ताज़ा खबरें
आजम खान को तीन मामलों में मिली जमानत, लेकिन अभी जेल में रहेंगे
बिहार विधानसभा चुनाव: तेजस्वी यादव के नेतृत्व में लड़ेगा महागठबंधन
बंगाल में दिसंबर तक काम कर सकेंगे शिक्षक, सुप्रीम कोर्ट ने दी राहत
ऐसे लोकतंत्र की कल्पना नहीं की थी, जहां जज कानून बनाएंगे: धनखड़
सुप्रीम कोर्ट ने वक्फ कानून पर सरकार को दिया सात दिन का वक्त

नई दिल्ली/पटना: बिहार के सीवान जिले में पत्रकार राजदेव रंजन हत्याकांड की जांच केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई को सौंप दी गई है। इस मामले में नीतीश सरकार की सिफारिश को केंद्र सरकार ने मंजूरी दे दी है। हालांकि सीबीआई जांच के लिए राज्य सरकार ने हत्याकांड के सप्ताहभर बाद ही सिफारिश कर दी थी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजदेव की हत्या के तीन दिन बाद ही 16 मई को जनता दरबार के दौरान हत्याकांड की जांच सीबीआई से कराने की घोषणा की थी। उन्होंने कहा था कि पत्रकार का परिवार लगातार मामले की सीबीआई जांच की मांग कर रहा है। ऐसे में सरकार ने यह फैसला लिया है कि जांच सीबीआई को सौंप दी जाए, ताकि दोषियों का चेहरा जल्द सामने आ सके। नीतीश ने कहा कि पत्रकार के ऊपर हुआ हमला मेरे उपर हुए हमले जैसा है।

पटना: फेसबुक पर बिहार के स्वास्थ्य मंत्री और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजप्रताप की एक वायरल तस्वीर ने सियासी हलचल पैदा कर दी। इस तस्वीर में तेज प्रताप हिन्दुस्तान के पत्रकार राजदेव रंजन के हत्यारे मोहम्मद कैफ के साथ दिख रहे हैं। इस तस्वीर पर प्रतिक्रिया देते हुए तेजप्रताप ने कहा, मेरा इससे कोई लेना देना नहीं है। मैं दिन में कई लोगों से मिलता रहता हूं। इसके पीछे भाजपा और संघ की साजिश है। दरअसल हिन्दुस्तान अखबार के सीवान के ब्यूरो चीफ राजदेव रंजन हत्याकांड के मुख्य आरोपी मोहम्मद कैफ ने अपने फेसबुक पेज पर 18 अगस्त को कुछ तस्वीरें शेयर कीं। इसमें कुछ में वह शहाबुद्दीन के साथ दिख रहा है तो कुछ तस्वीरों में वह बिहार के स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप के साथ दिख रहा है। जब शहाबुद्दीन के साथ कैफ की तस्वीर सामने आई उसके बाद यह तस्वीर वायरल हुई है। सोशल मीडिया पर इस पर जबरदस्त प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। कैफ शहाबुद्दीन के भागलपुर जेल से निकलने पर आयोजित प्रेस वार्ता में भी उपस्थित था। इधर, इस मामले पर भाजपा नेता नंदकिशोर यादव ने कहा कि हत्याकांड का आरोपी इस तरह खुलेआम घूम रहा है।

पटना: पिछले हफ्ते हुई शहाबुद्दीन की रिहाई को लेकर बिहार सरकार पर दबाव जारी रखते हुए वरिष्ठ भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी ने मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस बात पर स्पष्टीकरण मांगा कि किन वजहों से राजद के प्रभावशाली नेता को 11 साल जेल में रहने के बाद जमानत मिली। उन्होंने अपने निवास पर जनता दरबार के मौके पर संवाददाताओं से कहा, ‘हम कुमार के इस उपेक्षापूर्ण रवैया को नहीं स्वीकर करते कि शहाबुद्दीन की जमानत से जुड़ा विवाद या उन पर शहाबुद्दीन का प्रहार मामूली मुद्दे हैं और यह कि उन पर उन्हें ध्यान देने या जवाब देने की जरूरत नहीं है।’ उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर राज्य के मंत्रियों और जदयू प्रवक्ताओं द्वारा दिया गया स्पष्टीकरण भी संतोषजनक नहीं है। भाजपा नेता ने मुख्यमंत्री के इशारे पर उनके खिलाफ कथित रूप से अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल करने को लेकर राज्य के मंत्रियों को खरीखोटी सुनायी और कहा कि विपक्ष राजद नेता की रिहाई के इस मुद्दे को दबने नहीं देगा। सुशील मोदी ने कहा कि सरकार के सभी घटक राजद, जदयू और कांग्रेस शहाबुद्दीन की राज्य प्रायोजित रिहाई के लिए सामूहिक रूप से जिम्मेदार हैं।

पटना: बिहार की वर्तमान महागठबंधन सरकार को कटघरे में खडा करते हुए एनडीए ने प्रदेश के राज्यपाल रामनाथ कोविंद को ज्ञापन सौंपकर राजद के पूर्व सांसद और गैंगस्टर शहाबुद्दीन पर अपराध नियंत्रण कानून (क्राइम कंट्रोल एक्ट) (सीसीए) लगाने की मांग की। कुछ मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, नीतीश सरकार सीसीए लगाकर शहाबुद्दीन को फिर जेल भेज सकते हैं। शहाबुद्दीन को हाल में जेल से रिहा किया गया। शहाबुद्दीन ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार को परिस्थितियों का मुख्यमंत्री बताया था। सीएम नीतीश ने शहाबुद्दीन की उस टिप्पणी कि वे ‘परिस्थितियों के मुख्यमंत्री’ हैं को महत्व नहीं देते हुए कहा था कि दुनिया को मालूम है कि बिहार की जनता का क्या जनादेश है। तो हम जनता के मुताबिक चलें या कोई आदमी कुछ बोल रहा है उस पर ध्यान दें। आज तक हम लोगों ने कभी ध्यान दिया है। इन सब बातों का कोई महत्व नहीं है। पूर्व केंद्रीय मंत्री और राजद के वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा था, ‘लालू प्रसाद हमारे नेता हैं और हम उनको मुख्यमंत्री देखना चाहते थे। जब महागठबंधन बना तो इसके नेताओं ने फैसला किया कि नीतीश कुमार उनके नेता होंगे। मैं इससे सहमत नहीं था लेकिन इसको माना।’ महागठबंधन सरकार में पहली बडी तल्खी दिखी जब जदयू ने राजद नेता रघुवंश प्रसाद सिंह द्वारा मोहम्मद शहाबुद्दीन की मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ की गयी टिप्पणी का समर्थन किए जाने पर कडा एतराज जताते हुए राजद प्रमुख लालू प्रसाद से अपील की कि वे अपनी पार्टी के भीतर गठबंधन धर्म की मर्यादा के पालन का भरोसा दिलाएं।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख