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नई दिल्ली: नीतीश कटारा हत्याकांड के दोषी विकास यादव को पेरोल पर रिहा किए जाने के मामले में पीड़ित की मां नीलम कटारा ने दिल्ली हाई कोर्ट के समक्ष आशंका जतायी है कि अगर उनके बेटे की हत्या के दोषी विकास को पैरोल पर रिहा किया जाता है तो उनकी हत्या की जा सकती है। विकास की याचिका पर विरोध जताते हुए उन्होंने कहा कि हत्या के दोषी यादव को बिना किसी छूट के 30 साल की जेल की सजा सुनाई गई है और उन्होंने दोषी के किसी और देश में फरार होने की आशंका भी जताई। विकास की पेरोल याचिका पर अदालत ने 27 जनवरी को नोटिस जारी कर नीलम से जवाब मांगा था जिसके जवाब में उन्होंने ये बातें कहीं। पिछले साल दोषी के 93 वर्षीय दादा की एंजीयोप्लास्टी के मद्देनजर उनसे मिलने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने विकास को सात दिन की पेरोल की इजाजत दी थी।

नई दिल्ली: संसद हमले के दोषी अफजल गुरू परं जेएनयू मे एक समारोह आयोजन को लेकर चल रहे विवाद के बीच विश्वविद्यालय परिसर में नये पोस्टर सामने आए हैं जिनमें भारत को ‘‘विभिन्न राष्ट्रवादियों का कारागार’’ बताया गया है और कश्मीर के आत्मनिर्णय के अधिकार का समर्थन किया गया है। बताया जाता है कि पोस्टरों में ‘‘फासीवाद का खात्मा, लोगों को अधिकार’’ लिखा है और ये शुक्रवार की रात को परिसर में चिपकाये गए। विश्वविद्यालय सूत्रों के अनुसार, पोस्टर छात्रों के तीन सदस्यीय समूह ‘‘द न्यू मैटीरियलिस्ट्स’’ द्वारा लगाए गए। पोस्टरों में नौ फरवरी की घटना और फिर जेएनयूएसयू अध्यक्ष कन्हैया कुमार तथा तीन छात्र नेताओं की गिरफ्तारी का जिक्र करते हुए कहा गया है कि कार्यक्रम के दौरान ‘‘अनावश्यक और अवांछित नारे’’ लगाये गए जिनका कोई विचारधारा समर्थन नहीं करती।

नई दिल्ली: दिल्ली की आम आदमी पार्टी (आप) सरकार से टकराव के लिए चर्चित उप-राज्यपाल नजीब जंग ने पड़ोसी हरियाणा में जाट आरक्षण आंदोलन की वजह से राष्ट्रीय राजधानी में पैदा हुए जल संकट से निपटने के लिए दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) की तारीफ की है। दिल्ली सरकार के तहत काम करने वाले डीजेबी के सीईओ केशव चंद्र को लिखे गए पत्र में जंग ने कहा कि जल संकट से निपटने का काम 'सराहनीय' रहा है। जंग ने सीईओ को लिखे पत्र में कहा, 'दिल्ली में हाल के जल संकट के प्रबंधन के लिए आपके काम की मैं सराहना करता हूं...।' उप-राज्यपाल ने लिखा, 'इस गंभीर सकट की स्थिति को संभालने के लिए आपकी ओर से दिखाया गया पेशेवर रुख और आपकी क्षमता काफी ऊंचे दर्जे की रही।'

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस आयुक्त बी एस बस्सी ने शनिवार को कहा कि जेएनयू में आयोजित विवादित कार्यक्रम से संबधित देशद्रोह के मामले को पुलिस की आतंकवाद निरोधी विशेष प्रकोष्ठ को सौंप दिया गया है। बस्सी ने संवाददाताओं से कहा, ‘मैंने अपने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि मामले को विशेष प्रकोष्ठ को सौंपा जाए क्योंकि मामले पर केंद्रित जांच की जरूरत है। धारा 124-ए के तहत दर्ज मामले में विशेष प्रकोष्ठ न्याय करेगी।’ उन्होंने कहा कि मामले को हस्तांतरित करने की प्रक्रिया में करीब दो दिन लगेगा। पुलिस आयुक्त ने यह भी कहा कि स्थानीय पुलिस जिला उतना ध्यान नहीं दे पाएगा जितना इस मामले में जरूरत होगी क्योंकि उन्हें कानून-व्यवस्था के रोजमर्रा के मामलों से निपटना हो सकता है। बीते नौ फरवरी के कार्यक्रम को लेकर मामला दर्ज करने के कुछ दिनों बाद पुलिस आयुक्त (दक्षिण) प्रेम नाथ ने आयुक्त को लिखकर आग्रह किया था कि इस मामले को विशेष प्रकोष्ठ को हस्तांतरित किया जाए।

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