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औरंगाबाद: जिले के देव थाना क्षेत्र के बंधु बीघा गांव के समीप लैंड माइंस विस्फोट में एक कोबरा जवान शहीद हो गया, जबकि दो घायल हो गए। कोबरा के जवान सर्च ऑपरेशन पर निकले थे। शहीद हुआ जवान अतुर्वा असम का रहने वाला है। वहीं घायलों में कोबरा जवान अजीत कुमार असम का और टकन साकू उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। सर्च ऑपरेशन के बाद वहां से लौटने के क्रम में नक्सलियों ने लैंड माइंस विस्फोट कर दिया। कोबरा जवान बाइक पर सवार होकर लौट रहे थे जो बम विस्फोट की चपेट में आ गए। इसमें एक की मौत घटनास्थल पर ही हो गयी जबकि दो घायल हो गए। घटना की सूचना मिलते ही वरीय पदाधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए। सीएम नीतीश कुमार के औरंगाबाद दौरे पर होने को लेकर अधिकारियों के हाथ पांव फूल गए। इधर घटनास्थल से पहले सभी रास्तों पर कोबरा और सीआरपीएफ की टीम लगा दी गयी है जिसने पूरे रास्ते को ब्लॉक कर दिया। इस घटना ने पुलिस की तैयारी पर ही सवाल खड़ा कर दिया है। सुबह में गंजोइ की पश्चिम दिशा में कोबरा और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हो गयी थी।

पटना: भाजपा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने एक बार फिर वरूण गांधी का नाम उत्तर प्रदेश में पार्टी के चेहरे के रूप में पेश किया है। प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। यहां एक पुस्तक के विमोचन से इतर शत्रुघ्न ने कहा, ‘यह मेरे व्यक्तिगत विचार हैं, पार्टी के नहीं। वरूण युवा, अच्छे और प्रतिबद्ध पार्टी नेता हैं।’ पटना साहिब से सांसद ने हालांकि कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में किसी का नाम आगे लाना है या नहीं यह फैसला पार्टी का संसदीय बोर्ड करेगा। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में वरूण को चेहरा बनाए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा, ‘संसदीय बोर्ड का फैसला मेरे लिए अंतिम होगा।’ राजनीतिक रूप से संवेदनशील उत्तर प्रदेश में अकसर वरूण गांधी को पार्टी का चेहरा बनाए जाने का समर्थन करने वाले शत्रुघ्न ने कहा कि वह वरूण की तुलना भाजपा के किसी अन्य नेता के साथ नहीं कर रहे हैं, क्योंकि पार्टी में और कई नेता हैं जो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद के योग्य हैं। सांसद ने गृहमंत्री राजनाथ सिंह को भी उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री पद के लिए समान रूप से योग्य उम्मीदवार बताया। शत्रुघ्न ने सवाल किया, ‘राजनाथ सिंह मेरे करीबी मित्र हैं। वह सभी महत्वपूर्ण पदों पर रहे हैं। वह ऐसे व्यक्ति हैं जिन्होंने पार्टी कार्यकर्ता के रूप में काम किया है और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने। राजनाथ सिंह से बेहतर कौन हो सकता है।’

हाजीपुर:बिहार इंटर टॉपर घोटाला मामले में एक ओर पुलिस बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के पूर्व अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसाद और उसकी पत्नी उषा सिन्हा को गिरफ्तार करने के के छापेमारी कर रही है। दूसरी तरफ सबूतों की तलाश में रोज विशुन राय कॉलेज के प्रिंसिपल बच्चा राय के ठिकानों को खंगाल रही है। इसी कड़ी में इस घोटाले की जांच के लिए गठित एसआईटी ने भगवानपुर थाने के किरतपुर राजाराम गांव में विशुन राय कॉलेज के प्रिंसिपल अमित कुमार उर्फ़ बच्चा राय के घर की तलाशी ली। पटना के एएसपी ऑपरेशन अनुपम कुमार के नेतृत्व में पहुंची 40 सदस्यीय एसआईटी की टीम ने बच्चा राय के घर से करीब 20 लाख के आभूषण, एक लाख 16 हजार 850 रुपये, एक मोबाइल और कुछ जरूरी कागजात जब्त किये। बच्चा राय के घर पर छापेमारी में महिला पुलिस को भी लगाया गया था। पटना की डीएसपी वंदना कुमारी भी छापेमारी में थीं। एएसपी अनुपम कुमार ने बताया कि टॉपर मामले में लगातार एसआईटी छापेमारी कर पुख्ता सबूतों की तलाश कर रही है ताकि बच्चा राय कि क़ानून के शिकंजे से निकलने की गुंजाइश न रहे।

पटना: बिहार के शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी ने केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी को 'डियर' संबोधित करने के अपने आधार पर डटे रहे और उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आशा भोसले को इस शब्द से संबोधित करने सहित कई संदर्भों का हवाला दिया। चौधरी ने अपने ट्विटर अकाउंट पर केंद्रीय श्रममंत्री बंडारू दत्तात्रेय की तरफ से ईरानी को लिखे गए एक पत्र में 'डियर' का हवाला दिया और आरोप लगाया कि वह इस मामले पर 'दोहरा रुख' अपना रही हैं। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री के साथ ट्विटर पर अपनी बहस का हवाला देते हुए चौधरी ने कहा, 'आपको दूसरों का 'डियर' कहना ठीक लगा, लेकिन मैंने यही किया तो आपत्ति हो गई।' बिहार के शिक्षा मंत्री ने एक ट्वीट को भी रीट्वीट किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि 'डियर' जेंडर न्यूट्रल है और ईरानी को 'रेन एंड मार्टिन' की ग्रामर किताब पढ़ने की सलाह दी। बिहार कांग्रेस के भी अध्यक्ष चौधरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पहले की ट्वीट का जिक्र किया, 'डियर आशाभोसले ताई, आपके बेटे के निधन पर मर्माहत हूं। दुख की इस घड़ी में मेरी भावनाएं आपके साथ है।' बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी चौधरी का पक्ष लिया और इस विवाद को जातिवादी रंग देते हुए कहा कि 'क्या एक दलित डियर नहीं कह सकता?' उधर कांग्रेस कार्यकर्ता भी 'डियर' की जंग में शामिल हो गए और पटना में पार्टी मुख्यालय सदाकत आश्रम पहुंचने पर अपने मंत्री को 'डियर अशोक चौधरीजी' कहकर संबोधित किया।

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