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नई दिल्ली: भारतीय मूल के पहलवान विनोद कुमार दाहिया ने ऑस्ट्रेलियाई टीम की ओर से रियो ओलिंपिक्स के लिए क्वालिफ़ाई कर बड़ी कामयाबी हासिल की है। विनोद कुमार दाहिया ने 66 किलोग्राम वर्ग में ग्रीको रोमन कुश्ती की प्रतियोगिता के लिए रियो ओलिंपिक्स में जगह बनाई है। 31 साल के विनोद कुमार दाहिया अल्जीरिया में हुई अफ़्रीकन/ओशेनिया ओलिंपिक क्वालिफ़ायर प्रतियोगिता में रजत पदक जीतकर रियो का टिकट हासिल कर लिया। विनोद की कामयाबी बड़ी इसलिए भी है कि 66 किलोग्राम वर्ग की ग्रीको-रोमन कुश्ती में अभी तक किसी भारतीय एथलीट ने जगह नहीं बनाई है। कुश्ती के कोच सुभाष मलिक विनोद दाहिया के ओलिंपिक्स में क्वालिफ़ाई करने पर हैरानी जताते हैं। वह कहते हैं, विनोद के लिए यह बहुत बड़ी उपलब्धि है। वे मेहनती तो हैं और उनमें जुनून भी है, लेकिन रियो का टिकट हासिल करना बड़ी बात है। कोच सुभाष मलिक बताते हैं कि विनोद सोनीपत ज़िले में खांडा (खारखोटा के पास का गांव) के रहने वाले हैं और एक घुमक्कड़ किस्म के पहलवान हैं, जिन्होंने भारत के अलग-अलग अखाड़ों में ट्रेनिंग ली है।

विनोद पिछले साल ही ऑस्ट्रेलिया के नागरिक बने और कड़ी मेहनत के सहारे रियो का टिकट हासिल कर लिया। विनोद ने सुशील और महाबली सतपाल के दिल्ली के अखाड़े में भी ट्रेनिंग ली है। विनोद 2010 में ऑस्ट्रेलिया चले गए और वहां ऑस्ट्रेलिया रेसलिंग के अध्यक्ष कुलदीप बस्सी के निर्देशन में यूनाइटेड रेसलिंग क्लब में, ट्रेनिंग करने लगे। ऑस्ट्रेलिया जाकर रियो का टिकट हासिल कर विनोद ने भारतीय कुश्ती सर्किट में सबको हैरान तो किया ही है, कुछ जानकार कहते हैं कि जितने कम समय में उन्होंने ये कामयाबी हासिल की है वह पदक हासिल करने का माद्दा भी दिखा सकते हैं।

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