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नई दिल्ली: विंटेज कार के शौकीनों को बड़ी राहत देते हुए राष्ट्रीय हरित अधिकरण ने शुक्रवार मोटर वाहन क्लब को राष्ट्रीय राजधानी में कार रैली आयोजित करने की अनुमति प्रदान कर दी। एनजीटी के प्रमुख न्यायमूर्ति स्वतंत्र कुमार की अध्यक्षता वाली पीठ ने हेरीटेज मोटरिंग क्लब ऑफ इंडिया को अनुमति प्रदान की जिसने 50वीं स्टेटसमैन विंटेज एंड क्लासिक कार रैली के आयोजन की अनुमति मांगी थी। इस कार रैली का आयोजन मॉडर्न स्कूल बाराखम्भा रोड से ग्रेटर नोएडा तक 26-28 फरवरी के बीच होना है। अधिकरण ने यह स्पष्ट किया कि उसका आदेश याचिका से जुड़े पीठ के अंतिम आदेश से संबंधित होगा। याचिका में राहत की मांग की गई थी क्योंकि 26 नवंबर, 2014 के आदेश में एनजीटी ने दिल्ली की सड़कों पर 15 साल से पुरानी कारों के चलने पर रोक लगाई थी।

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने उमर खालिद और अनिर्बान को शरण देने के आरोप में जेएनयू के दो शिक्षकों और तीन छात्रों को नोटिस भेजा है। इसके साथ ही लगातार दूसरे दिन भी पुलिस उमर, अनिर्बान से पूछताछ करती रही। हालांकि अधिकतर सवाल उमर से ही पूछे गए। दिल्ली पुलिस ने आरकेपुरम थाने में शुक्रवार को कन्हैया कुमार, उमर खालिद और अनिर्बान से पूछताछ तड़के शुरू हुई। करीब पांच घंटे तक चलने के बाद सुबह साढे़ दस बजे पूछताछ दोबारा शुरू की गई। पहले चरण में कन्हैया को उमर खालिद और अनिर्बान से अलग अलग बैठाकर सवाल जवाब किए गए। दूसरे चरण में तीनों से एक साथ पूछताछ की गई। पूछताछ कम से कम दो टीमें कर रही हैं। जानकारी के अनुसार उमर की सहायता करने के संदेह में दो शिक्षकों और तीन छात्रों को नोटिस भेजकर पुलिस ने उनसे पूछताछ में शामिल होने के लिए कहा है। इसके अलावा जल्द ही कुछ और लोगों को पूछताछ के लिए नोटिस भेजा जा सकता है। सूत्रों के अनुसार पुलिस ने उमर से हेम मिश्रा, अली जावेद और डीयू के पूर्व प्रोफेसर एसएआर गिलानी से संबंधों के विषय में पूछा।

नई दिल्ली: जेएनयूएसयू अध्यक्ष कन्हैया कुमार की एक दिन की पुलिस हिरासत अवधि खत्म होने के बाद दिल्ली की एक अदालत ने शुक्रवार को उन्हें वापस तिहाड़ जेल भेज दिया। पुलिस ने कन्हैया को विश्वविद्यालय के दो अन्य छात्रों उमर खालिद और अनिर्बन भट्टाचार्य के साथ पूछताछ के लिए हिरासत की मांग की थी। कन्हैया के वकील ने बताया कि पुलिस ने अदालत से कहा कि कन्हैया को आगे हिरासत में लेने की जरूरत नहीं है जिसके बाद उन्हें वापस न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। उनकी न्यायिक हिरासत दो मार्च को खत्म हो रही है। अभियोजन की याचिका पर अदालत ने गुरुवार को कन्हैया को एक दिन की पुलिस हिरासत में भेजा था। याचिका में कहा गया था कि जेएनयू के विवादास्पद कार्यक्रम के संबंध में खालिद और अनिर्बन के बयानों में विसंगति के मद्देनजर उनका आमना-सामना कराने की जरूरत है। पुलिस के एक सूत्र ने बताया कि सभी तीनों से एक साथ पहली बार दक्षिण दिल्ली के एक थाने में पूछताछ की गयी। उनसे दो राउंड में पूछताछ हुयी। पहले राउंड में कन्हैया का दोनों से अलग-अलग और फिर दूसरे राउंड में एक साथ सामना कराया गया। सूत्रों ने बताया कि शाम में चार बजकर 20 मिनट के आसपास कन्हैया को आरके पुरम थाना परिसर से तिहाड़ ले जाया गया। पुलिस खालिद और अनिर्बान की आगे हिरासत मांग सकती है जिनकी पुलिस हिरासत शनिवार को खत्म हो रही है।

नई दिल्ली: देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार को एक दिन की पुलिस हिरासत में भेजे जाने के बाद दिल्ली पुलिस की एक टीम उसे तिहाड़ जेल से अज्ञात जगह ले गई है। कन्हैया को किस जगह ले जाया गया है उसका खुलासा किये बिना एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया ‘छात्र नेता को पूछताछ के लिए रात में साढ़े आठ बजे तिहाड़ जेल से ले जाया गया।’ पुलिस ने कन्हैया के पेशी वारंट के लिए इस आधार पर याचिका दायर की थी कि जेएनयू के विवादास्पद कार्यक्रम के संबंध में दो अन्य छात्रों- उमर खालिद और अर्निबन भट्टाचार्य के बयानों में विसंगति के मद्देनजर कन्हैया का उनसे सामना करवाया जाना है। याचिका का विरोध करते हुए कन्हैया के वकील ने कहा कि पुलिस को उसके मुवक्किल की पहले ही पांच दिन की हिरासत मिल चुकी है और मामले में उन्हें पूछताछ के लिए पर्याप्त वक्त मिला है।

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