ताज़ा खबरें
एलजी ने सीएम आतिशी को केजरीवाल से ‘हजार गुना बेहतर’ बताया
कैशकांड पर विनोद तावड़े ने राहुल-खड़गे-श्रीनेत को भेजा कानूनी नोटिस

पटना: जदयू ने आज (गुरूवार) ‘तीसरे मोर्चे’ के विचार को आज खारिज करते हुए कहा कि उनकी पार्टी और जदयू नेतृत्व द्वारा इसको लेकर चर्चा भी नहीं की गयी। जदयू के राष्ट्रीय महासचिव के सी त्यागी ने आज यहां संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा, ‘थर्ड फ्रंट :तीसरा मोर्चा: जैसा विचार न जेहन में है, न नेता की कोशिशों में है।’ उन्होंने इस विषय को महत्व नहीं देते हुए कहा ‘हम फर्स्ट फ्रंट के लिए कोशिश कर रहे हैं।’ पटना स्थित मुख्यमंत्री आवास पर अपने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार की अध्यक्षता में आज संपन्न पार्टी पदाधिकारियों की बैठक के बाद त्यागी ने यह भी स्पष्ट किया कि जदयू ने कभी भी न तो नीतीश कुमार को ‘प्रधानमंत्री के उम्मीदवार’ के तौर पर पेश किया और न ही इस आशय का कोई प्रस्ताव पारित किया। उन्होंने कहा कि अगर लालू प्रसाद, बाबू लाल मरांडी, शरद पवार ने नीतीश कुमार का प्रधानमंत्री उम्मीदवार के तौर पर समर्थन करते हैं तो हम उन्हें नहीं रोक सकते हैं।

सीवान: सीवान के पत्रकार राजदेव रंजन की हत्या के आरोपी लड्डन मियां ने आज आत्मसमर्पण कर दिया। लड्डन मियां पूर्व राष्ट्रीय जनता दल सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन का करीबी माना जाता है। इस हत्याकांड से जुड़े ज़्यादातर शूटर्स ने सुपारी देने वाले के रूप में लड्डन मियां का नाम लिया था। आत्मसमर्पण करने के बाद लड्डन मियां ने कहा कि उनका इस हत्याकांड से कोई लेना-देना नहीं है। इससे पहले 25 मई को मामले से जुड़े पांच शूटर्स को गिरफ़्तार किया गया था। हिन्दी दैनिक 'हिंदुस्तान' के ब्यूरो चीफ राजदेव रंजन को सिर और गर्दन में गोलियां मारी गई थीं। जिससे उनकी मौत हो गई। राजदेव रंजन 24 वर्षों से पत्रकारिता कर रहे थे। बता दें कि इसी साल अप्रैल में लालू यादव की आरजेडी में शहाबुद्दीन को पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारी समिति का सदस्य बनाया गया था। मार्च में एक आरजेडी मंत्री ने तब सरकार के लिए मुसीबत खड़ी कर दी थी जब उन्होंने जेल में बंद शहाबुद्दीन के साथ अपना एक फोटो सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया था।

पटना: बिहार से राज्यसभा की पांच सीटों और विधान परिषद की सात सीटों के लिए होने वाले द्विवार्षिक चुनाव के लिए राज्य में सत्ताधारी महागठबंधन (जेडीयू-आरजेडी-कांग्रेस) के उम्मीदवारों ने सोमवार को अपना-अपना नामांकन दाखिल किया। जेडीयू की ओर से दो सीटों के लिए जेडीयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव और आर.सी.पी. सिंह तथा आरजेडी की ओर पार्टी प्रमुख लालू प्रसाद की बडी पुत्री मीसा भारती और सुप्रीम कोर्ट के मशहूर वकील राम जेठमलानी ने अपना-अपना नामांकन पर्चा भरा।मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद की उपस्थिति में बिहार विधानसभा सचिव कम रिटर्निंग अफिसर रामश्रेष्ठ राय के समक्ष महागठबंधन के उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किया। पर्चा दाखिल करने से पहले मशहूर वकील राम जेठमलानी आरजेडी में शामिल हुए। इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री राबडी देवी, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह और बिहार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अशोक कुमार चौधरी भी उपस्थित थे। बिहार विधान परिषद की सात सीटों के लिए आगामी 10 जून को होने वाले चुनाव के लिए जेडीयू की ओर से गुलाम रसूल बलियावी एवं सी.पी. सिन्हा, आरजेडी की ओर से एस.एम. कमर आलम एवं रणविजय सिंह तथा कांग्रेस की ओर से पार्टी प्रदेश उपाध्यक्ष तनवीर अख्तर ने भी अपन-अपना नामांकन पर्चा भरा।

पटना: बिहार में सत्ताधारी पार्टी जदयू ने राज्यसभा की पांच सीटों और राज्य विधान परिषद की सात सीटों के द्विवार्षिक चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों के नाम की गुरुवार को घोषणा कर दी। जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने आज यहां संवाददाताओं को बताया कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्यसभा की दो सीटों के लिए पार्टी के वरिष्ठ नेता शरद यादव और आरसीपी सिंह तथा बिहार विधान परिषद की दो सीटों के लिए गुलाम रसूल बलियावी और सीपी सिन्हा के नाम की सहमति प्रदान कर दी है। शरद यादव जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे हैं जिनसे नीतीश कुमार ने गत अप्रैल महीने में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का कार्यभार प्राप्त किया है, जबकि आरसीपी सिंह नीतीश के विश्वस्त माने जाते हैं और वर्तमान में जदयू के राष्ट्रीय महासचिव हैं। बिहार से राज्यसभा की आगामी सात जुलाई को रिक्त होने वाली इन पांच सीटों में से 243 सदस्यीय बिहार विधानसभा में अपने संख्या बल के आधार पर जदयू और राजद दो-दो सीटें जीत सकती हैं तथा भाजपा एक सीट हासिल करने के लिए प्रयास करेगी।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख