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छपरा: बिहार के सारण जिले की एक अदालत ने बुधवार को करीब तीन साल पुराने धर्मसती गंडामन स्कूल में मिड डे मील खाने के बाद 23 बच्चों की मौत के मामले में स्कूल की तत्कालीन प्रधानाध्यापिका मीना देवी को दोषी करार दिया है जबकि उनके पति अर्जुन राय को साक्ष्य के अभाव में बरी कर दिया है. बहुचर्चित मिड डे मील हादसा मामले में छपरा व्यवहार न्यायालय के जिला एवं सत्र न्यायाधीश विजय आनंद तिवारी ने मीना देवी को आईपीसी की धारा 304 और 308 के तहत दोषी करार दिया जबकि उनके पति अर्जुन राय को साक्ष्य के आभाव में बरी कर दिया. लोक अभियोजक सुरेंद्र सिंह ने बताया कि इस मामले में अदालत 29 अगस्त को सजा सुनाएगी. इससे पूर्व 11 अगस्त को इस मामले में अंतिम जिरह हुई थी. उल्लेखनीय है कि करीब तीन साल पूर्व 16 जुलाई 2013 को मशरक प्रखंड के धर्मसती गंडामन स्कूल में मिड डे मील खाने के बाद 23 बच्चों की मौत हो गई थी. इस मामले में एक रसोइया व 24 बच्चे एक माह तक पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (पीएमसीएच) में इलाजरत रहे थे. मृतक आशीष के पिता अखिलानंद मिश्र के बयान पर धर्मसती गंडामन स्कूल की तत्कालीन प्रधानाध्यापिका मीना देवी और उनके पति अर्जुन राय के खिलाफ मशरक थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी.

पटना: बिहार में गंगा नदी अभी भी अधिकांश स्थानों पर पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है जिससे राज्य में बाढ़ की स्थिति विकट बनी है। हालांकि, सोमवार की तुलना में गंगा के जलस्तर में मामूली कमी दर्ज की गई है परंतु सोन नदी के जलस्तर में वृद्घि के कारण लोगों में बेचैनी है। बिहार में बाढ़ से अब तक लाखों लोग प्रभावित हुए हैं। कई ट्रेनों का परिचालन प्रभावित हुआ है। गंगा से सटे बिहार के करीब सभी जिले प्रभावित हैं। बिहार में बाढ़ से गंगा नदी के बढ़े हुए जल स्तर और तेज जल प्रवाह के कारण इस नदी के किनारे अवस्थित जिलों बक्सर, भोजपुर, पटना, वैशाली, सारण, बेगूसराय, समस्तीपुर, लखीसराय, खगड़िया, मुंगेर, भागलपुर और कटिहार जिलों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। पटना, वैशाली, भोजपुर और सारण जिला के दियारा क्षेत्र (नदी किनारे वाले इलाके) बाढ़ से अधिक प्रभावित हैं। आपदा प्रबंधन विभाग का दावा है कि बाढ़ से प्रभावित सभी जिलों में राहत और बचाव कार्य जारी है। पटना स्थित बाढ़ नियंत्रण कक्ष के मुताबिक, राज्य में गंगा, पुनपुन, गंडक और सोन नदी कई स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। नियंत्रण कक्ष में प्रतिनियुक्त सहायक अभियंता विजय कुमार मंडल ने मंगलवार को आईएएनएस को बताया कि इंद्रपुरी बैराज में सोन नदी के जलस्तर में वृद्घि दर्ज की जा रही है। सुबह आठ बजे इंद्रपुरी बैराज के पास सोन नदी का जलस्तर 4,35,402 क्यूसेक था वहीं सुबह नौ बजे यहां का जलस्तर बढ़कर 4,40,441 क्यूसेक दर्ज किया गया।

गोपालगंज: यहाँ शराब पीने के बाद तीन और लोगों की मौत हो गई। इस तरह मरने वालों की कुल संख्या 17 हो गई है। इनमें पीएमसीएच में इलाज के लिए पहुंचे दो लोग शामिल हैं। इधर, इस मामले में जिला प्रशासन ने मान लिया है कि 17 लोगों की मौत शराब या शराब जैसा जहरीला पेय पीने से हुई है। साथ ही नगर थाने के इंस्पेक्टर बीपी आलोक समेत 25 पुलिसकर्मियों को गुरुवार को सस्पेंड कर दिया गया है। पीएमसीएच में मरने वालों में मो. नासिर आलम (25 वर्ष) व मुन्ना कुमार (28 वर्ष) हैं। बुधवार शाम सवा छह बजे छह लोगों को पीएमसीएच इमरजेंसी में भर्ती कराया गया था। उनमें शामिल इन दोनों की मौत उसी रात हो गई थी। मो. नासिर रिक्शा चलाता था। मुन्ना ठेले पर मिठाई बेचता था। मो. नासिर के भाई मो. जब्बार आलम ने बताया कि उसके भाई की मौत शराब पीने से हुई है। मुन्ना के परिजनों ने भी यही बात कही है। इसके अलावा गोपालगंज के हरखुआ मुहल्ले के बतीश महतो की भी मौत गुरुवार को हुई। पुलिस की छापेमारी के बाद गिरफ्तार छह लोगों सहित कुल 14 लोगों पर अवैध ढंग से शराब बनाने, बेचने के आरोप में नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है। इसमें इन लोगों को 17 लोगों की मौत का जिम्मेवार बताया गया है। प्रशासन इस टोले पर सामूहिक जुर्माना या उससे भी बड़ी सजा पर विचार कर रहा है। डीएम ने बताया कि इस कांड से जुड़े अफसरों को भी चिह्न्ति किया जा रहा है। उन पर जल्द ही दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।

गोपालगंज: बिहार के गोपालकंज में संदिग्ध हालात में 13 लोगों की मौत हो गई है। घटना नगर थाना के हरखुआ स्थित खजूर वारी की है। गांव में 15 अगस्त की शाम शराब पीने से इन लोगों की तबीयत बिगड़ गई थी। स्थानीय लोगों का आरोप है कि मौत जहरीली शराब पीने की वजह से हुई है। स्थानीय लोगों की माने तो ये मौतें जहरीली शराब पीने से हुई है। दूसरी ओर प्रशासन इसे बीमारी से हुई मौतें बताने में जुटा है। इस मामले पर गोपालगंज के एसपी रविरंजन ने कहा कि जहरीली शराब से मौत नहीं हुई है। हालांकि, हम जांच में जुटे हैं। जानकारी के मुताबिक, सभी ने 15 अगस्त की शाम में शराब पी थी। मंगलवार देर रात इन लोगों की हालत बिगड़ने लगी। आनन-फानन में सभी बीमार लोगों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया। सभी को पहले पेट दर्द हुआ और उसके बाद उल्टी होने लगी। इसके बाद सबकी हालत बिगड़ने लगी। देखते ही देखते 13 लोगों की मौत हो गई।

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