ताज़ा खबरें
संविधान ने देश में बदलाव लाने में उल्लेखनीय मदद की: सीजेआई खन्ना

वुहान (चीन): ओलंपिक जाने वाली भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल और पीवी सिंधु ने आज यहां बैडमिंटन एशिया चैम्पियनशिप में अभियान की शानदार शुरूआत करते हुए अपने अपने पहले राउंड के महिला एकल मुकाबले जीत लिये। पांचवीं वरीय साइना ने शुरूआती राउंड में इंडोनेशिया की फित्रियानी फित्रियानी को 21-16 , 21- 17 से हराकर बाहर किया जबकि सिंधु ने एक और इंडोनेशियाई खिलाड़ी मारिया फेबे कुसुमास्तुति को आधे घंटे तक चले मुकाबले में 21-10, 21-13 से शिकस्त दी। अगले राउंड में दुनिया की आठवें नंबर की खिलाड़ी साइना की भिड़ंत इंडोनेशिया के लिंडावेनी फानेत्री और थाईलैंड नितचानोन जिंदापोल के बीच होने वाले मुकाबले के विजेता से होगी। सिंधु का सामना चीनी ताइपे की आठवीं वरीय ताई जु यिंग से होगा। हालांकि अन्य भारतीय खिलाड़ियों के टूर्नामेंट में दिन बुरा रहा जो ओलंपिक क्वालीफिकेशन का अंतिम टूर्नामेंट होगा। कोरिया की चांग ये ना और ली सो ही की जोड़ी ने महिला युगल में ज्वाला गुट्टा और अश्विनी पोनप्पा को 21-15, 21-11 से हराया। पुरूष युगल में मनु अत्री और बी सुमित रेड्डी की जोड़ी को जापान के हिरोयुकी इंडो और केनिची हायाकावा की जोड़ी से 15-21, 13-21 से शिकस्त मिली।

हैदराबाद: अशोक डिंडा की अगुवाई में गेंदबाजों की बेजोड़ प्रदर्शन और स्टीवन स्मिथ की रणनीतिक पारी से राइजिंग पुणे सुपरजाइंट्स ने मंगलवार को बारिश से प्रभावित मैच में सनराइजर्स हैदराबाद को डकवर्थ लुईस पद्वति से 34 रन से हराकर आईपीएल नौ में दूसरी बार जीत का स्वाद चखा। बारिश के कारण खेल लगभग एक घंटा देरी से शुरू हुआ लेकिन ओवरों में कोई कटौती नहीं की गई। बारिश थमने के बाद विकेटों की बारिश शुरू हुई। टॉस गंवाने के बाद पहले बल्लेबाजी के लिये उतरे सनराइजर्स की आधी टीम 32 रन तक पवेलियन लौट गई। शिखर धवन (53 गेंदों पर दो चौके और एक छक्के की मदद से नाबाद 56 रन) ने नमन ओझा (18) के साथ छठे विकेट के लिये 47 रन जोड़कर स्थिति सुधारी जबकि भुवनेश्वर कुमार ने आठ गेंदों पर 21 रन की तेजतर्रार पारी खेली लेकिन सनराइजर्स आठ विकेट पर 118 रन तक ही पहुंच पाया। पुणे के सामने बड़ा लक्ष्य नहीं था। ऐसे में स्टीवन स्मिथ (36 गेंद पर नाबाद 46) और फाफ डु प्लेसिस (21 गेंदों पर 30 रन) ने दूसरे विकेट के लिये 80 रन की साझेदारी करके उसका काम और आसान कर दिया। पुणे सुपरजाइंट्स ने जब 11 ओवर में तीन विकेट पर 94 रन बनाये थे तभी बारिश आ गई।

नई दिल्ली: भारतीय मूल के पहलवान विनोद कुमार दाहिया ने ऑस्ट्रेलियाई टीम की ओर से रियो ओलिंपिक्स के लिए क्वालिफ़ाई कर बड़ी कामयाबी हासिल की है। विनोद कुमार दाहिया ने 66 किलोग्राम वर्ग में ग्रीको रोमन कुश्ती की प्रतियोगिता के लिए रियो ओलिंपिक्स में जगह बनाई है। 31 साल के विनोद कुमार दाहिया अल्जीरिया में हुई अफ़्रीकन/ओशेनिया ओलिंपिक क्वालिफ़ायर प्रतियोगिता में रजत पदक जीतकर रियो का टिकट हासिल कर लिया। विनोद की कामयाबी बड़ी इसलिए भी है कि 66 किलोग्राम वर्ग की ग्रीको-रोमन कुश्ती में अभी तक किसी भारतीय एथलीट ने जगह नहीं बनाई है। कुश्ती के कोच सुभाष मलिक विनोद दाहिया के ओलिंपिक्स में क्वालिफ़ाई करने पर हैरानी जताते हैं। वह कहते हैं, विनोद के लिए यह बहुत बड़ी उपलब्धि है। वे मेहनती तो हैं और उनमें जुनून भी है, लेकिन रियो का टिकट हासिल करना बड़ी बात है। कोच सुभाष मलिक बताते हैं कि विनोद सोनीपत ज़िले में खांडा (खारखोटा के पास का गांव) के रहने वाले हैं और एक घुमक्कड़ किस्म के पहलवान हैं, जिन्होंने भारत के अलग-अलग अखाड़ों में ट्रेनिंग ली है।

मुंबई: बॉलीवुड स्टार सलमान खान को इसी साल अगस्त में होने वाले रियो ओलंपिक गेम्स में भारत का गुडविल एंबैसडर बनाए जाने के बाद विवाद का सिलसिला खत्म नहीं हो रहा है। इसके विरोध में बोलने वालों में भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा रह चुके गौतम गंभीर भी शामिल हो गए हैं। गंभीर ने सोमवार को कहा कि ओलंपिक में गोल्ड मेडल हासिल करने वाले अभिनव बिंद्रा इस पद के लिए उपयुक्त व्यक्ति थे। उन्होंने कहा, मेरा मानना है कि देश में खिलाडिय़ों की कोई कमी नहीं है। कई ऐसे लोग हैं जिन्होंने देश के लिए और ओलंपिक खेलों में काफी कुछ किया है। मुझे अच्छा लगता अगर अभिनव बिंद्रा जैसा कोई होता जो गुडविल एंबैसडर बनाया जाता। उन्होंने कहा, मेरा मानना है कि खिलाड़ियों को लोक प्रसिद्धि की जरूरत नहीं होती, वह अपने देश के लिए काम करता है। इस तरह की चीज खिलाड़ी को सही मायने में उत्साह नहीं देती। बिंद्रा पहले ऐसे व्यक्ति हैं जिन्होंने ओलम्पिक में गोल्ड मेडल जीता है। उन्होंने कहा, वह इसके लिए सबसे उपयुक्त चुनाव होते। मैंने किसी को यह कहते हुए सुना था कि खिलाड़ियों को लोक-प्रसिद्धि की जरूरत होती है। मेरा मानना इससे अलग है। खिलाड़ी को बॉलीवुड या किसी फिल्म की जरूरत नहीं होती।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख