍त हो गया। पुलिस अधीक्षक ‌तृप्ति भट्ट ने बताया कि हादसे के बाद बाहर उतरते वक्त हेलीकाप्टर की ब्लेट से चोटिल होने से इंजीनियर की मौत हो गई। दोनों पायलट सामान्य रूप से घायल हैं। पांच अन्य यात्री सुरक्षित बताए जा रहे हैं।

प्रतीकात्मक फोटो देहरादून: भारत-चीन सीमा के नजदीक चमोली जिले के बराहोटी इलाके में शनिवार को भारतीय नभक्षेत्र में एक संदिग्ध चीनी हेलीकॉप्टर उड़ता दिखा। अधिकारियों ने मामले की जांच शुरू कर दी है। चमोली पुलिस अधीक्षक तृप्ति भट्ट ने बताया कि सुबह सवा नौ बजे एक हेलीकॉप्टर भारतीय नभक्षेत्र का उल्लंघन करके बराहोटी क्षेत्र के ऊपर उड़ता दिखा। यह लगभग चार मिनट तक भारतीय सीमा के अंदर रहा। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं। ‘‘हालांकि हम यह नहीं कह सकते कि उल्लंघन टोह लेने के उद्देश्य से जानबूझकर किया गया या यह अनजाने में हो गया।’’ पुलिस अधीक्षक ने कहा कि घटना का ब्योरा पता लगाने के लिए जांच शुरू कर दी गई है। बराहोटी 80 वर्ग किलोमीटर में फैला चारागाह है जहां पर स्थानीय लोग अपने जानवरों को लेकर आते हैं। इन दिनों भी स्थानीय चरवाहे इस क्षेत्र में मवेशियों के साथ डेरा डाले हैं। सूत्रों के अनुसार इन लोगों ने शनिवार सुबह चीन सीमा की ओर से हेलीकॉप्टर आते देखा। सूत्रों के अनुसार, आइटीबीपी (भारत-तिब्बत सीमा पुलिस) के जवानों ने क्षेत्र का जायजा भी लिया। भारतीय क्षेत्र में हेलीकॉप्टर घुसने का यह पहला मौका नहीं है।

उत्तरकाशी: गंगोत्री धाम से लौटते समय यहां नलुपानी के पास भागीरथी नदी में मंगलवार शाम एक बस के गिरने पर मध्यप्रदेश के रहने वाले कम से कम 21 श्रद्धालुओं की मौत हो गई। उत्तरकाशी जिलाधीश आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि यह दुर्घटना शाम करीब छह बजे हुई जब बस सड़क से 300 मीटर नीचे नदी में गिर गई। उन्होंने बताया कि मौके से अब तक 20 शव बरामद किए गए हैं. वहीं, सात घायलों में एक की अस्पताल में मौत हो गई। वरिष्ठ अधिकारियों की निगरानी में एसडीआरएफ, आईटीबीपी और पुलिसकर्मियों द्वारा बचाव कार्य जारी है। उन्होंने बताया कि दुर्घटना के वक्त बस में करीब 29 श्रद्धालु सवार थे। जिनमें ज्यादातर इंदौर से थे। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मृतकों के निकट परिजन को दो-दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। इस बीच, लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने इस दुर्घटना पर दुख जाहिर किया और पीड़ितों को फौरन सहायता दिए जाने के लिए निर्देश जारी किया। चट्टान वाला क्षेत्र होने के कारण बस के परखच्चे उड़ गए और घाटी में यात्रियों के शव इधर-उधर बिखर गए। हालांकि बस भागीरथी में समाने से बच गई, लेकिन कुछ यात्रियों के नदी में बह जाने की भी आशंका है। एक 17 साल की लड़की को मामूली चोटे आई हैं।

गोपेश्वर: उत्तराखंड में चमोली जिले में जोशीमठ के समीप हाथीपहाड़ की चोटी से आये मलबे के कारण शुक्रवार को ऋषिकेश-बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग यातायात के लिये अवरूद्ध हो गया, जिससे सैकड़ों की संख्‍या में तीर्थयात्री फंस गए। चमोली के जिलाधिकारी आशीष जोशी ने बताया कि सीमा सड़क संगठन के जवान मलबे को साफ करने में लगे हैं और शनिवार दोपहर तक राजमार्ग को यातायात के लिये खोल दिया जायेगा। उन्होंने बताया कि बद्रीनाथ की यात्रा पर आये श्रद्धालुओं को कोई दिक्कत न हो, इसके लिये उन्हें जोशीमठ, पीपलकोटी, कर्णप्रयाग, गोविंदघाट और बद्रीनाथ में ही सुविधाजनक स्थानों पर ठहरने को कहा गया है। राजमार्ग जोशीमठ और बद्रीनाथ के बीच विष्णुप्रयाग के समीप बंद है। दोपहर बाद अचानक हाथीपहाड़ से चट्टान खिसकनी शुरू हो गयी जिससे राष्ट्रीय राजमार्ग से लेकर अलकनंदा नदी तक का बड़ा इलाका मलबे से भर गया। जिलाधिकारी ने बताया कि पहाड़ी से रुक-रुक कर गिर रहे मलबे को देखते हुए प्रशासनिक अधिकारियों ने जानमाल के नुकसान को बचाने के लिये पहले ही यात्रा को सुरक्षित स्थान पर रोके जाने की व्यवस्था कर दी थी। हालांकि, प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि हाथीपहाड़ से बड़ी-बड़ी चट्टानें राजमार्ग पर गिरी हैं जिससे रास्ता खुलने में लंबा समय लग सकता है।

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