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नई दिल्ली: दिल्ली की एक अदालत ने देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार को एक दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया। मामले में अभियोजन ने कहा कि गिरफ्तार किए गए जेएनयू के दो अन्य छात्र उमर खालिद और अनिर्बन भट्टाचार्य से उनका सामना कराने के लिए हिरासत की जरूरत है। एक सूत्र ने बताया कि अदालत ने छात्र नेता की एक दिन की पुलिस हिरासत की याचिका मंजूर कर ली। 12 फरवरी को उन्हें गिरफ्तार किया गया और बाद में पांच दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया था। पुलिस ने बुधवार को कन्हैया के पेशी वारंट के लिए इस आधार पर आवेदन दिया कि जेएनयू के विवादास्पद कार्यक्रम के संबंध में दो अन्य छात्रों के बयानों में विसंगति के मद्देनजर उनसे सामना कराना है।

याचिका का विरोध करते हुए कन्हैया के वकील बंकिम कुलश्रेष्ठ ने कहा कि पुलिस को उसके मुवक्किल की पहले ही पांच दिन की हिरासत मिल चुकी है और मामले में उन्हें पूछताछ के लिए पर्याप्त वक्त मिला। वकील ने आगे कहा कि मामले में गिरफ्तार किये गए अन्य दो छात्रों और कन्हैया के बीच कोई संबंध ही नहीं है क्योंकि वे अलग-अलग छात्र संगठन से जुड़े हैं। वसंत कुंज (उत्तर) थाने में आपराधिक साजिश और देशद्रोह का मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने कन्हैया को 12 फरवरी को गिरफ्तार किया था।

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