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पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भारत के मुख्य न्यायधीश की बढती रिक्तियों पर चिंता को साझा करते हुए कहा कि न्यायधीशों के रिक्त पदों को जल्द भरा जाना चाहिए। बिहार विधान परिषद परिसर में मंगलवार को पत्रकारों द्वारा जजों के रिक्त पदों पर नियुक्ति से संबंधित प्रश्न पूछे जाने पर नीतीश ने कहा कि यह न्यायपालिका की अपनी चिंता है। विभिन्न उच्च न्यायालयों में बडी संख्या में रिक्तियां हैं। इसे जल्द भरा जाना चाहिए। भारत के मुख्य न्यायधीश ने जो चिंता जतायी है वह स्वभाविक है। जजों के रिक्त पदों को जल्द भरा जाना चाहिए। उल्लेखनीय है कि प्रधान न्यायाधीश टी एस ठाकुर ने कल कहा था कि वह इस बात से निराश हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने स्वतंत्रता दिवस के भाषण में न्यायाधीशों की नियुक्ति का कोई उल्लेख नहीं किया। प्रधान न्यायाधीश ने कल दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कहा, ‘मैंने लोकप्रिय प्रधानमंत्री को डेढ़ घंटे तक सुना। मुझे अपेक्षा थी कि वह न्याय क्षेत्र और न्यायाधीशों की नियुक्ति के बारे में भी कुछ उल्लेख करेंगे।’ प्रधान न्यायाधीश का यह बयान उच्च न्यायालयों में मुख्य न्यायाधीशों और अन्य न्यायाधीशों की नियुक्ति और तबादले पर कॉलेजियम के फैसले को लागू नहीं करने पर प्रधान न्यायाधीश की अध्यक्षता वाली पीठ के केंद्र को कठोर संदेश देने के बाद आया था।

पटना: केंद्रीय मानव संसाधन राज्य मंत्री और राष्ट्रीय लोकसमता पार्टी (रालोसपा) प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा थाना प्रभारियों को शराबबंदी लागू करने अथवा नौकरी छोड़ देने का सुझाव दिए जाने की निंदा की है. पटना स्थित श्रीकृष्ण मेमोरियल हाल में कुशवाहा मंच द्वारा नवनिर्वाचित पंचायत प्रतिनिधियों के सम्मान में शनिवार को आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुए नीतीश ने उक्त टिपपणी की थी. शराबबंदी को लेकर लापरवाही बरतने पर 11 थाना प्रभारियों के खिलाफ की गई कार्रवाई के बाद कुछ के थाना प्रभारी के पद नहीं बने रहने को लेकर पुलिस मुख्यालय को ज्ञापन सौंपे जाने की मीडिया में चर्चा पर उन्हें कड़ी चेतावनी दी और कहा कि कानून सब पर लागू होता है. वे अगर थाना प्रभारी नहीं बने रहना चाहते तो नौकरी छोड़ दें. मुख्यमंत्री की इस टिप्पणी पर रविवार को कुशवाहा ने कहा, ‘अगर शराबबंदी को लागू करने में विफल रहने पर थाना प्रभारियों को नौकरी छोड़ देने को कहा जाता है तो नीतीश कुमार को भी अपना पद छोड़ देना चाहिए.’ उन्होंने यह भी कहा कि नीतीश कुमार को पहले अपनी जिम्मेदारी तय करनी चाहिए. सीतामढ़ी से अपनी पार्टी के सांसद राम कुमार शर्मा के आज यहां रालोसपा के प्रदेश कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कुशवाहा ने कहा कि उनकी पार्टी की सदस्यता अभियान अंतिम चरण में है और पार्टी पदाधिकारियों का मनोनयन पंचायत से राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर किया जाएगा.

पटना: शराबबंदी को लेकर लापरवाही बरतने पर थाना प्रभारी के खिलाफ की गयी कार्रवाई के बाद कुछ पुलिसकर्मियों द्वारा थाना प्रभारी बने रहने की अनिच्छा जताने जाने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उन्हें कड़ी चेतावनी देते हुए शनिवार को कहा कि कानून सब पर लागू होता है। यदि वे थाना प्रभारी नहीं बने रहना चाहते तो नौकरी छोड़ दें। पुलिसकर्मियों ने थाना प्रभारी बने रहने पर अनिच्छा जताते हुए पुलिस मुख्यालय को ज्ञापन सौंपा था। इसे लेकर मीडिया में खासा हंगामा होने के बाद नीतीश ने उक्त बात कही। पटना स्थित श्रीकृष्ण मेमोरियल हाल में कुशवाहा मंच द्वारा नवनिर्वाचित पंचायत प्रतिनिधियों के सम्मान में आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुए नीतीश ने कहा ‘आजकल लोग हाईलाईट कर रहे हैं कि थाना अध्यक्ष प्रभारी नहीं रहना चाहते हैं। कानून केवल लोगों पर नहीं, सबपर लागू होता है। उन्होंने ऐसे थाना प्रभारियों को चेतावनी दी कि वे अगर थाना प्रभारी नहीं बने रहना चाहते तो नौकरी छोड दें। मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिकारियों द्वारा इस कानून का गलत उपयोग न किया जाए इसके लिये सख्त प्रावधान किया गया है। कानून का गलत इस्तेमाल करने पर 3 साल की सजा और एक लाख रुपये का जुर्माना के साथ-साथ नौकरी से बर्खास्त एवं उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने कहा कि कानून सब पर लागू होगा। कोई भी कानून से ऊपर नहीं है। शराबबंदी कानून को लेकर अपने खिलाफ विपक्ष द्वारा अपशब्द का प्रयोग करने की ओर इशारा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वे भगवान से एक ही प्रार्थना करते हैं उनके मुंह से अपशब्द नहीं निकले क्योंकि अपशब्दों का प्रयोग वही करते हैं जिनके पांव के नीचे से जमीन खिसक जाती है।

पटना: राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रमुख लालू प्रसाद ने शनिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के अबतक के सबसे कमजोर प्रधानमंत्री हैं। लालू प्रसाद ने पटना में संवाददाताओं से कहा, 'नरेंद्र मोदी सबसे कमजोर प्रधानमंत्री हैं।' उन्होंने कहा कि मोदी केवल यह जानते हैं कि लंबी-लंबी बातें कैसे की जाती हैं, लेकिन वे लोगों की समस्याएं दूर करने में नाकाम रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोग महंगाई, बेरोजगारी और सामाजिक तनाव से प्रभावित हो रहे हैं। लालू प्रसाद ने कहा कि जम्मू एवं कश्मीर पर पीएम मोदी की रणनीति पूरी तरह विफल हो चुकी है और वह कश्मीर घाटी में जारी हिंसक प्रदर्शनों के लिए जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि जम्मू एवं कश्मीर में हिंसा, अशांति और प्रदर्शन का दौर फिर से शुरू होने के लिए मोदी को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए।

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