ताज़ा खबरें
आजम खान को तीन मामलों में मिली जमानत, लेकिन अभी जेल में रहेंगे
बिहार विधानसभा चुनाव: तेजस्वी यादव के नेतृत्व में लड़ेगा महागठबंधन
बंगाल में दिसंबर तक काम कर सकेंगे शिक्षक, सुप्रीम कोर्ट ने दी राहत
ऐसे लोकतंत्र की कल्पना नहीं की थी, जहां जज कानून बनाएंगे: धनखड़
सुप्रीम कोर्ट ने वक्फ कानून पर सरकार को दिया सात दिन का वक्त

पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भारत के मुख्य न्यायधीश की बढती रिक्तियों पर चिंता को साझा करते हुए कहा कि न्यायधीशों के रिक्त पदों को जल्द भरा जाना चाहिए। बिहार विधान परिषद परिसर में मंगलवार को पत्रकारों द्वारा जजों के रिक्त पदों पर नियुक्ति से संबंधित प्रश्न पूछे जाने पर नीतीश ने कहा कि यह न्यायपालिका की अपनी चिंता है। विभिन्न उच्च न्यायालयों में बडी संख्या में रिक्तियां हैं। इसे जल्द भरा जाना चाहिए। भारत के मुख्य न्यायधीश ने जो चिंता जतायी है वह स्वभाविक है। जजों के रिक्त पदों को जल्द भरा जाना चाहिए। उल्लेखनीय है कि प्रधान न्यायाधीश टी एस ठाकुर ने कल कहा था कि वह इस बात से निराश हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने स्वतंत्रता दिवस के भाषण में न्यायाधीशों की नियुक्ति का कोई उल्लेख नहीं किया। प्रधान न्यायाधीश ने कल दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कहा, ‘मैंने लोकप्रिय प्रधानमंत्री को डेढ़ घंटे तक सुना। मुझे अपेक्षा थी कि वह न्याय क्षेत्र और न्यायाधीशों की नियुक्ति के बारे में भी कुछ उल्लेख करेंगे।’ प्रधान न्यायाधीश का यह बयान उच्च न्यायालयों में मुख्य न्यायाधीशों और अन्य न्यायाधीशों की नियुक्ति और तबादले पर कॉलेजियम के फैसले को लागू नहीं करने पर प्रधान न्यायाधीश की अध्यक्षता वाली पीठ के केंद्र को कठोर संदेश देने के बाद आया था।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख